Hamari Adhuri Kahani – Part II

albelaneeraj 2015-06-12 Comments

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Hamari Adhuri Kahani – Part II

हेलो दोस्तों , मैं नीरज अपने अधूरी कहानी का पार्ट २ लेकर हाज़िर हूँ , ये पार्ट थोड़ा लम्बा होगा ताकि आपको कहानी की हर डिटेल पता चले, तो जैसे पता चला की आंटी की माता पिता आये है तो मेरे अरमानो पर पानी फिर गया , क्योंकी वो दो महीने रहने वाले थे , और मुझे आंटी को चोदने का मौका नहीं मिलने वाला था, और ऐशा हुआ भी क्योंि आंटी की माँ हमेसा घर में ही रहती थी , इस बीच मैंने १२थ पास कर लिया , और मेरा पॉलिटेक्निक में सिलेक्शन हो गया, अगस्त में आंटी के माता पिता गांव चले गए और मेरा अड्मिशन पॉलिटेक्निक में हो गया, पॉलिटेक्निक इंस्टिट्यूट मेरे घर से ४० किमी था तो मैं रोज उप डाउन करता था मॉर्निंग ७.३० पे घर से निकलता था और शाम को ७ बजे तक आता था, इस तरह आंटी से अकेले मिलने का चांस ही नहीं मिल रहा था ,इसी बीच आंटी के पिता का देहांत हो गया और उनकी माता उनके साथ रहने आ गई ,अब तो रही सही आस भी जाती रही ,ऐसे अक्टूबर आ गया , आजकल तो पता नहीं पर हमारे समय में ग्रुप फुटिंग होती थी पूरा इंस्टिट्यूट बंक मारता था एक महीने के लिए, और हमारा भी ग्रुप फुटिंग हो गया मतलब की एक महीने की छुटि.

अब मैं घर पर रहता था तो आंटी के साथ कैरम और लूडो खेलता , पर उनकी माँ घर में ही होती थी तो मौका नहीं मिल पाता था कुछ करने का. तभी हमारे गांव में शादी थी ,और मेरे परिवार को गांव जाना था, मुझे भी जाना था पर मैंने बहाना बना दिया की मुझे फ्रेंड्स के साथ ट्रिप पर जाना है, फिर मेरा परिवार गांव चला गया और मैं घर में अकेला था , दोस्तों मेरे आधे बैच मेटस instiute के पास किराये पर रहते थे , उनके साथ मैंने ब्लू फिल्म देखि थी cd और vcd प्लेयर किराये पे लाते थे, मैं खुस्किस्मत था की मेरे घर में vcd प्लेयर था क्योंकि मेरे पापा जी को गढ़वाली गाने सुनने और देखने का शौक था, तो मैंने सोचा आंटी को चोद्ने का मौका तो मिल नहीं रहा तो क्यों ना ब्लू फिल्म देखकर मुठ मारी जाए , लेकिन मुस्किल ये थी की अपने यंहा मैं ब्लू फिल्म की सीडी किराये पर नहीं ले सकता था क्योंकि ये छोटा सा शहर था और सब एक दूसरे को जानते थे.

तो मैंने आंटी के यंहा नास्ता किया और बस पकड़ कर अपने इंस्टिट्यूट के पास चला गया जन्हा से हम सीडी किराये पर लेते थे , वंहा से दो तीन सीडी किराये पर ले आया , और सोचा आज रात ब्लू फिल्म देखकर मुट्ठ मारूंगा , मैं शाम तक घर वापस आ गया , आंटी ने पूछा कँहा गए थे , मैंने कहा देहरादून गया था दोस्त से मिलने, फिर मैंने आंटी के यंहा रात का डिनर किया और सोने अपने घर आया , फिर बाथरूम से फ्रेश होके बहार आया था किसी ने दरवाजा नौक किआ , देखा तो अंकल थे बोला लल्ला तुम अकेले हो तो मैं तुम्हारे साथ सो जाता हूँ, तुम्हारे पिताजी गए थे बोल कर तुम्हारा ध्यान रखने के लिए , मेरा सारा मूड ऑफ हो गया , मुझे रात भर नींद नहीं आई सुबह तड़के नींद आई जब आँख खुल्ली तो दिन के १२ बज गए थे , फिर मैं नहा धोके आंटी के यंहा गया तो आंटी बोली इतने देर से उठा , अंकल के खराटोँ में नींद नहीं आई होगी , फिर मैंने सीधा लंच किआ , आंटी बोली लूडो खेलेगा मैंने कहा नहीं आज मूड नहीं है मैं लेटने जा रहा हूँ, और मैं अपने घर में आ गया फिर मैंने जल्दी से VCD प्लेयर में सीडी लगाई और दरवाजे बंद करके ब्लू फिल्म देखने लगा.

