Cousin Ke Sath Mera Honeymoon Safar – Part 2

Arashdeep Kaur 2017-06-25 Comments

मैं उसके सामने खड़ी थी और वो बैॅड पर बैठा था। मैं बात करने लगी और उसने मेरी कमर में हाथ डालकर मुझे अपनी तरफ खींच लिया। उसने मेरी जींस का बटन एवं जिप खोलकर जींस और पैंटई निकाल दी। मेरी जींस टाईट थी तो सैंडिल भी निकालने पडे़। रमन ने मुझे फिर से सैंडिल पहना दिए और मैं उसके साथ सट कर बैठ गई।

मैं एक हाथ से मोबाईल पकड़कर बात करने लगी और दूसरे हाथ से रमन का लंड हिलाने लगी। रमन ने अपने एक हाथ मेरी पीठ ऊपर से घुमा कर और दूसरा आगे से लेजा कर मेरे बूब्ज़ पकड़ लिए। वो मेरे बूब्ज़ जोर जोर से दबाने लगा और मेरे निप्पलों को खींचने लगा। पहले रमन के मम्मी-पापा ने मुझ से बात की फिर मेरे पापा ने। जब मेरी मम्मी मुझ से बात करने लगी तो रमन मेरी गोद में सिर रखकर लेट गया और मेरे बूब्ज़ चूसने लगा। उसने मेरे निप्पलों को चूसा तो मेरे मुंह से आहह निकल गई और मम्मी को पता चल गया कि मैं चुदवा रही हूं। मम्मी ने बोला किसके साथ चल रहा है तो मैंने रमन का नाम बता दिया।

मम्मी ने कहा साली रंडी आराम से.. अभी वो बच्चा है। मैंने कहा बच्चा नहीं एक नंबर का हरामी है अपनी मम्मी और बहन को कई बार चोद चुका है। फिर मैंने मम्मी से पूछा कैसा चल रहा है तो मम्मी बोली एकदम मस्त, रमन के मम्मी-पापा और हम एक रूम में रहते हैं। खूब शराब का दौर चलता है और चारों मिलकर चुदाई करते हैं। मैंने कहा ठीक है आप अपना मजा करो और हमें अपना करने दो। मैंने फोन काट कर स्विच आॅफ कर दिया और रमन से कहा बहनचोद साले मोबाईल को बंद नहीं रख सकता था सारा मजा खराब हो जाता है। रमन बोला सॉरी दीदी भूल गया था और उन लोगों को भी अभी मां चुदवानी थी।

मैंने रमन से पूछा तूने दोबारा सैंडिल क्यों पहना दिए तो वो बोला तेरी मोटी गांड और भी सेक्सी लगती है। रमन ने मुझे अपने सामने खड़ी कर लिया और मेरे मुलायम एवं चिकने पेट को चूमने लगा। वो मेरे पेट पर जीभ घुमा घुमा कर चाटने लगा और मेरी गहरी नाभि में जीभ डाल देता। उसने अपने हाथ ऊपर करके मेरे दोनों बूब्ज़ अपने हाथों में दबा लिए। वो मेरे पेट को चूमते हुए मेरे बूब्ज़ भी दबाने लगा और मेरे निप्पलों को अपने हाथों की ऊंगलियों के बीच लेकर जोर से मसल देता।

जब वो मेरी नाभि में जीभ डालकर घुमाता या मेरे निप्पलों को मसल देता तो मेरी मस्ती भरी आहह निकल जाती। मैं उसने बालों से खेलती हुई अपने पेट पर उसके मुंह का और बूब्ज़ पर उसके हाथों मजा लेते हुए मचल रही थी। अब रमन ने अपने हाथ मेरी गांड पर रख दिए और मुंह मेरे बूब्ज़ पर रख दिए। वो मेरे चूतडो़ को जोर जोर से दबाते हुए मेरे बूब्ज़ चूसने लगा। वो मेरे बूब्ज़ को बहुत जोर से मुंह में भर चूसता और जब छोड़ता तो पुच्च की आवाज़ आती। मैं जोर से उसका सिर अपने बूब्ज़ पर दबाने लगी और रमन बहुत जोर से मेरे बूब्ज़ चूसने लगा।ऐसा प्रतीत हो रहा था वो मेरे बूब्ज़ को पूरा अपने मुंह में लेना चाहता हो लेकिन मेरे बूब्ज़ बहुत बडे़ हैं तो ले नहीं पा रहा था।

