Parivar Me Samuhik Chudai
और उन्होंने जेसे मुझे देखा वो भी दंग रेह गये मे तो डर के मारे कपने लगा और झट से वापिस घर कि तरफ भागा और गहरी सोच मे पद गया कि अब क्या होगा और क्या क्या तभी कुछ देर बाद चाचा चाची घर पहुचे मे अपने रूम मे था अब सबको सब समझ मे आ गया था कि इतने दिन से बात कर रहा था वो मेरे चाचा चाची थे..
और उन्हें भी कि मे अनिल प्रिय नहीं उनका भतीजा रवि था वो भी सरम क मारे क्या बोले वो अपने रूम मे थे पर सैम को जब मे सो रहा था तभी चाची मेरे पास आई और मुझे जगाई और मेरे सर पे हाथ फेरा तो मुझे समझ मे नहीं आया कि कुछ नहीं हुआ..
जेसे चाची ने मुझे चाय के लिए बोली और कुछ नहीं और मेरे सामने चाय कि कप रख दी और बेठ गई पर वो मुझे घूर रही थी उनकी अखो मे कुछ अलग सा लग रहा था चाय ख़तम होते ही वो मेरे पास आई कि रवि तू तो बहुत बड़ा हो गया है मे शांत था..
फिर बोला हा चाची वो फिर हा देखा है कितना बड़ा हो गया है और फिर पाने प्यारे नाजुक हाथो से मेरे पेंट क ऊपर से ही लंड को सहलाने लगी मुझे कुछ समझ मे नहीं आया कि ये हो क्या रहा है मे डर के मारे घबरा रहा था तभी बोला चाची ये क्या कर रही हो..
तभी चाची बोली इतने दिन से दिखा रहा था केम पे अज क्या हुआ सरमा रहा है वेसे जो भी हो लेर लंड है बहुत मस्त अच बता मे केसी लगती हूँ तुझे मे शांत था वो बोली बोल न केम पे तो बहुत छोड़ने को होता था अज क्या हुआ और एसा कहते हुए ही वो मेरे लंड को जोर से पकड़ ली और मुझे बैड मे लिटा दी और मेरा पेंट निकल क अलग कर दी और एक एक कर के मुझे नंगा कर दिया..
और मेरे लंड को हाथ मे ले के लंड को हिनाने लगी और देखते ही देखते रानी चाची मेरे लंड को मुह से चूसने लगी तब मेरी हालत में ही जन सकता था कि मे बहुत घबरा तो रहा था पर इतना मज़ा आ रहा था..
चाची को लंड चुसवाते हुए कि बता नहीं सकता मे भी पागल हुआ जा रहा था जेसे कि मेरा कोई सपना सच हो गया हो और मे भी चाची का साथ देने लगा तभी चाचा मेरे कमरे मे आते है मे घबरा गया पर उनके चेहरे मे हसी देख के मे समझ गया कि चाचा क्या चाहते है..
और फिर चाचा ने बोला कि बेटा तू तो बड़ा हो गया और तेरा तो मुझे से भी बड़ा हो गया है देख तेरी चाची कितनी दीवानी हो गई है तेरे लंड कि जो इतने दिन से केम पे दिखा रहा था उसे सामने देख के वेसे चाचा को क्या मे बताऊ कि उस से ज्यादा तो मुझे खुसी मिल रही थी कि मुझे मॉडल टाइप कि औरत के साथ ये सब करने का मोका मिला..
अब चाची लंड चूस रही थी और मे धीरे धीरे उनके बूब दबा रहा था देखते ही देखते मे ने उनके सारेकपडे निकल दिये और उन्हें पूरा नागा कर के उनके बड़े बड़े रसीले बूब चूसने लगा और वो बहुत मध्होस हो गई फिर धीरे से मे उनकी चूत मे हाथ फेरने लगा जो कि बिलकुल भी ढीली नहीं थी..
उसे देख के एसा लग रहा रहा था जेसे को 25 साल कि लड़की कि चूत हो बस कुछ देर बाद चाचा ने भी अपने कपडे उतर लिए और मदन मे आ गये मे ने चाची को पूरा गरम कर दिया और उनकी चूत को चाट चाट क गीली कर दी चाचू पूरी तैयार थी..
तभी चाचा ने अपने हाथो से मेरे लंड को पकड़ के चाची कि चूत के छेद क सामने रख दिया और मे ने भी दरी न करते हुए झटके से लंड चूत मे दल दिया पर ज्र्स्र कांड अन्दर गया चाची खूब जोर से चीलाई और छटपटाने लगी वाकई उसकी चूत बहुत टाइट थी..
कुछ देर बाद मे धिरे धिरे अपना लंड अन्दर बाहर चलने लगा और चाची भी दर्द भूल कर मेरा साथ देने लगी और जब मेरा मुसल जेसा कला लंड चाची कि चूत कि दीवारों को चीरता हुआ अन्दर बाहर हो रहा तो चाची कि मुह से जोर जोर से चीखे निकल रही थी और बस वो दर्द मे भी खुसी से झूम रही थी..
मे ने जोर से चोदना स्टार्ट किया चाची को बहुत मज़ा आ रहा था और मुझे भी वो बोलती थी रवि और जोर से तेरी चाची कि चूत को अपने लंड से चिर दे एसा सुन के मुझे और जोश आ गया और चाचा देख के हसने लगे चाची मे पानीसे ने लता पथ हो गये..
कहानी पढने के बाद कृपया निचे कमेंट सेक्शन में अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया जरुर लिखें..
और तभी चाचा ने अपना लंड चाची के मुह मे दे दिया और फिर मे भी जोर जोर से चोदता रहा पूरा रूम चाची कि चीखो से गूंज गया और चुदाई कि छाप चाप कि आवाज़ से लगभग एक घंटे तक चोदने के बाद चाची झड गई और मे और चाचा ने अपने लंड का पानी चाची के मुह मे झाडा दिया..
Comments