Teachers Ki Hadtaal Aur Meri Chudai

Arashdeep Kaur 2018-01-15 Comments

रजत बैॅड पर लेट गया और मुझे ऊपर आने को कहा। मैं रजत के ऊपर आ गई और उसके लंड पर अपनी चूत टिका कर तेजी से गांड नीचे धकेल दी। रजत का लंड फचाक की आवाज करते हुए मेरी चूत में जड़ तक समा गया। मैंने अपने नाजुक हाथ रजत की सुडौल छाती पर टिका लिए और गांड उठा उठा कर रजत के लंड पर उछलने लगी।

मैं एकदम मदहोश होकर उछलती हुई मस्ती में चीखने लगी और रजत भी नीचे लेटा हुआ मस्ती में आहें भर रहा था। मेरे बड़े-बड़े बूब्ज़ भी ऊपर-नीचे जंपिंग कर रहे थे। रजत ने मेरे जंप कर रहे बूब्ज़ को अपने हाथों में पकड़ लिया और नीचे से अपनी कमर चलाने लगा। हम दोनों पूरे जोश में चुदाई के हर पल का मजा लूटने में लगे हुए थे।

कुछ देर बाद मैंने रजत का लंड अपनी चूत से निकाल दिया और अपनी गांड के छेद पर थूक लगाकर गांड उसके लंड पर टिका दी। मैं धीरे-धीरे अपनी गांड नीचे धकेलने लगी और रजत का लंड धीरे-धीरे मेरी गांड की दीवारों को खोलता हुआ अंदर तक बैठ गया।

रजत का लंड पूरी तरह मेरी गांड में समाने के बाद मैं फिर से अपनी गांड उछालने लगी और रजत का लंड मेरी गांड के अंदर-बाहर होने लगा। शायद रजत मेरी गांड की कसावट बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था, उसके मुंह से बहुत ऊंची आवाज में आहें निकलने लगीं। थोड़ी देर बाद रजत का लंड मेरी गांड में आराम से अंदर-बाहर होने लगा और रजत भी नीचे से गांड उठा उठा कर मेरी गांड चोदने लगा।

अब रजत ने मुझे अपने ऊपर से उतार कर बैॅड पर घुटने मोड़ कर कुतिया बना कर बैठा दिया और खुद बैॅड से उतर कर मेरे पीछे आ गया। रजत ने मेरी गांड ऊपर को उठा दी जिससे मेरी चूत बाहर को निकल आई। रजत ने अपना लंड पीछे से मेरी चूत पर टिका कर जोरदार शॉट मारा और उसका लंड एक ही शॉट में पूरा मेरी चूत में उतर कर मेरी बच्चेदानी से टकरा गया। उसने मेरी पीठ पर हाथ रखे और मेरी चूत में लंड पेलने लगा।

रजत बहुत तेजी से मेरी चूत में अपना लंड अंदर-बाहर करने लगा और मैं भी अपनी गांड उछाल उछाल कर उसके लंड का मजा लेने लगी। कुछ देर बाद उसने अपना लंड मेरी चूत से निकाल कर पीछे से ही मेरी गांड में डाल दिया और फिर से जबरदस्त शॉट मारने का सिलसिला शुरू हो गया। रजत जितनी तेजी से मेरी गांड में लंड पेलता मैं भी उतनी तेजी से अपनी गांड उछाल कर झटका मारती। हम दोनों सब कुछ भूल कर चुदाई की दुनिया में लीन थे।

अब रजत ने मुझे बैॅड पर हाथ रखकर झुकाकर घोड़ी बनाकर खड़ा कर दिया और पीछे से मेरी चूत में लंड पेल दिया। रजत मुझे कमर से पकड़ कर मेरी चूत में झटके मारने लगा और मैं भी गांड हिला हिला कर चुदने लगी।

कुछ ही देर बाद उसने लंड मेरी गांड में पेल दिया और मेरी गांड चोदने लगा। मैं अपनी गांड गोल गोल घुमा कर उसके लंड का सुख लेने लगी। मुझे चुदाई का बहुत मजा आ रहा था लेकिन न जाने क्यों रजत को इस अवस्था में ज्यादा मजा नहीं आ रहा था। उसने जल्दी ही अपना लंड निकाल लिया और मुझे पेट के बल दीवार से लगा कर पीछे आ गया।

मैंने अपने हाथ पीछे करके अपने चूतडो़ की फांकों को खोल दिया और रजत ने मेरी गांड के छेद पर लंड टिका कर हल्के से झटका दिया। रजत के लंड का टोप्पा मेरी गांड में घुस गया। इसके बाद रजत ने मुझे पीछे से बाहों में भरकर मेरे बूब्ज़ पकड़ लिए और जोरदार शॉट मारा। इस बार रजत का लंड मेरी गांड में पूरा समा गया।

रजत मेरी पीठ से चिपका हुआ था और मेरी गर्दन को चूमता हुआ मेरी गांड को चोदने लगा। मैं दीवार की सहारे खड़ी हुई अपनी गांड आगे-पीछे करके उसके लंड से अपनी गांड चुदाई का पूरा मजा लेने लगी। मेरी गांड को चोदने के बाद रजत ने मेरा चेहरा अपनी तरफ किया और मेरी पीठ दीवार से लगा कर खड़ी कर दिया। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे हैं।

रजत ने मेरे घुटने के नीचे अपनी बाजू डालकर मेरी टांग ऊपर उठा ली और मेरी चूत पर लंड रख दिया। रजत ने जोरदार शॉट के साथ अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया और होंठ मेरे होंठों पर लगा दिए। हम जोर जोर से एक दूसरे को चूमने लगे और मेरे बूब्ज़ उसकी छाती में दबे हुए थे। अब रजत अपनी कमर चलाने लगा और मेरी चूत को चोदने लगा। हम एक-दूसरे के होंठों को चूमते हुए चुदाई करने लगे।

कुछ देर चुदाई के बाद रजत बोला डार्लिंग वीर् कहां निकालूं तो मैंने कहा यहां तुम्हे अच्छा लगे वहां निकाल लो। रजत ने कहा मैं तुम्हारी गांड में निकालना चाहता हूं। मैं एक बार फिर पेट के बल दीवार से लग गई और अपने चूतडो़ की फांकों को खोल दिया। रजत ने मुझे पीछे से पकड़ कर मेरी गांड में लंड पेल दिया और मेरी गांड चोदने लगा। कुछ देर बाद वो झड़ने वाला था और बहुत तेजी से मेरी गांड में शॉट मारने लगा।

मैं भी तेजी से अपनी गांड आगे-पीछे करके चुदाई करने लगी। रजत ठंडी आंहें भरता हुआ मेरी गांड में झड़ गया और मुझे अपनी गांड में गर्म गर्म वीर्य गिरता हुआ महसूस हुआ। उसके लंड ने मेरी गांड में वीर्य की पांच छ:पिचकारी छोड़ दीं और मेरी गांड उसके वीर्य से लबालब भर गई। जब रजत ने अपना लंड मेरी गांड से निकाला तो मेरी गांड से वीर्य टपकने लगा।

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