Payal Ki Adaaon Ne Kiya Ghayal

Deep punjabi 2016-07-31 Comments

दोस्तों यहां उन दोनों का परिचय भी दे दूं। रेखा की उम्र 20 साल के आसपास होगी, शरीर भी ठीक सा, रंग थोड़ा सांवला सा था। जबके पायल भी 20 साल की बिलकुल रेखा से उल्ट रंग गोरा, भरे और गदराये बदन की मालकिन, कातिल हंसी और नशीली आँखों वाली लड़की थी। जो एक बार उसे देख ले बार बार मुड के देखना पसन्द करेगा। पहली बार देखनी में ही उसको दिल दे बैठा।

अब थोड़ी बाते करने के बाद मेने उन्हें बाइक पे बिठाया और काम वाली जगह पे ले गया और काम समझा दिया और निःसंकोच काम करने का कह कर उनकी अजनबियो वाली शर्म दूर करने की सोची। थोड़े दिनों में ही वह दोनों पूरी तरह से मेरे से खुल गयी और हंसी मज़ाक भी करने लगी मैं भी उनसे हंसी मज़ाक कर लेता था

फेर एक दिन पायल अकेली ही अपने गांव के बाहर उस जगह पे खड़ी थी। जहां से उन्हें लेके या छोड़ के जाता था ।

मेने उसे पूछा,” पायल, आज रेखा क्यों नही आई ?

वो बोली, “वो आज बीमार है और 3-4 दिन नही आएगी।

मेने पूछा, ” क्यों ऐसा क्या हुआ यार ?

पायल ;- अब चलो रस्ते में बताउंगी और हंस पड़ी।

मैंने बाइक को काम वाली जगह की तरफ मोड़ ली और जब उनके गांव से बाहर आ गए तब मेने कहा,”बोलो न क्या हुआ है और हंस क्यू रही हो ?

पायल ;- मुझे नही बताना, मुझे बताते हुऐे शर्म आती है ।

मेने बोला,” बताओ भी इसमें शर्माने वाली कोनसी बात है?

वो बोली उसे महीना आया है

(हमारे साइड महीने का मतलब औरत को पीरियड आना या शुद्ध भाषा में डेट आना बोलते है) इस लिए वो नही आई।

मेने कहा ठीक है और उसका चेहरा देख के हंसी आ गयी। उसने हँसते हुए मेरे जांघ पे चिकोटी काट ली, तो मेने भी हाथ पीछे करके बिन देखे चिकोटी काटली। बाद पे पता चला उसके बूब्स पे कट गयी। इस तरह हम हंसते खेलते काम वाली जगह पे पहुँच गए।

मेने कई दिनों बाद नोटिस किया के वो मुझमे कुछ ज्यादा ही इंट्रस्ट ले रही है। आते जाते वक़्त चिपक के बैठना और शरारत से अपने नुकीलेे बूब्स पीठ पे चिभोना ऐसीे कई बाते नोट की जिस से लगता था के वह प्यासी है सेक्स के लिए ।

एक दिन किसी वजह से मुझे आधे दिन की छूटी लेके घर आना पड़ा । तो उस दिन पायल ने आपमे घर फोन करके बोल दिया के शाम को ले जाना । बताने वालो के मुताबिक इसी दिन बाद में साथ वाले किसी लड़के ने उसे किसी बात के लिए छेड़ दिया जोके बाद में पता चला के मेरे बारे में बात थी।

वो लड़का उसे दोस्ती के लिए प्रपोज़ कर रहा था पर पायल मना कर रही थी। उसने पायल से कहा के मुझे पता है तेरी दीप के साथ सेटिंग है। जिस से पायल आग बाबुला हो गई और बोली हाँ है कर ले जो करना है तेरे को, बोल दे जिसे बोलना है।

अगले दिन जब उसको लेने उसके गांव गया तो मुझसे बोली,” मैं काम पे नही आउंगी ! आप मेरा हिसाब करदो। मेने पूछा क्या हुआ है। मुझे लगा शायद घर वाले कुछ कहते होंगे।
वो बोली,” बस कुछ नही आप मेरा हिसाब करदो मुझे नही रहना वहां । दो कौड़ी के लोग ऐसी ऐसी बाते करते है। इतना कह कर वो रोने लगी और ज़ोर से हग करके मुझसे लिपट गई और अपने गाल आंसुओ से भिगोने लगी। मेने उसके ऐसे करने से सेहम सा गया और उसे गले लगाके उसे चुप करवाने लगा और बोला आप चिंता न करो चुप हो जाओ पूरी बात बताओ क्या हुआ है ?

अब कोई नही कुछ बोलेगा आपको हम उसे काम से हटा देंगे ऐसे बच्चों को रिझहाने वाले सांत्वना देने लगा। पर वो चुप नही हो रही थी। मैं डर भी रहा था के यदि किसी ने हमे इस हाल में देख लिया तो अनर्थ हो जायेगा।

जितना उसे चुप करने का कहता वो ज्यादा रोती और अपनी बाँहो की जकड़न मज़बूत कर लेती। उस दिन उसे छोडने उसके गांव गया तो वह बोली आज मेरे घर चलो आप, चाय पानी पीते जाना। शयद उसे पहले से ही पता था के वोे घर पे आज अकेली रहेगी ।

मेने पूछा क्यों कोई खास बात है क्या?

वो बोली हाँ ऐसा ही समझलो

उसके घर की तरफ बाइक मोड़ डी।

उसके घर में उस वक़्त कोई नही था। गेट पे ताला लगा हुआ था। उसने आस पड़ोस से पता किया तो पता चला के दूर की रिश्तेदारी में किसी की मौत हो गयी है उसके माता पिता वही गए है और कल तक आये हैं और उनको चाबी देके गए है। पायल ने पड़ोस वालो से घर की चाबी ली और मुझे भी अंदर आने का कहा।

मैं बाइक को बाहर ही लॉक करके उसके साथ उसके घर के अंदर चला गया। मुझे बेड पर बैठने का इशारा किया और पंखा चला दिया और घड़े से दो गिलास पानी ट्रे में लेके आई और साथ ही बैठ गयी। एक गिलास मुझे दिया एक गिलास खुद उठाया और एक साँस में ही पी गयी।

मुझे बोली,” आप बैठो मैं चाय बनाके लाती हूँ फेर बाते करेंगे। जेसे ही वो उठने लगी मेने बाजु पकड़ के खिंच लिया और न जाने का बोला। वह बोली,” छोडो न प्लीज चाय बनानी है। मेने कहा,” मुझे नही चाय पीनी।

Comments

Scroll To Top