Badi Mushkil Se Biwi Ko Teyar Kiya – Part 19
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जाहिर था की अनिल उस फिल्म को देख उत्तेजित हो गए थे और उन्होंने मुझे अपनी बाहोंमे जकड़ कर पूरी फिल्म देखी। मैं इतनी गरम हो गयी की मैंने अनिल के लन्ड को निकालकर अपने हाथ में लेकर जब सहलाने लगी तो अनिल ने मुझे थोड़ा सरकाया और पूछा, “अनीता तुम्हें यह फिल्म कैसी लगी?”
मैंने कहा “बहुत उत्तेजक थी। मेरी योनि में से तो पानी बहने लगा और थमने का नाम ही नहीं ले रहा था। अनिल तुमने तो मुझे पागल कर दिया। पर सच में ऐसा थोड़े ही होता है?”
अनिल ने भोलेपन से पूछा, “क्या?”
मैंने कहा, “यह पत्नियों की अदला बदली हमारे यहां थोड़े ही होती है?”
तब अनिल ने कहा, “एक बात बताओ। जब मैं किसीकी बीबी को चोदता हूँ तो जाहिर है की वह पत्नी तो एक गैर मर्द से चुद गयी। हो सकता है उसका पति भी किसी न किसी की बीबी को चोदता ही होगा। यह तो होता है न? मैं तुम्हें एक बात बताता हूँ। हमारी कॉलोनी में शायद ही कोई बीबी ऐसी होगी जिसे किसी और ने नहीं चोदा होगा। हाँ कुछ ऐसी बदसूरत बीबियाँ हो भी सकती है, जो किसी गैर मर्द को आकर्षित न कर पाए।”
मुझे मेरे पति की बात बिलकुल नहीं भाई। यह सुनकर मेरा दिमाग छटका, ?मैंने पूछा, “भाई मैंने तो आज तक तुम्हारे अलावा किसीसे सेक्स नहीं किया। क्या मैं बदसूरत या अनाकर्षक हूँ?”
तब अनिल ने अपने आप को सम्हालते हुए कहा, “मेरा कहने का मकसद यह नहीं था। मैं यह कहना चाह रहा था की अब मर्द और औरत में समानता का युग है। अगर पति कोई दूसरी औरत से सेक्स कर सकता है तो पत्नी क्यों नहीं कर सकती। और अगर यह एक दूसरे की मर्जी से बिना कोई मन मुटाव से होता है तो इस में गलत भी क्या है? पति पत्नी के सम्बन्ध तो इससे बिगड़ने के बजाय और भी अच्छे हो जायेंगे। क्या मैं गलत कह रहा हूँ?
मैं बड़ी दुविधा में पड़ गई। अनिल कह तो सच रहे थे। पर अगर में खुल के हाँ कहूँ तो कहीं वह गलत तो नहीं समझ लेंगे? मैंने बुझे से स्वर में कहा, “बात तो ठीक है, पर क्या वास्तव में कोई पति अपनी पत्नी को दूसरे मर्द से चुदते देख सकता है? क्या उसे जलन नहीं होगी?” यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है..
मेरे पति के पास उसका उत्तर तैयार था। वह बोले, “बिलकुल नहीं। क्योंकि उसकी पत्नी उसे धोखा थोड़े ही दे रही थी? पति तो खुद ही अपनी बीबी को दूसरे मर्द से चुदवाने के लिए राजी कर रहा था। और फिर जब पति अगर दूसरी औरत को चोदता है और अपनी बीबी को भी दूसरे चुदवाने के लिए तैयार है तो फिर वह बुरा क्यों मानेगा?”
मेरी टांगों के बिच में से तो जैसे झरना बह रहा था। मेरी स्थिति बड़ी उन्मादक हो रही थी। मेरे पति मुझे ऐसी बातें करके दूसरे के साथ सेक्स करने के लिए उकसा रहे थे, या फिर मुझे सेक्स करने के लिए तैयार कर रहे थे यह मेरी समझ में नहीं आया। पर उस समय मैं मेरी योनि मैं हो रही उन्मादित चंचलता और कामुकता से तिलमिला रही थी। मुझे तुरन्त ही मेरी चूत में एक लन्ड चाहिए था। मैंने बहकी आवाज में अनिल से कहा, “अरे तुम मुझे इतना उकसा क्यों रहे हो? कहीं मैं बहक न जाऊं। अब तुम मुझे और मत तड़पाओ औ और जैसा तुम कहते हो न, मुझे खूब चोदो।”
अनिल तैयार ही था। उसने मेरा गाउन मेरे सर के उपरसे हटा कर मुझे पूरी नंगी कर दिया। और फिर खुद अपने कपडे उतार कर मेरे सामने नंग धंडंग खड़ा होगया। उसका मोटा लंबा लन्ड ऐसे उठा हुआ था जैसे वह छत की और देख रहा हो।
मेरे दोनों पॉंव खोलकर वह मेरे स्तनों को दोनों हाथों से भींचने लगे। उन्होंने अपना लन्ड मेरी चूत की मध्यांक रेखा पर रखा और उसे रगड़ने लगे। मैं अपना आपा खो रही थी और अनिल के लन्ड का मेरे अंदर प्रवेश का बेसब्री से इन्तेजार कर रही थी। तभी उन्होंने उसे थोड़ा अंदर घुसेड़ा और रुक गये। मैंने अधीर होकर पूछा क्या बात है? तो वह बोले, “मेरी बड़ी इच्छा है की हम भी कभी दूसरों के सामने एक ही कमरे में एक ही पलंग पर सेक्स करें। क्या तुम भी ऐसे ही दूसरों के सामने मुझसे कभी चुदवाओगी?”
मैं उनका लन्ड लेने के लिए तड़प रही थी, पर अनिल मुझे बस तड़पाए जा रहा था। पर फिर भी मैं अड़ी रही मैंने कहा, “अरे भाई ठीक है, पर किस के सामने? आखिर तुम मुझसे क्या करवाना चाहते हो? क्या तुम ऐसे वैसों के सामने मुझे नंगी करना चाहते हो? और तुम मुझे क्यों तड़पा रहे हो?”
अनिल ने कहा, “पहले यह वचन दो की हम भी यह फिल्म की तरह एक दूसरे कपल के सामने सेक्स करेंगे न? बोलो हाँ या ना?”
मेरा पति मुझे पागल कर रहा था। एक और वह मेरी चूत की दरार पर अपना लन्ड रगड़ रहा था और मुझे उकसा रहा था, दूसरी और मुझे ऐसी कामुकता भरी बातें सुनाकर और तिलमिला रहा था। मैं पति से चुदवाने को उतावली हो रही थी, पर जल्द बाजी में कोई गलत वचन न दूँ यह चिंता भी थी। क्योंकि मैं जानती थी की एक बार मैंने अगर हाँ कह दिया तो फिर अनिल वह मुझसे करवाकर ही रहेगा।
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