Chalu Bhabhi Aur Main

Arashdeep Kaur 2018-01-20 Comments

अब मैं भाभी के बूब्ज़ पर आ गया और बूब्ज़ चूसने लगा। मैं भाभी के बूब्ज़ के निप्पलों पर जीभ घुमाता और मुंह में लेकर जोर से खींच कर छोड़ देता। भाभी काम अग्नि में जलते हुए मेरा सिर पकड़ कर अपने बूब्ज़ पर दबाने लगी। मैं भाभी के गोरे चिकने पेट को जीभ से चाटने लगा और नाभि में जीभ डालकर हिलाने लगा। भाभी अपने बूब्ज़ दबा कर मचलती हुई आंहें भरने लगी।

थोड़ी देर बाद भाभी बोली रॉकी अब रहा नहीं जाता जल्दी से मुझे चोद दे। मैंने कहा भाभी यहां पर ही या रूम में। भाभी बोली रूम में चलते हैं रॉकी और मैंने भाभी को गोद में उठाया और रूम में लाकर बैॅड पर लेटा दिया। भाभी ने अपनी टांगें खोल दीं और मैं ऊपर आ गया। मैं भाभी के होंठ चूमने लगा और नीचे मेरा लंड भाभी की चूत पर ठोकर मारने लगा।

भाभी ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर सैट किया शर मुझे जोर लगाने को कहा। मैं अपनी कमर धीरे-धीरे नीचे दबाने लगा और मेरा लंड भाभी की चूत की दीवारों से घर्षण करते हुए पूरा लंड अंदर समा गया। भाभी ने मुझे जोर जोर से चोदने को कहा और मैं अपनी कमर हिला हिला कर भाभी की चूत में अपना लंड पेलने लगा।

भाभी ने अपनी बाहें मेरी पीठ पर लपेट दीं और नीचे से गांड उछाल उछाल कर झटके मारने लगी। हम दोनों के झटकों से लंड बहुत तेजी से अंदर-बाहर होने लगा और फच्च फच्च की आवाजें आने लगीं। इस चुदाई मैं भाभी के मुख से बहुत ही कामुक आवाजें निकल रही थीं और मुझे ज्यादा जोश दिला रही थीं।

कुछ देर इस अवस्था में चुदाई के बाद भाभी ने मुझे नीचे आने को कहा और खुद ऊपर आ गई। भाभी ने अपनी चूत मेरे खड़े लंड पर टिका कर जोर से अपनी गांड नीचे धकेल दी और मेरा लंड एक बार फिर उसकी चूत में समा गया। भाभी अपने हाथ मेरी छाती पर रखकर मेरे लंड पर उछल-कूद करने लगी और उसके बूब्ज़ भी हवा में उछल-कूद करने लगे। मैंने भाभी के बूब्ज़ को कस कर अपने हाथों में पकड़ लिया और नीचे से झटके मारने लगा।

काफी देर बाद मुझे लगा मैं झड़ने वाला हूं और मैंने भाभी को बोला तो भाभी ने कहा मेरी चूत में ही माल निकालना। मैं नीचे से बहुत तेजी से भाभी की चूत चोदने लगा और भाभी भी उतनी ही तेजी से ऊपर से अपनी गांड हिलाने लगी। कुछ देर बाद ही मेरा जिस्म अकड़ने लगा और लंड का वीर्य पूरा भाभी की चूत में निकाल दिया।

जैसे ही भाभी ने अपनी चूत से लंड निकाला तो उसकी चूत से वीर्य टपकने लगा। भाभी ने वीर्य कपड़े से साफ किया और मेरे साथ नंगी ही लेट गई। आधी रात को भाभी मेरे जिस्म से खेलने लगी और मुझे भी जाग आ गई। हमने एक बार फिर से चुदाई की।

उसके बाद मैं कॉलेज से आते ही भाभी के रूम में घुस जाता और हम चुदाई करते। भाभी ने मुझे चुदाई के सभी पाठ पढा़ दिए और भाभी गांड भी चुदवाती थी। अब चुदाई का इतना तजुर्बा हो गया है कि किसी भी लड़की या औरत को बिना रुके अलग अलग अवस्था में चोद सकता हूं।

दोस्तों आपको मेरी ये कहानी केसी लगी मुझे ईमेल करके जरुर बताना “[email protected]”.

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