Party Me Neelam Ki Chut Mili
मैंने उसके दर्द को कम होने तक रुककर एक बार फेर धक्का दिया। इस बार आधे से ज्यादा लण्ड उसकी चूत में घुस चूका था और वो आखे बन्द करके इस मीठे दर्द को महसूस किये जा रही थी। उसने बिन बोले हाथ के इशारे से मुझे हिलने का आदेश दिया।
मैं भी आज्ञाकारी बच्चे की तरह उसका हुक्म मानकर उसपे आधे लेटी हालात में ही हिलना आरम्भ कर दिया। उसकी चूत के पानी की वजह से लण्ड का अंदर जाना, बाहर आना आसान हो गया। वो मेरी पीठ को दोनों हाथो से सहला रही थी।
जैसे उसे थोडा मज़ा आता या दर्द होता तो वो मेरी पीठ पे नाख़ून गाड़ देती और मेरे होंठो को भी चूस रही थी। मैं कभी उसके होंठो को छोड़कर उसके उरू को चूसने लगता तो कभी उसके गर्दन को चूमने लगता। वो काम आवेश में पागल होए जा रही थी और गांड उठा उठा कर मेरा लण्ड ले रही थी।
हमारा ये कामुक खेल 10-12 मिनट तक चला होगा। जिस दौरान वो 1 बार पहले और एक बार मेरे साथ झड़ चुकी थी। हम थक कर चूर हो चुके थे। उसने मुझसे पूछा,” क्यों जनाब कैसी लगी पार्टी ?
मैंने उसे किस करते हुए कहा,” बहुत ही लाज़वाब थी। मेरा मन तो पार्टी एक बार और लेने का है। इस पे हम दोनों हंस पड़े। हमने एक बार फेर सेक्स किया और घर की सफाई करकइ सकूटर से वापिस अपने अपने घर आ गए।
इस तरह से हमे जब भी वक्त मिलता हम पार्टी के लिए तैयार हो जाते। सो मित्रो ये थी एक और सेक्स गाथा, आपको जैसी भी लगी लगी मेल्ज़ के जरिये बताना, हमारा ईमेल पता है “[email protected]” इस पते पर आप अपनी सेक्स गाथा भी भेज सकते है। हम आपकी पहचान गुप्त रखने की गॅरेंटी देते है।
आज के लिए इतना ही , फेर किसी दिन एक नई कहानी लेकर फेर हाज़िर होऊंगा। तब तक आप अपने दीप पंजाबी को दो इज़ाज़त नमस्कार, छब्बा खैर…
👌🙏 समाप्त 🙏👌
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