Mere Dost Ki Biwi Namita

vikassingh 2016-07-30 Comments

Desi Sex Story

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम विकास है, मैं मध्य प्रदेश में ग्वालियर का रहने वाला हूँ ।यह कहानी मेरे एक दोस्त की बीवी नमिता पर आधारित है। मैं 5 फीट 10 इंच का हूँ, मेरे लंड का साइज़ लगभग 6 इंच और मोटाई लगभग 2.5 इंच है.

अब मैं सीधा अपनी जिंदगी की एक सच्ची घटना पर आता हूँ। बात उस समय की है जब मैं कॉलेज में बी.एस.सी. की पढाई कर रहा था, मेरे घर के सामने वाले घर में मेरा एक दोस्त संदीप रहता था.

उसकी शादी को लगभग 6 महीने ही हुए थे, उसकी शादी हमारी कॉलोनी के पीछे वाली कॉलोनी से ही हुई थी जो हमारे घर से लगभग 1 कि मी दूर है।

उसकी पत्नी नमिता बहुत सुन्दर और एक नशीले जिस्म की मालकिन थी, उसका फिगर का साइज़ 32-28-32 के आसपास होगा। जिसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था। मैं और मेरा दोस्त संदीप दोनों आपस में बहुत मजाक किया करते थे, और मैं उससे उसकी वाइफ मतलब नमिता के बारे में कुछ भी बोल दिया करता था और वो हमारी बहुत सी बातें घर वाली से शेयर करता था.

एक दिन मैंने उससे मजाक ही मजाक में बोल दिया कि यार नमिता भाभी बहुत हॉट और माल लगती हैं और उसकी वाइफ नमिता मुझे पहले से ही पसंद करती थी पर कभी उसने बताया नहीं था पर उस दिन की बात उसके पति ने उसे बताई तो उसने पति के सामने फ़ोन कर के बड़े प्यारे अंदाज़ में मुझसे पूछने लगी कि अप इनसे क्या बोल रहे थे सीधे मुझसे बोलो ना की बात क्या है.

मैं एकदम हैरान हो गया और बोला भाभी जी ऐसी कोई बात नहीं है वो तो बस मजाक कर रहा था और इसी बहाने उसने मेरा मोबाइल नंबर अपने पति के मोबाइल से निकाल लिया फिर कुछ दिन बाद रक्षाबंधन था तो वो अपने मायके चली गयी।

उसके बाद रक्षाबंधन के दुसरे दिन एक नए नंबर से एक मिस कॉल आया और मैंने जब वापस उसी नंबर पर कॉल किया तो उसने मुझसे पूछा कि मुझे पहचाना तो कुछ देर सोचने के बाद अचानक से मुझे वो आवाज़ समझ में आ गयी मैंने कहा भाभी जी आपको कैसे भूल सकते हैं, फिर मेरी नमिता से काफी देर तक बात हुई।

उसने मुझे बताया की मेरे पति मुझे वो प्यार नहीं दे पाते जो एक औरत चाहती है, वो बहुत जल्दी थक जाते हैं। नमिता मुझे पहले से बहुत पसंद थी और मैं हमेशा उसे चोदने के चक्कर में रहता था और आज वो खुद ही चुदना चाह रही थी तो मेरी ख़ुशी का तो ठिकाना नहीं रहा।

फिर एक दिन नमिता भाभी का कॉल आया तो उसने मुझसे बोला की विकास तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो मैं तुम्हे बहुत पसंद करती हूँ, तो मैंने भी उसी समय बोल दिया की भाभी जी मैं भी अपको बहुत पसंद करता हूँ तो वो कहने लगी कि विकास मुझे भाभी नहीं नमिता कह कर बुलाया करो, बस फिर क्या था मैंने भी सीधे बोल दिया कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ उसने भी मुझे आई लव यू बोल दिया।

फिर रक्षाबंधन के दो दिन बाद उसका फ़ोन आया कि मेरे परिवार के सभी लोग रिश्तेदारी में गए हैं तुम घर पर आ जाओ अपन बैठकर बातें करेंगे, मैं मन ही मन बहुत खुश था कि आज तो चुदाई की जुगाड़ हो ही गयी समझो।

लगभग एक घंटे के अन्दर मैं उसके मायके वाले घर पर पहुँच गया और गेट पर जाकर घंटी बजाई तो नमिता ने ही आकर गेट खोला और जब उसने गेट खोला और मैंने उसे देखा तो बस मैं उसे देखता ही रह गया, वो लाल रंग के सूट में बहुत मस्त लग रही थी। मैं उसके घर में घुसते हुए उसके बिल्कुल करीब से गुज़रा उसे जिस्म से बड़ी प्यारी महक आ रही थी।

फिर हम दोनों अन्दर बैठ गए वो मेरे लिए पानी लेकर आई, और पानी देकर वहीं मेरे पास बैड पर बैठ गयी और मेरी तरफ बड़ी प्यारी नज़रों से देखने लगी, और धीरे से मैंने उसका हाथ पकड़ लिया, और उसके अपनी तरफ खींच लिया.

अब उसके होंठ मेरे होंठों के करीब आ गए और मैंने उसे प्यार से आय लव यू बोल कर उसके होंठों पर एक किस किया जिससे वो खुश हो गयी और मेरी गले में बाहें डालकर मुझे बड़े प्यार से किस करने लगी और इसी मौके का फायदा उठाकर मैंने उसे बैड पर लिटा लिया और उसके ऊपर आकर उसके होंठों पर किस करने लगा।

कुछ समय तक हम ऐसे ही किस करते रहे और धीरे धीरे मैंने उसके बूब्स सूट के ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिए, फिर मैंने उसका सूट उतार दिया और उसके बूब्स जो ब्रा में पूरी तरह कैद थे वो मेरी आँखों के सामने आ गए जिन्हें देखते ही मैं उन्हें पागलों की तरह दबाने लगा.

फिर वो मुझसे कान में बोली विकास इतनी भी जल्दी क्या है मैं आज के बाद सिर्फ तुम्हारी हूँ मेरे जिस्म पर तुम्हारा पूरा हक़ है, मुझे आज बहुत सारा प्यार दो। फिर मैंने उसकी ब्रा के हुक खोल दिए और उसके एकदम खड़े हुए गोल गोल बूब्स मेरे हाथों में थे, मैं उसके निप्पल मुंह में लेकर उन्हें चूसने लगा और वो मेरे सर को अपने बूब्स में दबा रही थी और सिस्कारियां लेकर बोल रही थी और जोर से चूसो।

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