Paper Dene Aayi Saali, Choot De Gayi
काजल की चूत से खून, वीर्य मिलकर एक अलग ही रंग की धारा में बह रहा था। दोनों ने उठकर अपने आप को साफ किया और बहुत रात होने की वजह से अपने अपने कमरो में सोने की बात कही। उनकी ये बात सुनकर मैं जल्दी से अपने कमरे में आ गयी और सोने का नाटक करने लगी।
अगले दिन काजल को बहुत तेज़ बुखार आया और उसे चलने में भी बहुत कठिनाई हो रही थी। बड़ी मुश्किल से काजल एग्जाम देने स्कूल गई। आज पहली बार मुझे अपनी बहन और पति से घृणा हो रही थी। लेकिन मैंने उन्हें जरा सा भी शक नही होने दिया के रात वाली बात मुझे पता है। अगले दिन काजल अपने गांव चली गई।
सो ये थी मेरी आँखों देखी कहानी, अपने मेलस के जरिये बताना आपको कैसी लगी ? हमारा मेल पता तो आप जानते ही हो। लेकिन फेर भी नए पाठको के लिए पता बताती हूँ । आप इस पते “[email protected]” पे अपने विचार और कहानी भेज सकते हो।
आज के लिए इतना ही फेर किसी दिन नई कहानी लेकर आपके सामने फेर आएंगे। तब तक के लिए अपने दीप पंजाबी को इज़ाज़त दो, नमस्कार!
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