Badi Mushkil Se Biwi Ko Teyar Kiya – Part 19
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तब नीना ने मेरी बात का बिना पूछे ही उत्तर दे दिया। वह बोली, “अब तो इस बारे में तुम्हें सोचना है। मैंने तो अपना निर्णय ले लिया है। मैं तुम्हें यह कहना चाहती हूँ की मैंने तो अपने आपको उनके हवाले कर ही दिया है। मैं अब तुम्हारे और मेर पति को पूर्ण तयः समर्पित हूँ। तुम्हारे पति मेरे साथ कहीं आगे निकल चुके हैं।
ऐसा हुआ क्योंकि मेरे पति राज ने ही तुम्हारे पति अनिल को उकसाकर मुझसे सम्बन्ध बनाने को प्रोत्साहन दिया। उस होली के दिन अनिल ने मुझे एक कोने में जकड कर मेरे पुरे बदन पर, यहां तक की मेरी चूँचियों पर भी ब्लाउज में हाथ डालकर रंग रगड़ा। मैंने अनिल को हटाने की बड़ी कोशिश की पर मेरी एक न चली। जब मैंने मेरे पति राज से शिकायत की तो राज ने मेरी बात यह कह कर अनसुनी कर दी की ‘होली में तो यह सब आम बात है। इसमें कोई बुरा मानने की जरुरत नहीं है।‘ अब तुम्ही बताओ मैं और क्या कर सकती थी? जब हमारे पति ही हमें आगे धकेल रहे हों तो हम क्या करें?”
नीना की बात शत प्रतिशत सच थी। उसमें सच्चाई और उसकी मज़बूरी की स्पष्ट झलक मुझे दिख रही थी। मैंने उसे आगे सुनाने को कहा तो वो बोली, “फिर उस दिन शाम को राज और अनिल मुझे एक प्रोग्राम में ले गए। वहाँ राज और अनिल ने मुझे मिलकर शराब पिलाई। मैंने थोड़ी सी जिन पिने को हाँ क्या कह दी, उन्होंने मुझसे छुपा कर इतनी ज्यादा डाल दी की मुझे पता ही नहीं चला की क्या हुआ। राज ने मुझसे इतनी मिन्नतें की की मेरे पास कोई जवाब ही न था। आखिर में मेरे पति और तुम्हारे पति ने मिलकर मुझसे अपनी बात मनवा ही ली। अगर उस समय मेरी जगह तुम होती तो शायद तुम भी वही करती।”
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