Meri Bhabhi Mere Dost Se Chudi

raj67003 2017-10-16 Comments

१० बजे के करीब दरवाजा खुलने की आवाज आयी। पहले भाभी अंदर आई फिर मनीष। भाभी अपने कमरे में चली गयी और मनीष अपने कमरे में आगया। मैंने पूछा क्या हू वो बोला अब बस देखता जा। फिर उसने अपने बैग से एक दवा निकाल कर खाली मैंने पूछा ये क्या है तो बोला सेक्स पावर की दवा है आज पूरी रात चोदूंगा।

फिर वो नहाने चला गया। मैंने भाभी के कमरे में देखा तो भाभी भी शायद नहा ही रही थी शावर की आवाज आ रही थी। मनीष तो जल्दी बाहर आ गया पर भाभी अभी नहा ही रही थी। करीब ४० मिनट के बाद भाभी बाहर आयी पूरी नंगी। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे हैं।

लेकिन आज उनका पूरा बदन चमक रहा था आज चुत पे बाल भी नहीं थे। वो भी पूरी तरह से चोदने के लिए तैयार थी। ब्रा पैंटी और २ पीस नाइटी पहनी। और तैयार हो गई। और बेड पर लेट गई। तभी मनीष कमरे में आया बोला क्या हुआ भाभी थक गई क्या। भाभी बोली हा बहुत थक गई हू और सर भी दुःख रहा है।

मनीष बोला आईये मालिश कर दू तो भाभी बोली करदो। मनीष तेल लेकर आ गया और सर पे मालिश करने लगा। भाभी बोली आज बहुत मस्ती सूझ रही थी। मनीष बोला आप बहुत सेक्सी लग रही थी।

तभी मुझे टॉयलेट आ गया। जब मै टॉयलेट करके आया तो देखा भाभी पेट के बल लेटी है और मनीष सर की तरफ से उनकी पीठ की मालिश कर रहा था। ऐसा करने में उसका लंड निश्चित रूप से भाभी के सर से टकरा रहा होगा। फिर उसने पीठ पर से ब्रा की स्ट्रिप खोल दी और मालिश करने लगा। मालिश करते समय मनीष की ४ उंगलिया भाभी के बूब्स को साइड से सहला रहे थे पर भाभी आंख बंद करके लेटी थी।

धीरे धीरे मनीष अपने हाथ पीठ से होते हुए नीचे बूब्स की मालिश करने लगा। भाभी एक बार आंख खोल कर देखि और मुस्कुरा कर आंखे बंद कर ली। अब भाभी पूरी तरह तैयार थी। मनीष ने अब भाभी को पीठ के बल लिटा दिया और नाइटी शर्ट के सेरे बटन खोल दिए और ब्रा हटा दिया।

भाभी की बूब्स एकदम टाइट थे मनीष उन्हें सहला रहा था और अब झुक कर भाभी को चूमने लग। मनीष बूब्स को मसल रहा था और भाभी के ओठ चूस रहा था। थोड़ी देर के बाद मनीष भाभी के बूब्स को चूस रहा था। भाभी मस्ती से अपने ओठ काट रही थी। अब मनीष भाभी के पाजामे का नाडा खोल दिया और उसे उतार दिया।

भाभी क्या गजब लग रही थी तने हुए बूब्स पिंक पैंटी गोरा बदन सच मनीष की लॉटरी लग गई थी। मनीष अब बूब्स के बाद नाभि से होते हुए पैंटी पर आगया और ऊपर से ही चुत को जीभ से चाटने लगा। भाभी की टांगे अब फ़ैल ले थी चुत पूरी खुल गई थी पर अभी पैंटी से कवर थी। चाटते चाटते मनीष ने पैंटी भी उतार दी वो क्या चुत था प्यार के रस से भरा हुआ एक मदहोस प्याला लग रहा था जो अपने शराबी का इंतजार कर रहा था।

मनीष अब चुत पूरी तरह से चूस रहा था दोनों हाथो से फैला कर अपनी जीभ को अंदर तक पंहुचा रहा था। भाभी की हालत उस समय एक प्यासे हाथी की तरह जो किसी तरह नदी तक पहुंचना चाह रहा था। इस बीच मनीष ने भी आने सारे कपडे उतार दिए उसका लंड लगभग ७~८ इंच का लग रहा था।

भाभी के टांगो को पूरी तरह फैला कर लंड को चुत के मुँह पर रख के भाभी से बोला आज से तुम मेरी भाभी नहीं मेरी बीबी हो। मेरी जान ये लो मेरा लंड का स्वाद चखो और ढाका मार के पूरा लंड अंदर कर दिया भाभी की चीख निकाल गई। लेकिन मनीष पूरी ताकत से धक्के मार रहा था।

भाभी कह रही थी मनीष मै अब तुम्हारी हू इसे पूरी तरह से चोदो। बहुत अजा आ रहा है। तुम्हारा लंड मेरी बच्चेदानी तक पहुंच रहा है। और अपनी चूतड़ उठा के चुद रही थी। अच्चानक भाभी का शरीर टाइट होके ढीला हो गया।

अब वो झड़ गई थी लेकिन मनीष अभी चोदे ही जा रहा था। थोड़ी देर के बाद भाभी ने बोलै मैं टॉयलेट जाना चाहती हो तब मनीष न अपना लंड चुत से बहार निकाला। क्या लंड था एकदम कड़ा चुत के रस से भीगा हुआ। भाभी बेड से उतरी तो लड़खड़ा रही थी मनीष बोला क्या हुआ रानी ठीक हो। अभी तो पूरी रात बाकि है।

भाभी ने बोला कुछ नहीं इतना बड़ा लंड पहली बार लिया है तो थोड़ा दर्द तो होगा पर तुम चिंता मत करो पूरा साथ दूंगी। वो टॉयलेट चली गई। इधर मनीष भाभी की पैंटी से लैंड साफ कर रहा था। भाभी बहार आई और बोली क्या कर रहे हो मेरी पैंटी से।

मनीष- इसे बता रहा हु की अब तेरी जरुरत काम पड़ेगी क्यों की भाभी अब पैंटी कम पहनेगी।

भाभी हॅसने लगी और मनीष के लैंड को सहलाते हुए बोली है जिससे इसे कम म्हणत करनी पड़े। अब भाभी मनीष के ऊपर चढ़ गई और किश करते हुए लैंड को अपने चूत में डालने लगी।

अचानक मनीष ने नीचे से धक्का मार दिया पूरा लन्ड एक बार में चूत में घुस गया भाभी मनीष के ऊपर ही गिर गई बोली आजके बाद नहीं चोदना है क्या इतना बेदर्द मत बनो।

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