Hamari Adhuri Kahani – Part II
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आंटी हाँ लल्ला चोद मुझे , चोद आह आह आह आह मैं झड़ने वाली हूँ हाँ लल्ला , हाँ चोद आह आह . …..आह ….आह और आंटी झड़ गई उनकी चूत का पानी मस्त लग रहा था, फिर आंटी बिस्तेर में निढाल सी लेट गई उनकी आँखों कीचमक बता रही थी की आंटी को बहुत मजा आया , मैं भी आंटी के बगल में लेट गया ,आंटी कैसा लगा ,आंटी बहुत मजा आया. मैं बोला अभी तो असली मजा बाकि है, फिर मैं उठा और प्लेयर में दूसरी सीडी लगा दी, मूवी लगा के मैं फिर आंटी के बगल में लेट गया , इस मूवी में एक नीग्रो था और लड़की भी ब्लैक थी, मूवी की ज्यादा डिटेल में ना जाते हुए मैं आंटी पर आता हूँ, मैं आंटी को देख रहा था और आंटी मूवी ध्यान से देख रही थी, मैंने आंटी के बूब्स चूसने स्टार्ट कर दिए और आंटी ने मुझे रोका भी नहीं, मैंने आंटी का हाथ अपने लण्ड पर रख दिआ और आंटी मेरे लण्ड को सहलाने लगी एक ब्लू फिल्म की खुमारी और दूसरा आंटी के कोमल हाथो कास्पर्श ,मेरा लण्ड फिर खड़ा होने लगा ,मैं आंटी को बोला थोड़ा चूस दो , आंटी बोली तू फिर मेरे मुंह में झड़ देगा.
नहीं अब तो मुझे आपकी चूत चोदनी है बस चूस कर इसे और टाइट कर दो ताकि आपकी चूत को और मज़ा आये , आंटी बोली ठीक है पर एक बात सुन जब तू मेरे साथ चुदाई करेगा तब तू मुझे तू बोला कर ये आप आप सुनकर अजीब लगता है, मैं बोला ठीक है अब तू मेरा लण्ड चाट , और आंटी मेरा लण्ड चाटने लगी और मैं उनके बूब्स दबाने लगा,थोड़ी देर में मेरा लण्ड फिर टनाटन हो गया , उधर मूवी में नीग्रो सोफे पर बैठा था और लड़की उसके लण्ड पर उछल रही थी, मैं बोला आंटी तू भी मेरे लण्ड के ऊपर बैठ जा आंटी बोली ठीक है , मैंने अपने सर के नीचे दो तकिये लगाये मेरा लण्ड सीधा छत की ओर तना हुआ था आंटी मेरे लण्ड पर बैठ गई और एक ही बार में मेरा पूरा लण्ड आंटी की चूत में समां गया और आंटी चिल्ला पड़ी, उई माँ मर गई , कोई नई तुझे अभी मज़ा आएगा , और आंटी थोड़ी देर रुक के फिर लण्ड पर ऊपर नीचे करने लगी आह लल्ला बहुत मज़ा आ रहा है , जब आंटी ऊपर नीचे हो रही थी तो उसके उछलते बूब्स बहुत मस्त लग रहे थे , ऐसे ही आंटी १० मिनट्स तक उचललती रही और बोली लल्ला मुझे हो रहा है मुझे हो रहा है .
मैं झड़ गई और आंटी मेरे ऊपर लेट गई , मैं पहले दो बार झड़ चूका था इसीलिए मैं अभी नहीं झड़ पा रहा था, आंटी तू तो झड़ गई अभी मेरा क्या ,आंटी मैं नीचे लेट जाती हूँ तू मुझे ऊपर से चोद दे, फिर आंटी लेट गई मैंने आंटी के पांव फैलाये और अपना लण्ड उनकी चूत में डाल दिआ, और धक्के देने लगा साथ ही साथ आंटी के बूब्स भी चूसता , पर आंटी कोई रिस्पांस नहीं कर रही थी तो मुझे अच्छा नहीं लग रहा था तो मैं गुस्से में अपना लण्ड जोर जोर से अंदर बाहर करने लगा आंटी चिल्ला पड़ी मार डालेगा क्या पर मैं रुक्का नहीं मैंने अपने मुंहसे आंटी का मुंह दबा दिया और आंटी के होंटो चूसने लगा साथ साथ ही जोर जोर से धक्के देने लगा थोड़ी देर में आंटी भी अपने चूतड़ हिलाने लगी , उससे फिर से जोस आ गया था , फिर मैंने आंटी के होंट छोड के अपनी कमर सीधी की और आंटी के घुटनो के नीचे से दोनों हाथ डाल कर उनके पांव ऊपर उठाए और ज़ोर ज़ोर से चोद्ने लगा.
हाँ लल्ला चोद, चोद मुझे हाँ आंटी ले मेरा लण्ड ये ले कमरे में ब्लू मूवी की आवाज मेरे और आंटी के टकराने की और ओह हां चोद की आवाजे आ रही थी, थोड़ी देर में आंटी मैं झड़ने वाली हूँ मैं भी झड़ने वाला हूँ और हम दोनों एक साथ झड़ गए , फिर हम १५ मिनट्स ऐसे ही लेते रहे मैं आंटी के ऊपर , फिर हम बाथरूम गए और नहाये , मन तो कर रहा था की आंटी को फिर से बाथरूम में चोद दूँ पर टाइम भी बहुत हो गया , फिर आंटी ने अपने कपडे पहने और बोली ये दिन मैं पूरी ज़िन्दगी नहीं भूलूंगी , अच्छा अब चलती हूँ माँ का चाय का टाइम हो गया है तू भी आ जा चाय पीने, तभी वो बोली तेरे अंकल को क्या बोलूंगी इस चिकनी चूत के बारे में, मैंने बोला बोल देना खुजली हो रही थी इसलिए साफ़ कर दी, और आंटी हंस पड़ी.
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