वो मेरे निप्पलों के ऊपर अपनी जीभ घुमाने लगा और फिर मेरे निप्पलों को होंठों के बीच लेकर चूसने लगा। वो बहुत जोर से मेरे बूब्ज़ और निप्पलों को चूसने लगा और मेरे निप्पलों को दांतों से काट लेता। उसकी इन हरकतों से मुझे बहुत आनंद मिल रहा था और मैं सातवें आसमान पर पहुंच गई। बूब्ज़ चूसते चूसते रमन बोला कमाल है दीदी तेरे बूब्ज़ तो बहुत टाईट, चिकने और मस्त हैं, तेरे बूब्ज़ पीकर तो मजा आ गया। मम्मी के बूब्ज़ तेरे बूब्ज़ जितने बडे़-बडे़ तो है लेकिन ढिलके हुए हैं और दीदी के बूब्ज़ तो तुझ से काफी छोटे हैं तथा उसके बूब्ज़ भी तेरे जितने टाईट नहीं हैं। आगे बोला तेरे निप्पलों का रंग भी बहुत सेक्सी हैं और मेरी मम्मी और दीदी के तो काले रंग के हैं। मुझे अपनी तारीफ सुन कर बहुत अच्छा लगा।

उसने मेरी टांगें खोल दीं और चूत चाटने के लिए सिर नीचे किया लेकिन मैंने मना कर दिया और उसको 69 अवस्था में लेटने को कहा। मैं बैॅड पर नीचे लेट गई और वो मेरे ऊपर आ गया। उसने अपने घुटने मेरे सिर के पास रखे और मेरी चूत की ओर झुक गया। मैंने रमन के लंड के टोप्पे से चमड़ी पीछे की और लाल रंग का टोप्पा बाहर आ गया।

मैंने उसके टोप्पे पर गोल गोल जीभ चालू कर दी और सिर ऊपर को उठा कर लंड मुंह में ले लिया। रमन बोला तू तो बहुत चुद्दकड़ है दीदी बिल्कुल कुतिया जैसे लंड चूसती है। रमन ने मेरी चूत को चूमना चालू कर दिया और फिर जीभ से चाटने लगा। मैं अपना सिर उठा उठा कर उसका लंड चूसने लगी और वो मेरी चूत में जीभ डालकर चाटने लगा। वो मेरी चूत को बहुत जोर से चाटने लगा और मैं भी उतनी ही जोर से उसका लंड चूसने लगी। वो अपनी पूरी जीभ मेरी चूत में डालकर हिलाता और मैं गले की गहराई तक उसका लंड उतार कर चूसने लगी।

मेरी चूत और उसके लंड चुसाई से रूम में सपड़ सपड़ और पुच्च पुच्च की आवाज़ आने लगी। मुझे बहुत मजा आ रहा था, मैं अपनी गांड हिला हिला कर अपनी चूत उसके मुंह पर रगड़ने लगी। वो कौन सा पीछे रहने वाला था वो भी अपनी कमर चलाने लगा और मेरा मुंह चोदने लगा। वो ऊपर से मेरे मुंह में धक्का देता और उसका लंड मेरे गले की गहराई में उतर जाता और वो वापिस खींच कर फिर अपना लंड मेरे गले में उतार देता। मैं भी उसके मुंह पर बहुत जोर जोर से चूत उसके मुंह पर रगड़ने लगी। इस रगडा़ रगडी़ में हमें बहुत मजा आ रहा था।

Comments

Scroll To Top