Vidhwa Teacher Ki Chudai – Part 2
मैडम बोली,” मेरी सालो से सूखी चूत में ही झड़ जाओ, आपका पानी अपने अंदर महसूस करना चाहती हूँ। फेर मेने भी एक लम्बी आह्ह्ह्ह्ह् से उसकी चूत अपने वीर्य से भर दी और तब तक उसके ऊपर लेटकर पिचकारियां छोड़ता रहा जब तक आखरी बूँद न चूत में नुचड़ न गयी। अब हम दोनों के चेहरों पर सन्तुष्टि के हाव भाव साफ झलक रहे थे।
कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।
फेर हम थक कर एक दूसरे की बाँहो में पड़े रहे और पता ही नही चला कब नींद आ गयी। दोपहर को उठकर हम साथ में नहाये और खाना खाया। बाद में घर से फोन आने की वजह से मुझे उसे छोड़कर आना पड़ा। आज भी जब भी दिल करता है हम दोनों पति पत्नी की तरह सेक्स के मज़े लेते है।
सो ये था एक और नया अनुभव ।
अपने कीमती विचार हमे इस पते पे भेजे मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.
जरूरी सुचना – बतमीज पाठक जिनको बोलने की भी तमीज़ नही है सिर्फ गालिया ही आती है कृपया वो हमारी ईमेल और कहानी से 1000 फ़ीट दूर ही रहे।
हम इतनी मेहनत से ख़ास आपके मनोरंजन के लिए कितना समय लगाकर कहानी लिखते है। आपको नही पसंद तो बोल्दो अछी नही लगी, बोरिंग है बात खत्म।
माँ बहन की गालिया निकालने की क्या बात है। सो समझदार को इशारा ही काफी है।
जल्द ही नई कहानी लेकर हाज़िर होऊंगा तब तक के लिए अपने दीप पंजाबी को दो इज़ाज़त.. नमस्कार।
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