हमरा टीवी अंदर के रूम में होने के कारन नार्मल वॉल्यूम में आवाज बहार नहीं जाती थी , मूवी देखते देखते मेरा लण्ड खड़ा हो गया ,मूवी में एक लड़की लड़के का लण्ड चूस रही थी और दूसरी लड़की ईश लड़की की चूत चाट रही थी , मैं अपना लण्ड जोर जोर से हिलाने लगा और मेरा लण्ड झड़ गया ,मैं ऐशे ही लेटा रहा और मूवी चल रही थी , अब लड़के ने अपना लण्ड लड़की की चूत में पेल दिए दूसरी लड़की उसके बूब्स चूसने लगी तभी किसी ने दरवाजा नौक किआ , मेरा फिर दिमाग ख़राब हो गया मैंने अंडरवियर से लण्ड साफ़ किआ और बिना अंडरवियर के ही निक्कर पहना, मैंने टीवी ऑफ किया , और दरवाजे पे गया , दरवाजे पर आंटी खड़ी थी आंटी बोली मैं बोर हो रही थी सोचा तेरे साथ गपशप कर लू और आंटी अंदर आ गई , मैंने दरवाजा बंद किया आंटी ने पीले रंग की मैक्सी पहन रखी थी , आंटी बोली क्या कर रहा था लल्ला , मैं बोला आंटी मैंने आपको एक बुक के बारे में बताया था वो बुक तो मैं आपको दिखा नहीं पाया पर मैं आपको कुछ और दिखता हूँ, मैं आंटी का हाथ पकड़ कर टीवी वाले रूम में ले गया.

आज तो मैंने आंटी की अच्छी ठुकाई का पूरा मूड बना लिया था, मैंने आंटी को बैड पर बिठाया , और टीवी ऑन किया , VCD प्लेयर ऑन ही था तो पहले वाली मूवी फिनिश हो गई थी ,अभी दूसरी मूवी स्टार्ट हो गई थी , इस मूवी में ऑफिस में एक अंग्रेज बॉस अपने सेक्ट्ररी से कुछ बात कर रहा था, luckly उस समय कोई नंगा नहीं था, मैंने कहा आंटी आप मूवी देखो मैं आता हूँ, आंटी ने कहा कँहा जा रहा है लल्ला , मैंने कहा पेशाब करके आ रहा हूँ, और मैं बाथरूम में चला गया और अपना लण्ड अच्छे से साफ़ किआ क्योंकि मैं आज आंटी से अपना लण्ड चुस्वाने वाला था, फिर मैं निकर पहन के धीरे से रूम की तरफ गया ,और देखने लगा की आंटी क्या कर रही है, देखा आंटी अपने मैक्सी के ऊपर से अपनी चूत रगड़ रही थी, मैंने टीवी में देखा बॉस खड़ा था और लड़की घुटनो के बल बैठी हुई थी और उसका लण्ड चूस रही थी , उसका टॉप भी उतरा हुआ था और उसके बूब्स मस्त लग रहे थे जिन्हे वो बोस मसल रहा था, फिर बॉस ने उसको टेबल पर बैठाया और उसकी स्कर्ट और पैंटी उतार दी और उसके दोनों पैर फैला के अपनी जीब से उसकी चूत को चोद्ने लगा.

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