Meri Bhabhi Mere Dost Se Chudi
लेकिन केवल ब्रा पहने हुई थी पैंटी नहीं। ब्रश करते हुए कुछ सोच रही थी बिच में अपनी चुत को फैला कर कुछ चेक कर रहीथी। मनीष बोला देख उनकी चूt गीली लग रही है इसका मतलब गर्म हो रही है। भाभी बराबर अपनी चुत को सहला रही थी फिर बाथरूम में जाकर ब्रश करने लगी उसके बाद शायद नहाने लगी क्यों की शावर की आवाज आरही थी।
करीब २० मिंट के बाद बाथरूम से बाहर आयी ओ मई गॉड वो पूरी नंगी थी गोरे गोरे बूब्स बड़े बड़े चूतड़ थोए थोड़े बालो के साथ छोटी सी चुत क्या नजारा था। हम दोनों के लंड पूरी तरह से खड़े थे मनीष कह रहा था मन कर रहा है अभी जाकर साली को चोद दू लेकिन थोड़ा वेट करता हु शायद पट जाए।
मैंने बोला तू तो चोद लेगा लेकिन मै क्या करूँगा मुझे तो हाथ से ही काम चलना है। भाभी पूरा बदन पोछ कर नाइटी पहन लिया लेकिन ब्रा और पैंटी नहीं पहनी। फिर लेट केर मैगजीन पड़ने लगी। थोड़ी देर के बाद लाइट बंद कर दिया। हमभी कमरे में आगये और लाइट बंद कर दिया और सोने लगे। करीब १ घंटे के बाद भाभी के कमरे की लाइट फिर जली मै दौड़ कर खिड़की के पास आ गया देखा की भाभी बेड बैठ कर कुछ सोच रही है।
मनीष सो गया था। मैंने टाइम देखा तो २.३० बज रहा था। भाभी उठी और कमरे से बाहर गई फिर मुझे दरवाजा खटखटाने की आवाज आई। भाभी मनीष के कमरे का दरवाजा खटखटा रहीथी। मनीष उठा मुझे देखा की मै कमरे से बाहर बालकनी में हु तो वो दरवाजा खोलने चला गया\ दरवाजा खोल के पूछा क्या हुआ भाभी इतनी रात को क्या सोइ नहीं।
भाभी बोली मुझे डर लग रहा है थोड़ी देर तुम्हारे साथ बैठना चाहती। मुझे लगा आज ही मनीष की मुराद पूरी हो जाएगी शायद और शायद यही मनीष भी सोच रहा था तभी उसने बोला भाभी आपके ही कमरे में ही बैठते है चलिए उसे पता था की यदि इस कमरे में कुछ हुआ तो मै कुछ भी देख नहीं पाउँगा।
मनीष भाभी के साथ उनके कमरे में चला गया और मै खिड़की पर चला गया। कमरे में जाते जाते मनीष मुझे कॉल करदिया जिससे मै बाते सुन सकू। मनीष और भाभी बेड पर बैठ कर बाते कर रहेथे मनीष भाभी का सर सहला रहा था।
मनीष- भाभी भैया की याद आ रही है क्या।
भाभी – हा आ रही है पर क्या करू ४ दिन तो काटने है। तुम कल क्या कर रहे हो।
मनीष- मै तो कल घर पर ही हू क्या कोई काम है।
भाभी- नहीं, कल मै ओफ्फिच जाउंगी तो २ बजे मेरे ऑफिस आजाना पिक्चर देखने चलेंगे। मनीष- अच्छा कौन सी पिक्चर देखनी है।
मनीष बाते करते करते भाभी के कंधे भी सहला रहता। भाभी बोली कोई भी देख लेंगे। मनीष कंधे सहलाते सहलाते गर्दन सहला रहा था और उंगलिया बूब्स की तरफ सरका रहा था। भाभी आंखे बंद करके बात करते जा रही थी।
थोड़ी देर बाद मैंने देखा मनीष का हाथ लगभग पूरा भाभी की नाइटी के अंदर था और शायद बूब्स से थोड़ा ही दूर था और भाभी की सांसे थोड़ी तेज हो रही थी। फिर मुझे लगा शायद आज ही मनीष की मुराद पूरी हो जाएगी लेकिन तभी भाभी उठ गई और बोली मनीष अब सोते है कल ऑफिस भी जाना है अब तुम जाओ तब मनीष ने पूछा यही सो जाऊ।
भाभी बोली सो जाओ और लाइट बंद कर दो। मनीष ने लाइट बंद कर दी। अब मुझे पूरा विस्वास हो गया मनीष आज ही चोदेगा। तभी अँधेरे में ही भाभी की आवाज आई मनीष ये क्या कर रहे हो तब मनीष ने कहा सॉरी गलती से हाथ वहा पहुंच गया था।
थोड़ी देर बाद मनीष अपने कमरे में आ गया मैंने पूछा क्या हुआ तो बाला कल रात को भाभी को चोदूंगा। मैंने पूछा अभी क्या हुआ तो बोला अभी वो तैयार नहीं है। लाइट बंद करने के बाद उनका हाथ अपने लंड पर रख दिया था थोड़ी देर रक्खी रही फिर हटा लिया फिर मैंने नाइटी ऊपर कर दी तो कुछ नहीं बोली उनकी टांगो को थोड़ा फैला दिया और जब चुत पर हाथ रख दिया तो बोली क्या कर रहे हो और फिर नाइटी निचे कर ली। फिर मैंने कोई कोशिश नहीं।
लेकिन अब कल रात को नहीं छोडूंगा जम के चोदूंगा साली को। सुबह १२ बजे मेरी आंख खुली तो भाभी जा चुकी थी और मनीष जाने के लिए तैयार हो रहा था। मैंने बोला फोन ऑन रखना मनीष ने कहा ओके। हम लोगो ने लंच किया और २ बजे मनीष चला गया। मै फिर सो गया क्यों की रात को जागना था। मेरी नीद खुली ६ बजे तो देखा मांश के ६ मिस्ड कॉल थे मैंने तुरंत कॉल किया मनीष ने ऑन कर दिया।
भाभी की आवाज आयी तुम्हारा मन पिक्चर में नहीं लग रहा है। मनीष क्यों क्या हुआ। भाभी तुम मुझे डिस्टर्ब कर रहे हो। मनीष- जब कोई खूबसूरत महिला साथ हो पिक्चर में मन कैसे लगेगा। भाभी अच्छा अच्छा चलो बाते मत बनाओ। पिक्चर देखो। थोड़ी देर शांत रहा।
भाभी- क्या कर रहे हो मनीष हाथ हटाओ।
मनीष- अच्छा हटाता हू। अहह आप बहुत भारी है मेरा हाथ डाब गया।
भाभी- और रखो हाथ नीचे। फिर फ़ोन काट गया।
आधे घंटे के बाद मैंने भाभी को फोन किया की कहाँ है तो बोली ऑफिस में लेट हो गया है मै १० बजे तक आउंगी और आप खाना खाके ऑफिस चले जाना। फिर मैंने बिला मनीष भी नहीं आया अभी तक तो बोली मनीष बोल रहाथा की उसे किसी के साथ घूमने जाना है देर से आएगा। अब मै दरवाजे में लॉक लगा खाना खा के मनीष के कमरे में चला गया।
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