Maya Ki Chut Ne Lagaya Chodne Ka Chaska
This story is part of a series:
सरोज: ओह्ह्ह्ह तो मायादेवी कोई नहीं हे तो फिर आप सजधज के क्या कर रही थी??? खिलाडियो से खेल??? अगर कुछ नहीं ने तो तेरा रंग क्यों उतरा हुआ हे. और ये तेरे गाल पे क्या चिपका हे??? उसने उसके गालपे चिपके मेरे वीर्य को अपनी ऊँगली पे लिया और उसे सूंघने लगी… और वो कमरे की अन्दर की और बढ़ने लगी. माया ने उसका हाथ पकड़ा और चिढ़ते हुए……
माया: सरू प्लीज कुछ नहीं हे तू बेकार में मुजपे शक कर रही हो, और मेरे गालो पे दूध की मलाई चिपकी थी जो अभी दूध पीते हुए लगी होगी, में साबुन से मुह धो रही थी तो साबुन आँखों में जाने से मेरी आवाजे आ रही होगी मेरी माँ!!!!
सरोज: अच्छा तुजे पता हे ना में बड़ी चुदक्कड हु, मेने कहीयो के पानी छुड़ा दिए हे!! समजी… मुझे उल्लू न बना. बता अन्दर कौन हे, बताती हे या में अन्दर जा के उसकी पिटाई कर के पुरे मोहल्ला जमा करदू. अभी तो केवल शाम के ७.३० बजे हे महारानी.
में अन्दर से सब सुन रहा था और मेरी तो गांड फट रही थी और मेरा दिल डर के मरे जोर-जोर से फड़क रहा था. वो लगभग हमारे कमरे में आ चुकी थी. वो कमरे की हालत देखकर बोल उठी..
सरोज: साली जूठी ये कैसी बू आ रही हे और यह तेरे बिस्तर की हालत देख कोई भी कह सकता हे की यहाँ तू अकेली नहीं…, बोल कोन था तेरे साथ…???? बोलदे वरना मुझसे बुरा कोई ना होगा.
माया: ओह सरू कोई भी तो नहीं… तू यार खामखा मुजपे शक कर रही हे.. अगर कोई होता तो पगली में तुजे न बतानी, तुजसे मेरी कोई बात छिपी हे क्या??..
सरोज: साली तो ये तेरे गालो पे जो चिपका था और खडकी से सिसकिया सुनाई दी वो क्या भुत की थी? वो जोर से धमकी भरे शब्दों में बोली……. मेने मैंन दरवाजा बन्ध किया हे और में माया की खास सहेली हु और जो भी अन्दर छिपा हे वो मेहरबानी करके बहार आये. अगर मेने उससे ढूढ़ लिया तो बहोत बुरा होगा..
माया: सरू कोई नहीं यार मुजपे भरोशा नहीं क्या? वो बिचारी सरोज को गीड-गिडा रही थी. उससे हाथ जोड़कर मिन्नते कर रही थी. यार तू जा कुछ नहीं…
सरोज: तुम बहार आते हो या में अन्दर आऊ??? अगर पकडे गए तो तुमदोनो का हाल बुरा होगा ये लास्ट वार्निंग हे. माया ने उसके कान के पास जाकर कुछ कहा. तो और भी चिल्लाई.
सरोज: अच्छा तो ये बात हे आने दे भैया भाभी को.. यह सुनकर में जट से बहार निकला, में बरमूडा और टी शर्ट पहने हुए था.
में: नहीं प्लीज़ दीदी ऐसा मत करना, मैंने भी लाचारी से हाथ जोड़े..
सरोज: प्लीज़ के बच्चे, में तेरी दीदी नहीं साली हु समजा, मुझे दीदी कहा तो तेरा रेप कर भाईचोद बन जावुगी, इतना छोटा हे पर मेरी भोली सहेली को फसा दिया?!! साले १२-१३ साल से वो तड्पी हे पर भाई की इज्ज़त को देखते हुए कभी बहार नहीं गयी और साले तूने उसको फुसला के उसको ठोकने भी आ गया.. (में गभराया, मुझे बात बिगडती दिख रही थी).
माया: नहीं सरोज उससे कुछ मत कहे यार वो निर्दोष है. वो उसे मेने …….. यार वो ऐसा नहीं वो अभी कुवारा हे. उसने किसी को किस तक नहीं किया. वो ऐसा नहीं अभी भी बच्चा हे.
सरोज: ओह्ह्ह मेरी जान….. दोनों में इतना प्यार भी हो गया? एक दुसरे को बचाने के लिए आगे आ रहे हो. सालो आने दो भैया को.. वो हमदोनो को ब्लैकमेल करते हुए मेरे पास आई, मेरा कान पकड़ कर बोली साले इसने १२-१३ सालो में जो नहीं किया वो तूने ३० दिनों में करवा लिया. उसने कस में बरमूडा में ही मेरा लोडा पकड़ लिया और मेरे होंठ पर जोर से किस कर ली..
माया: सरोज बहोत हो गया..(वो गुस्से में आ गयी) उसने मुझे बाही में लेके बड़े गर्व से कहा
माया: हां में इससे दिल से चाहती हु इसे अपना पति मानती हु, उससे मत छु… और तुजसे क्या छुपाना…… में भी तो तेरी सब बात जानती हु…
सरोज: माया देख तो सही ये तुजसे १०-१२ साल छोटा लगता हे. पर क्या चिकना माल हे…. यार उसकी मजबूत बाहों में मुझे भी जरा जुलने दे मेरी जान….फिर माया को मुरजाया चेहरा देख शांत हो कर बोली….
सरोज: यार में तेरे दिल का हाल जानती हु, और मुझे यह भी पता हे की तुजे छोटे मर्द पसंद हे… वो फु फु करती हस पड़ी.. सॉरी मेरी जान में तेरी फिरकी ले रही थी. पर क्या तीर मारा हे. मस्त चिकन अकेले ही खा रही हो और हमें दावत भी नहीं, साली चुदद्द्कड़…में तो तुम दोनों की मजाक कर रही थी सालो तुमारे सह्मे हुए चहेरे तो देखो. सालो तुम दोनों की कैसी फट रही हे. प्यार भी डर के करते हो छोटे जीजू…????!!!
मेरी जान में जान आई, माया ने कस के उसके बाल खिचे और कहा.—
माया: (दबी आवाज में) साली हरामखोर तूने हमको डरा ही दिया.. उससे खीच के बिस्तर धक्का देके उसपर चड गयी और उसके गालो को नोचने लगी.. सरोज की बच्ची आज तू गयी.. वो चिल्लाई..
सरोज: आःह्ह्ह माया दुखता हे…. छोड़ मुझे. साली तुजे कुछ करना भी नहीं आता. अच्छा हे मुझे सुनाई दिया वरना आज तो तू किसीके हाथ पकड़ी जाती. साली चुडेल में तुजे बचाने आई और तू मुझे ही मारती हे? रुक में अभी चिल्लाती हु.. माया ने उसके मुह हाथ रख कर उससके गालो को चुमके कहा….
Comments