Cousin Ke Sath Mera Honeymoon Safar – Part 1
हमने अपने ऊपर चादर ओढ़ ली और ठीक होकर लेट गए। मैंने रमन की जींस का बटन खोलकर नीचे कर दिया और उसके लंड को मुंह में भर लिया। रमन ने मेरी जींस का बटन एवं जिप खोल दी और नीचे सरका दी। मैं उसका लंड मुंह में लेकर सिर आगे-पीछे कर के चूसने लगी लेकिन मेरी टांगों के बीच से रमन का मुंह मेरी चूत तक नहीं पहुंच रहा था।
मैंने टांग ऊपर उठा कर एक टांग से जींस निकाल दी और उसके सिर के ऊपर से घुमा ली। अब रमन का मुंह बिल्कुल मेरी चूत के ऊपर था। अब में उसका लंड गले तक उतार के चूसने लगी और वो मेरी चूत में जीभ डालकर चाटने लगा। हम दोनों ये सब धीरे-धीरे और सावधानी से कर रहे थे ताकि आवाज़ न आए। रमन मेरी चूत चाटते चाटते मेरे चूतड़ दबा रहा था अचानक उसने अपनी दो ऊंगलियों को थूक लगा कर मेरी गांड में घुसेड़ दीं। मुझे बहुत मजा आया और मैं उसका लंड गले तक उतार कर चूसने लगी।
अब मेरी चूत एवं गांड लंड मांग रही थी और रमन का लंड भी चूत या गांड में घुसने केलिए व्याकुल हो रहा था। मैंने उसको घूम जाने को बोला और हम एक दिशा में लेट गए। मेरी रमन की तरफ पीठ थी और उसका लंड मेरी गांड पर ठोकर मारने लगा। हमने ऊपर चादर ओढ़ ली और मुंह बाहर निकाल लिए। रमन का लंड मेरी गांड के छेद पर टिका हुआ था। मैंने रमन के लंड पर और अपनी गांड के छेद पर थूक लगा लिया तथा उसको हिलने से मना कर दिया। मैं धीरे-धीरे अपनी गांड को पीछे धकेलने लगी और रमन का लंड मेरी गांड में घुसता चला गया।
कुछ ही देर में रमन का लंड मेरी गांड की गहराई नाप रहा था। अब गांड में लंड लेने के बाद मुझे रमन के लंड की लम्बाई और मोटाई असल में पता चली। उसका लंड काफी मोटा और लंबा था, उसका लंड मेरी गांड की काफी गहराई तक घुस गया था और मेरी गांड की दीवारों में फंसा हुआ था। रमन ने अपना एक हाथ मेरे नीचे से और दूसरा ऊपर से डालकर मेरे बूब्ज़ टॉप के ऊपर से पकड़ लिए लेकिन मैंने अपना टॉप और ब्रा ऊपर कर के उसके हाथ अपने बूब्ज़ पर रख दिए। रमन ने मेरे नंगे बूब्ज़ को अपने हाथों में पकड़कर मेरी गांड में धक्का मारा और मैंने भी अपनी गांड आगे-पीछे को हिला कर उसका साथ दिया।
हम कुछ देर उसी अवस्था में लेटे रहे लेकिन जगह कम होने की वजह से चुदाई ठीक से नहीं हो रही थी। हमने काफी कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी, लंड तो मेरी गांड में समा गया था लेकिन हिलने में दिक्कत हो रही थी। हम आगे होते तो मैं सीट की बैक में घुस जाती और सीट हिलने लगती, पीछे होते तो रमन सीट से नीचे सरकने लगता। हमें कुछ खतरा उठाना पडा़ और मैंने उठ कर एक बार फिर बस के सभी यात्रीयों का जायज़ा लिया। रमन सीट पर सीधा बैठ गया और मैं अपनी टांगें खोलकर उसकी जांघों के ऊपर बैठ गई। मैं आगे वाली सीट के हैंडल को पकड़कर झुक गई और गांड उठाकर पीछे को सरका दी।
ऐसा करने से मेरी चूत का छेद रमन के लंड से टकरा गया। मैंने बिना कोई देरी किए तेज़ी से गांड को पीछे धक्का मारा और रमन को मोटा लंबा लंड एक ही झटके में मेरी टाईट चूत की दीवारों को खोलता हुआ मेरी बच्चेदानी के मुंह से टकरा गया। अगर आस पास कोई न होता तो मैं जोर से चिल्ला देती, मैंने बहुत मुश्किल से चीख को अपने गले में दबा लिया। मैं हैंडल को पकड़कर अपनी गांड ऊपर-नीचे करके लंड अपनी चूत के अंदर-बाहर करने लगी। रमन का लंड मेरी बच्चेदानी से टकरा कर बाहर आता और मुझे बहुत मजा आता। मेरे मुंह से कामुक आंहें निकलने लगीं और मैंने मुंह में रुमाल दबा ली ताकि आवाज़ न आए।
यही हाल रमन का था वो भी अपने मुंह को हाथ से दबा कर आवाज़ रोक रहा था और मुझे देखकर उसने भी अपने मुंह में रुमाल ले ली। रमन ने अपने दोनों हाथों से मेरी नाजुक कमर को मजबूती से पकड़ लिया और नीचे से अपना लंड हिलाने लगा। कुछ देर बाद उसने मेरी गांड में लंड दे दिया और हम वैसे ही चुदाई करने लगे। कुछ हम हिल हिल कर चुदाई कर रहे थे और कुछ बस के झटके हमारी मदद कर रहे थे। अचानक रमन मेरी गांड मैं तेज़ी झटके मारने लगा और मेरी गांड में वीर्य छोड़ दिया। जैसे ही उसने अपना लंड मेरी गांड से बाहर निकाला तो मेरी गांड से वीर्य टपकने लगा।
रमन ने अपनी रुमाल से मेरी गांड से वीर्य साफ किया और मैंने उसका लंड जीभ से चाटकर साफ किया। हमने अपने कपड़े ठीक किए और सीट पर बैठ गए। उसके बाद हमें नींद आ गई और कंडक्टर की आवाज़ से हमारी आंख खुली कि कसौली आ गया है। मैंने टाईम देखा सुबह के 6 बज रहे थे। हमने बस से उतर कर सामान उठाया और एक ढाबे से खाना खाया। उसके बाद हमें चर्च के पास एक होटल में रूम ले लिया और दो दिन केलिए बुक कर लिया।
हमने रूम में सामान रखा और फ्रेश होने केलिए मैं नहाने चली गई और रमन रूम चैक करने लगा कहीं कोई छुपा हुआ कैमरा तो नहीं लगा। रमन ने सारा रूम अच्छे से देख लिया और मैंने बाथरूम को अच्छे से चैक किया। सब चैक करने के बाद मैं नहा कर बाहर आ गई और रमन नहाने चला गया। रूम में एक डबल बैॅड, एक बडा़ सोफा, सोफे के साथ की दो कुर्सियां, एक बडा़ टेबल, एक सैटी, एक बडा़ सा ड्रेसिंग टेबल और एक एलईडी थी।
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