Meri Bhabhi Mere Dost Se Chudi
जब मैंने नाइटी लूज़ करके थोड़ा निचे खिसकाया था तो भाभी के लगभग आधे बूब्स दिख रहे थे क्या बूब्स है यार गोरे गोरे भाभी चेयर पर बैठी थे और मै उनके पीछे खड़ा मालिश कर रहा था। उस समय भाभी की आंखे बंद थी।
कई बार मैंने अपना हाथ आगे की तरफ खिसका के उनके बूब्स के ऊपर वाले हिस्से में मालिश की। मालिस करते करते जब मैंने अपना हाथ और निचे ले गया तब भाभी ने कहा आज बस रहने दो। फिर बेड पर मालिस करने केलिए बोला बाद में मतलब उन्हें भी मजा आरहा था। अब तू देख जल्दी ही चोदूंगा उन्हें। मेरा तो लंड खड़ा हो गया था मैंने कहा यार मै तुझे चोदते हुए देखना चाहता हु।
मनिश ने बोला ठीक है जब प्लान बनेगा तो तुझे बता दूंगा तू आ जाना जल्दी। दूसरे दिन जब मै आया तो मनीष ने बताया की आज मैंने भाभी को नंगा देखा मानिने कहा कैसे तो बोला मैंने भाभी के बैडरूम की खिड़की का दरवाजा थोड़ा एडजस्ट करदिया जो बालकनी में खुलता है और अब बंद करने के बाद भी बालकनी से बैडरूम में देख सकता हु।
आज मैंने देखा वो नहाने के बाद जब बेड रूम में कपडे चेंज करहि थी तो पूरी नंगी थी। क्या गोरा बदन है उनका क्या बूब्स है जब बूब्स तौलिये से पोछ रही थी मन कर रहा था मै जाकर चूसने लगु। जब वो एक टांग बेड पर रख के अपनी चुत पोछ रही थी तो मत पूछ मेरा क्या हाल था जब वो चुत फैला कर पोछ रही थी तो लग रहा था जैसे चुदना चाह रही है क्यों की उन्होंने अपने उंगली अंदर कर रही थी।
फिर मैने बाथरूम में जाके हाथ से अपना मॉल गिराया। उसके बाद भैया आगये। वो जब सोने गए तो मै फिर देखने लगा तो भाभी भैया के बगल में सो रही थी और कुछ बाते भी कर रही थी। भैया उनके बूब्स दबा रहे थे और किश कर रहे थे।
थोड़ी देर के बाद लाइट बंद हो गई और मै आ गया। दूसरे दिन मै ७ बजे आगया तो पता चला मनीष आज किसी इंटरव्यू केलिए भिवाड़ी गया था तो देर होने के कारण वही रुक गया है। भाभी नहाने चली गई और नहाने के बाद बैडरूम में कपडे चेंगे करने लगी तो मै भी खिड़की से देखने लगा सच में ऐसा लग रहा था की अभी जाकर चोदने लगु क्या चूत थी थोड़े से बाल भी थे वहा वो आयल लगा रही थी। फिर भैया आ गए और हम लोग खाना खाने के बाद सोने चले गए।
आज भैया ने बताया की कल से वो ५ दिन के लिए मुंबई जा रहे के बिज़नेस केलिए। फिर मै खिड़की पर जा केर देखने लगा भैया भाभी को किश कर रहे थे और बूब्स दबा रहे थे थोड़ी देर के बाद भाभी ने अपने कपडे उतार कर नंगी हो गई और भैया को बूब्स चूसने को कहने लगी भैया चूसने लगे फिर उन्होंने भी अपने कपडे उतार दिए..
लेकिन उनका लंड पूरा खड़ा नहीं था भाभी उसे सहला रही थी पर वो पूरा टाइट नहीं हो रहा था फिर भैया ने भाभी की चुत में ऊँगली दाल दी और ऊँगली से चोदने लगे फिर भाभी की चुत से ढेर सारा पानी निकला और भाभी शांत हो गई। अब भैया अपने लंड को भाभी की चुत पर रगड़ने लगे फिर उनका मॉल निकल गया।
मुझे लगा की भाभी की चुदाई रोज ऊँगली से ही होती है शायद। फिर लाइट बंद हो गया। मैंने मनीष को फ़ोन करके बताया की आज क्या हुआ तो वो बहुत खुस हुआ की भैया ५दिन नहीं रहेंगे तो चोदने का मौका मिल जाये गा। उसने बोला की तू रात की ड्यूटी ले ले लेकिन जाना नहीं जब मै फोन करू तो आजाना और खिड़की से देखना कैसे मै भाभी को चोदता हु।
मैंने भी २~३ दिन की छुट्टी लेली लेकिन भाभी को बताया की रात की ड्यूटी है। अगले दिन भैया मुंबई चले गए। मनीष शाम तक आ गया। भाभी को बता ने लगा की हो सकता है १०~१५ दिन के बाद नौकरी मिल जाये। भाभी ने कहा बधाई हो आज तो पार्टी होनी चाहिए। मनीष ने कहा ठीक है।
भाभी ने खाना बाहर से मंगवाया। खाना खाने के बाद | मै ड्यूटी चला गया एक घंटे के बाद लगभग ११ बजे मै वापस आगया। मै अपनी चाभी से दरवाजा खोलकर अंदर आगया। अंदर देखा मनीष भाभी के कमरे में था और दरवाजा भिड़ा हुआ था। मै सीधे खिड़की के पास आगया और अंदर देखने लगा।
भाभी लेट केर कोई मैगजीन पड़ रही थी और मनीष पास में बैठा कुछ बाते कर रहा था लेकिन मुझे कुछ सुनाई नहीं दे रहा था। वो भाभी के कंधे को सहला रहा था जैसे मालिश कर रहा हो लेकिन भाभी थोड़ी देर में उसके हाथ को हटा दे रही थी और कुछ कह भी रही थी शायद कह रही थी नहीं रहने दो मालिश की जरुरत नहीं है।
थोड़ी देर के बाद मनीष उठा और गुड नाईट करके अपने कमरे में आगया फिर भाभी ने अपना कमरा बंद कर लिया। हम लोग खिड़की के पास आगये तो देखा की भाभी अपने कपडे चेंज करने जारही थी पहले कुर्ता उतारा फिर सलवार उतारा अब्द अब सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी तोड़ी देर तह ऐसी ही टहलती रही फिर बाथरूम में चली गई थोड़ी देर के बाद फ्लश की आवाज आई और फिर भाभी ब्रश करती हुई बाहर आई।
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