Badi Mushkil Se Biwi Ko Teyar Kiya – Part 14

iloveall 2017-02-14 Comments

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अनिल को तो बस मेरी बीबी के स्तनों के अलावा कुछ और जैसे नजर ही नहीं आ रहा था। वह नीना को सुनते हुए भी उन्हें सहला रहा था। तब नीना ने अनिल की और देखा और बोली, “अनिल आज मैं एक बात स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूँ। मैं भी तुम्हारी सहशायिनी तब तक बनी रहूंगी जब तक तुम अनीता को मेरे पति की सहशायिनी बनाने के लिए उत्साहित करते रहोगे। जैसे की तुमने पहले राज से कहा था की मैं और अनीता और तुम और राज के बिच में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। यह बात अब तुम्हें पूरी करनी होगी। हम दोनों अनीता को राजी करने में तुम्हारी सहायता करेंगे।”

कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।

बदन पर एक भी कपडा नहीं और अनिल को हिदायत देती हुए नीना इतनी सेक्सी लग रही थी की मुझ से रहा नहीं गया। मैंने फुर्ती से मेरा नाईट सूट निकाला और मैं मेरी नंगी बीबी को लिपट गया और उसको लिटा कर उसके ऊपर सवार होकर उसके होठों को चूमने और चूसने लगा और उसपर सवार होकर उसे चोदने लगा।

जब मैंने अनिल की और देखा तो पाया की जैसे ही मैं मेरी बीबी को चोद रहा था तो अनिल ने नीना के हाथ में अपना लन्ड पकड़ा दिया जिसे वह प्यार से सहला रही थी। आश्चर्य इस बात का था की उस समय मुझे मेरी बीबी को चोदते देख कर अनिल का लन्ड फिरसे एकदम कड़क हो गया था। जैसे जैसे मैंने मेरी बीबी नीना को चोदने की रफ़्तार बढ़ाई तो नीना भी अनिल के लन्ड को हिलाने की रफ़्तार बढ़ाती गयी। शायद उस समय मेरी पत्नी अनिल को हस्त मैथुन का आनंद देना चाहती थी।

मैं अपने आप को रोक नहीं पाया तब मुझे मेरी मलाई ही निकालनी थी। देर तक चोदने के बाद मैंने मेरा वीर्य मेरी बीबी चूत में ही खाली कर दिया। मेरे लिए तो यह एक अद्भुत अनुभव था जब मैं एक रात में तीन बार झड़ गया। साथ ही साथ में अनिल भी नीना के फुर्तीले हस्त मैथुन से उत्तेजित हो कर एक बार फिर अपने वीर्य को रोक नहीं पाया और उस के गरमा गर्म वीर्य का फव्वारा नीना के हाथों में और चद्दर पर फ़ैल गया। नीना भी शायद मेरे साथ ही झड़ गयी थी।

आप सब मुझे प्लीज इस ईमेल पर अपनी टिपण्णी जरूर भेजें और पढ़ते रहिएगा.. क्योकि ये कहानी अभी जारी रहेगी.. और मेरी मेल आई डी है “[email protected]”. Biwi Ki Chudai

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