Payal Ki Adaaon Ne Kiya Ghayal

Deep punjabi 2016-07-31 Comments

वह ऊपर बैठी ही दर्द को बर्दाश्त करती रही और जब दर्द कम हुआ तो खुद ही हिलने लगी और आगे को झुक के सर पकड़ के अपने बूब्स मेरे मूह में डालने लगी ऊपर बैठी हिल रही थी और लण्ड अंदर बाहर हो रहा था।

फेर थोड़ी देर बाद थक गयी और मुझे ऊपर आने का बोलके खुद निचे लेट गयी। मैने हाथ से लंड सेट किया और उसकी टांगो को अपने कन्धों पे रख के शाट लगाने लगा।

उसे बहुत मज़ा आ रहा था शायद वो और तेज़ और तेज़ ऐसे बोल रही थी फेर अचानक लम्बी साँस लेकर उसके ऊपर ही लेट गया और चूत में ही झड़ गया, काफी देर बाद हम ऐसे ही लेटे रहे और जब उनकी दीवार घड़ी पे नज़र पड़ी तो देखा के करीब डेढ़ घण्टा हो गया हमें आये हुए।

मैं जल्दी से उठा और कपड़े पहने और जाने की इज़ाज़त मांगी। उसन कहा आज उसके माँ बाप नही आयेगे । सो आप आज यही रहो। खुल के रात भर मस्ती करेंगे।

मेने कहा,” नही आज के लिए इतना ही काफी है बाकी किसी दिन फेर सही और कल को काम पे भी जाना है और देर रात को अपने घर पहुंचा।

सुबह जब पायल को लेने गया तो वो अभी तक तयार नही हुई थी। आज वोह आँख नही मिला पा ही थी।

उसने बोला कल के मम्मी पापा आए नही है। बस नहाना बाकि है खाना तो तयार है।

कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।

आप बैठो मैं अभी आई। मेने शरारत सर कहा मैं भी आउ। बोली हट बदमाश कही का कल बोला था रुक जाते, और वह तयार होकर मेरे साथ काम पे चली गयी। जब उस ज़मीदार की कोठी पूरी तरह से बन गयी। तब पायल से मेरी दूरी बन गयी। वो कभी कभार फोन पर बात कर लेती थी।

और इस तरह हमारे बीच सम्बन्ध बने फेर काफी समय बाद पता चला उसकी शादी हो गयी है और अब दो साल के बच्चे की मम्मी भी है।

सो यह थी मेरा एक और अनुभव, केसा लगा बताना जरूर, मेरी मेल आई डी  है “[email protected]

जल्द ही नई कहानी के साथ फेर हाज़िर होऊंगा तब तक के लिए नमस्कार, आदाब, छबा खैर!!! Sex Story

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