Cousin Ke Sath Mera Honeymoon Safar – Part 1
हैलो दोस्तो, मैं अर्शदीप कौर उर्फ चुद्दकड़ अर्श फिर से अपनी चुदाई की गर्मा-गर्म इंडियन सेक्स स्टोरीज इन हिन्दी चुदाई कहानी लेकर हाजिर हुई हूं और उम्मीद करती हूं ये कहानी भी आपको बहुत पसंद आएगी। कहानी शुरु करने से पहले सभी खड़े लंडों के लाल लाल टोप्पों पर अपनी जीभ घुमाते हुए तथा मुंह में लेकर चूसते हुए ढेर सारा प्यार। सभी के लंडों को चूत एवं गांड में लेकर उछलते हुए मेरा सलाम।
मेरे बारे में आप जानते ही हो आयु 23 साल, कद 5 फीट 7 इंच, रंग गोरा, बदन भरा हुआ एवं टाईट, फिगर 34डी-26-36, बूब्ज़ एवं गांड बाहर को उभरे हुए और गहरी नाभि। गांड और बूब्ज़ बड़े-बड़े और बिल्कुल गोल, जांघें भरी हुई और चिकनी, बदन कोमल एवं चिकना, बूब्ज़ के निप्पलों का रंग हल्का भूरा। ये भी जानते हो कि मैं बहुत ही चुद्दकड़ किस्म की लड़की हूं और बहुत सारे लंड अपने तीनों छेदों में लेकर चुद चुकी हूं।
ये कहानी मेरे और मेरे मामा के लड़के के बीच हुए सेक्स की कहानी है। रमन मेरे सगे मामा का बेटा नहीं है बल्कि मेरी मम्मी के रिश्ते में भाई का बेटा है। रमन मुझ से आयु में काफी छोटा है और कद मेरे जितना ही है। अभी उसकी मूछें फूट रही हैं और दिखने में बहुत क्यूट है। उसका रंग काफी गोरा और चेहरा बहुत मस्त है। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
ये बात 6 माह पहले की है जब मेरे मम्मी-पापा और रमन के मम्मी-पापा घूमने केलिए गोवा चले गए। रमन को हमारे घर मेरे पास छोड़ दिया। रमन ने बोला दीदी ये अच्छी बात नहीं मम्मी-पापा घूमने चले गए और हम लोग यहां हैं। वो बोलने लगा उसको भी घूम कर आना है। रात को हमने कसौली जाने का प्रोग्राम बना लिया, मम्मी-पापा 10 दिन बाद आने वाले थे और हमने 2 दिन कसौली घूमने का प्रोग्राम बना लिया क्योंकि उसके बाद रमन ने अपनी मौसी के घर जाना।
रात को हम लोग बातें करते-करते ऐसे ही सो गए। करीब आधी रात को मुझे अपने बूब्ज़ पर भारी सा लगा और मैंने आंखें खोलकर देखा कि मैं सीधी लेटी हुई थी एवं रमन उल्टा लेटा हुआ था और उसका हाथ मेरे बूब्ज़ पर था। मुझे समझ नहीं आ रही थी कि उसने हाथ जान बूझकर रखा है या नींद में रखा गया।
ये देखने केलिए मैंने पासा लिए और उसकी तरफ पीठ करके लेट गई। ऐसा करने से उसका हाथ मेरे बूब्ज़ से हट गया। थोडी़ देर तक वो ऐसे ही लेटा रहा और फिर सरक कर मेरे पास आ गया। उसने पीछे से मेरे बूब्ज़ पर हाथ रख लिया और अपना लंड मेरी गांड पर दबा दिया। मैं अब जान गई थी वो मजा ले रहा है। वो धीरे-धीरे मेरे बूब्ज़ दबा रहा था और लोअर के ऊपर से मेरे चूतडो़ं पर अपना लंड दबा रहा था। मुझे भी मजा आ रहा था और मैंने लेटे-लेटे टूर पर चुदाई का प्रोग्राम भी बना लिया लेकिन इससे पहले मैं उसका लंड देखना चाहती थी कैसा है।
मैं थोडा़ सा हिली और वो मुझे से दूर होकर लेट गया। मैं उसकी तरफ मुंह कर के लेट गई और आंखें थोडी़ सी खोलकर देखा तो वो मेरी तरफ मुंह कर के लेटा हुआ था। उसका लंड लोअर में उभरा हुआ था और उसकी आंखें बंद थीं। मैंने धीरे से अपना हाथ उसके लंड पर रख दिया, उसका लंड मुझे काफी लंबा और मोटा महसूस हुआ और मैं खुश हो गई। थोडी़ देर बाद वो उठा और लाईट बंद करके दोबारा बैॅड पर आ गया। उसने अपनी लोअर नीचे करके मेरा हाथ अपने लंड पर रख लिया। उसने एक हाथ मेरे टॉप में घुसा दिया और अपने होंठों को धीरे से मेरे होंठों पर रख दिया।
वो धीरे-धीरे मेरे बूब्ज़ दबाते हुए और धीरे से मेरे होंठों को चूमते हुए मेरे हाथ से अपना लंड हिलाने लगा। मैं वैसे ही लेटे-लेटे उसकी हरकतें महसूस करती रही। थोडी़ देर बाद वो उठ कर खडा़ हो गया और मेरे पीछे आकर खडा़ हो गया। उसने मेरी लोअर को नीचे सरका दिया और मेरे चूतडो़ं को चूमने लगा। थोडी़ देर बाद उसने मेरे चूतडो़ं की दरार को फैला लिया और मेरी गांड के छेद पर लंड रखकर घिसने की कोशिश करने लगा लेकिन एक हाथ से मेरी गांड पकड़ कर घिसने से उसका लंड सैट नहीं हो रहा था।
उसकी सुविधा केलिए मैंने अपनी मोड़ लीं और घुटने पेट से सटा कर अपनी गांड पीछे को कर दी। अब मेरी गांड का छेद बाहर को उभर आया और रमन ने बिना देरी किए लंड घिसना चालू कर दिया। मुझे लगा था लंड घिसा घिसा कर वो अपना पानी निकाल देखा लेकिन उसने मेरी गांड के छेद पर थूक लगा दिया और मैं समझ गई वो क्या करने वाला है। उसने अपना लंड मेरी गांड के छेद पर टिका दिया और धीरे-धीरे दबाने लगा। मैंने अपना बदन बिल्कुल ढीला छोड़ दिया और उसने लंड को गांड पर दबा दिया। उसके दबाते ही उसके लंड का टोप्पा मेरी गांड में घुस गया और वो धीरे-धीरे हिलाने लगा।
कुछ देर बाद मुझे शरारत सूझी और मैंने गांड पीछे को और धकेल दी और उसका आधा लंड मेरी गांड में चला गया। उसका लंड मुझे अपनी गांड में बहुत मोटा, लंबा और दमदार महसूस हो रहा था। मैं मन ही मन बहुत खुश हो रही थी कि टूर पर दमदार लंड से चुदाई होगी। अगर मैं चाहती तो अभी उससे अच्छी तरह चुदाई कर सकती थी लेकिन मैं टूर पर उसको सरप्राइज देना चाहती थी और अभी उसको परख रही थी। वो कुछ देर ऐसे ही रुका रहा और फिर से मेरी गांड में लंड हिलाने लगा। कुछ देर बाद उसने अपना लंड मेरी गांड से निकाल लिया और मेरी लोअर ऊपर कर के बैॅड पर आ गया। बैॅड पर आकर उसने मेरे होंठों से लंड लगा दिया और हिलाने लगा।
Comments