Meri Surprise Suhagraat – Part 2
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जैसे ही आबादी आती तो श्याम मुझे सीट पर बैठा देता और शहर क्रॉस करते ही पुनः अपनी गोद में बैठा लेता उसने अब मेरी चड्डी खोल डाली थी और प्रवीन को दे दिया कहा की तुम रूपा की चड्डी का मजा लो प्रवीन उसे सुंघने लगा और अपने पैन्ट की जिप खोल कर अपने लंड पर रख दिया उधर श्याम ने भी अपनी पैंट की जिप खोल दी और मेरी नंगी गांड का मजा लेने लगा वो मेरी चुत में अपनी ऊँगली डालने लगा उसने मुझे गोद में बैठाये हुए मेरे पुरे बदन को पूरी तरह से मसलने लगा अब मुझे मजा आने लगा।
प्रवीन हमे मिरर से देख रहा था और मजे ले रहा था और कभी कभी सुनीता को पकड़ लेता श्याम और मैं पुरे उत्तेजित हो गए थे इस बात को सोंच कर हम उत्तेजित हो रहे थे कि हम चलती गाड़ी में सेक्स कर रहे हैं प्रवीन तेजी से गाडी चलाये जा रहा था अब श्याम ने मुझे गोदी से उतार कर सीट पर लिटा दिया।
अब तक हम करनाल पहुँच गए थे और दिल्ली से सिर्फ दो घंटे की दुरी पर थे मुझे सीट पर लिटा कर श्याम ने मेरी चुत पर अपना लंड रख दिया और उसमे रगड़ने लगा मेरी चिकनी चुत देख कर वो ललच गया था और उसका लंड फुफकार रहा था उसने चुत के द्वार पर अपने लंड का सुपाडा लगा दिया और मेरी चुचियों को पिने लगा मेरी चुत पूरी गीली हो गयी थी और श्याम का लंड लेने के लिए खुल गयी थी।
श्याम ने मुझे कन्धों से पकड़ कर हल्का झटका दिया और उसका लंड मेरी बुर को चीरती हुई मेरे बुर के अन्दर घुस गयी मैं श्याम के चौड़े सीने से चिपक गयी थी और श्याम ने अपने चोदने की स्पीड बढ़ा दी थी।
उधर सुनीता भी प्रवीन के लंड से खेलने लगी थी और उसने उसका लंड मुंह में ले कर चुसना शुरू कर दिया था श्याम पूरी तरह से मेरे ऊपर छा गया था और मेरे होठों को बुरी तरह से चूस रहा था और चोदने की स्पीड बढ़ा दिया था मैं मादक आवाज निकालने लगी थी और कहना शुरू कर दिया था की श्याम मेरी बुर को मसल दो न बहुत मजा आ रहा है चलती गाडी में चुदने में कोई देख भी लेगा तो क्या गाडी तो चलते ही जा रही है।
प्रवीन अपनी गाडी चला रहा है तुम मेरी गाडी फुल स्पीड में चलाओ बिना ब्रेक लिए हुए चोदो श्याम कस कस के मेरी बुर पर थाप लगा रहा था और मेरी मस्ती बढती जा रही थी मैंने श्याम को जोश में दांत काटना शुरू कर दिया और कहा की श्याम और कस के करो ना देखो प्रवीन ने तो मुझे फाड़ कर रख दिया था रात में श्याम और भी तेज चोदने लगा।
उसने कहा कि रूपा रानी देखती जाओ मैं तुम्हारी इस बुर का क्या हाल करते हैं वो तेजी से मेरी चुत में हलचल मचाने लगा और कुछ ही देर में श्याम का ढेर सारा वीर्य मेरी चुत में गिर गया और ठीक उसी समय मेरे चुत का भी रस निकल गया और मैं अपने श्याम की बाहों में समा गयी श्याम मेरे होठों और गालों को बुरी तरह से चूमने लगा और उसने मेरे निप्प्लेस को मुह में ले लिया और चूची दबाने लगा इस तरीके से श्याम ने भी मेरी बुर का मजा ले लिया।
मैंने श्याम को अपनी ओर खिंच के कहा की श्याम आज तुमने अपनी रूपा का रस बहुत अच्छी तरह से चूसा उसने अब मेरे गांड पर लाइन मारने लगा थोड़ी देर में ही उसने मेरे होंठ से अपने लंड को लगा दिया मैंने उसका लंड चूस कर फिर खड़ा कर दिया और अब मेरे गांड की बारी थी श्याम ने ज्यों ही मेरी गांड में अपना लंड डाला हम दिल्ली बाईपास पहुँच गए थे।
श्याम और मैं बिना लोगों का ध्यान दिए हुए गांड मराई का खेल खेलने लगे जैसे ही हम कश्मीरी गेट क्रॉस कर के नॉएडा ब्रिज पर पहुंचे श्याम का वीर्य मेरी गांड में गिर गया और श्याम ने पीछे से ही मुझे भींच लिया और हम दोनों ने एक दुसरे को प्यार भरा चुम्बन का आदान प्रदान किया प्रवीन और सुनीता भी तृप्त हो चुके थे पुरे चार पांच घंटे गाडी में मेरी खूब चुदाई हुई मैं तो पूरी तृप्त हो गयी थी।
सुनीता ने कहा बहुत मजा आया इस ट्रिप में अब रेगुलर प्रोग्राम बनायेंगे और रूपा के पति प्रतीक को भी शामिल कर लेंगे भले जाते समय एक दुसरे से दूर थे पर अब हम सब के बिच एक रिश्ता बन चूका था और मैंने सुहाग रात के साथ सुहाग दिन भी मना लिया था।
कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।
घर पहुँचने से पहले एक जगह गाडी रोक कर प्रवीन ने मुझे अपनी बाहों में लिया और मेरे पुरे बदन पर दबाव बढ़ा दिया और मेरी चूची को एक बार फिर मसल दिया और मेरे होठों पर चुम्बन दिया और कहा की रूपा आज तुमने मुझे जिंदगी का सबसे बड़ा मजा दिया है मुझे तुम्हें छोड़ने का मन नहीं कर रहा है और कहा कि रियली मैं तुम्हें अपनी बीवी मानने लगा हूँ..
और तुमसे मुझे प्यार हो गया है प्रवीन ने मेरी पैंटी को यादगार के तौर पर रख लिया मैंने कहा कि मैं भी ये ट्रिप नहीं भूलूंगी इस ट्रिप में मुझे दो दो पति के सामान दोस्त मिले हम ये ट्रिप अपने दोस्ती के नाम करते हैं जिसने मुझे सुहाग रात का आनंद दिया और जवानी शब्द से भिज्ञ कराया मेरे पति प्रवीन और मैं भावना में आ कर फिर से प्रवीन की बाहों में समा गयी थोड़ी देर में हम घर पर पहुंचे और बड़े भारी मन से विदा लिए।
मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.
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