Papa Aur Bua Ki Chudai Ka Live Telecast
Sex Story
हैलो दोस्तो, मैं अर्शदीप कौर उर्फ चुद्द्कड़ अर्श फिर से हाजिर है आपके सामने एक और गर्मा-गर्म चुदाई की कहानी के साथ। सभी खड़े लंडों और फैली चूतों का चुद्द्कड़ अर्श का प्यार भरा सलाम। अपने मुंह चूत और गांड में लंड लेकर हिलाते हुए आपके सामने कहानी पेश कर रही हूं शर उम्मीद करती हूं कि कहानी पढ़ने के बाद सभी लड़कों के लंड चुदाई केलिए उतावले हो जाएंगे और लड़कियों की चूत एवं गांड लंड लेने केलिए तड़प जाएंगी।
जिस लड़का-लड़की को घर में चूत या लंड मिलता है मतलब जो भाई-बहन, बाप बेटी या मां बेटा आदि वो खूद को चुदाई करने से रोक नहीं पाएंगे। बाकी लड़के अपना लंड हिला कर और लड़कियां चूत में ऊंगली लेकर अपनी गर्मी जरूर निकालेंगे। ये कहानी मेरी चुदाई की नहीं है बल्कि मेरे पापा और बुआ (पापा की बहन) की चुदाई की है जिसे मैंने अपनी आंखों से देखा था।
मेरे पापा का नाम जसवंत है और उनकी आयु 44 साल है। पापा का कद 5 फीट 10 इंच और रंग साफ है। पापा का डील डौल बहुत अच्छा और चेहरा बहुत आकर्षक है। पापा को क्लीन शेव चेहरे से लाली झलकती है और आंखों एवं बालों का रंग गहरा काला है। पापा का लंड काफी लंबा, मोटा, जानदार और तगड़ा है। पापा की एक छोटी बहन है जो पापा से 5 साल छोटी है। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है..
ये कहानी 7 साल पुरानी है, तब पापा की आयु 35 साल थी। बुआ का नाम किरन है और तब उनकी आयु 30 साल थी। बुआ का रंग बहुत गोरा और कद 5 फीट 5 इंच है। बुआ की फिगर बहुत सेक्सी है उनकी फिगर का नाप 36-28-36 है और ब्रा का कप डी साईज का है। बुआ शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है। एक बच्चे की मां होने के बावजूद उनका बदन कसा हुआ है और उन्होंने ने अपनी फिगर को मेंटेन करके रखा है।
बुआ के बूब्ज़ और गांड उभरे हुए हैं और पेट समतल है। बुआ के बूब्ज़ और चूतड़ काफी बड़े-बड़े और गोल हैं। बुआ का बदन भरा हुआ, टाईट और चिकना है। बुआ की आंखों एवं बालों का रंग भूरा है और गुलाबी होंठ थोडे़ मोटे और शेप में हैं। बुआ की जांघों का क्या कहना वो भरी हुई और चिकनी हैं। बुआ के बूब्ज़ के निप्पलों का रंग हल्का गुलाबी है। बुआ दिखने में किसी पोर्न स्टार से भी सेक्सी है। उनकी खूबसूरती देखकर मुझे भी कभी-कभी जलन होती है।
बुआ हमेशा सलवार कमीज और बिना हील के जूती पहनती है। ऐसी ड्रेस में भी वो बहुत सेक्सी लगती है। बुआ को देखकर किसी भी मर्द का दिल उसे चोदने को करेगा। बुआ का सेक्सी बदन देखकर किसी ना मर्द के लंड में भी हलचल होने लगती होगी। मैं बुआ और पापा को बहुत शरीफ समझती थी लेकिन उनका वो सेक्सी अवतार देखकर मेरी आंखें खुली की खुली रह गईं।
उसके बाद मैंने पापा पर नज़र रखनी शुरु की और उनका फोन छुपकर सुनने लगी। तब मुझे मालूम हुआ कि मेरे शरीफ पापा बहुत सी चुद्दकड़ औरतों के चोदू यार हैं और बुआ भी बहुत चुद्दकड़ है और अपनी शादी से पहले से ही पापा से चुदती आ रही है।
बुआ का ससुराल हमारे गांव से थोड़ी दूर दूसरे गांव में है। फूफा जी एक अरब देश में काम करते हैं और चार साल बाद एक महीने केलिए आते हैं। मेरी मम्मी जब भी कहीं बाहर जाती है तो बुआ घर संभालते को आ जाती है। मेरी मम्मी कभी मौसी के, कभी मामा के घर तो कभी किसी और रिश्तेदारी में चली जाती। मेरा रूम बिल्कुल पापा के साथ वाला है और बुआ का सामने। मैंने रात में कई बार खिड़की से पापा को बुआ के रूम में या बुआ को पापा के रूम में जाते देखा था। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है..
मुझे लगा भाई-बहन बैठ कर बातें करते होंगे। लेकिन शक मुझे तब हुआ जब सुबह के चार बजे मुझे पापा के दरवाजे की आवाज़ सुनाई दी और मैंने खिड़की से देखा तो बुआ अपने कपड़े ठीक करते हुए अपने रूम में जा रही थी। उसकी अगली रात मैने छुपकर देखने की कोशिश की लेकिन दरवाजे और खिड़की के पर्दों से कुछ नहीं दिखा सिर्फ पापा और बुआ की कामुक आवाज़ें सुन रही थीं। मैंने लगातार दो रात उनकी चुदाई देखने की कोशिश की लेकिन देख नहीं पाई।
एक दिन बुआ मेरे स्कूल जाने के टाईम से पहले आ गई और पापा भई गांव में ही काम गए हुए थे। मैं बुआ को स्कूल जाने का बोलकर निकल गई लेकिन मेन गेट से वापस आ कर छुप गई। बुआ ने मेन गेट को ताला लगा दिया और नहाने चली गई। बुआ बहुत खुश लग रही थी। मैंने पापा और बुआ के रूम के पर्दों को ऐसे सैट कर दिया के मैं बाहर से रूम का नजारा देख सकूं और मैं अपने रूम में छुप गई। थोड़ी देर बाद पापा आ गए।
मैंने अपने रूम से देखा कि अंदर आते ही दोनों बालकनी में लिपट कर एक-दूसरे को चूमने लगे। बुआ ने पापा से कहा आज बालकनी में चुदाई करेंगे और पापा को पांच मिनट रुकने को बोलकर बुआ अपने रूम में चली गई। पापा और बुआ ने मेरा काम आसान कर दिया, अब मैं अपने रूम से उनको देख सकती थी।
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