Chacha Ji Ne Ki Meri Pehli Chudai
मानो सारा खून रुक गया हो चुचों पर, चाचा की पकड़ के निशान बने हुए थे मेरे चूचे सूज गए थे, चाचा अब मेरी और बढ़ रहे थे, मैं पीछे होने लगी तो उन्होंने मेरे बाल पकड़ लिए मुझे बड़ा दर्द हो रहा था “आह्ह्ह्हह्ह चाचा जी प्लीज मत करो ऐसा”
पर वो नहीं माने और मुझे बेड पर गिरा दिया मेरे ऊपर लेट गए और चूमने लगे मेरी चुचों पर अपने नाखून चुभाने लगे.
मैं चिल्लाती रही “आआअह्ह्ह्हह एआइइइइ अम्मम्म” अब वो मेरी चुत को सलवार क ऊपर से सहलाने लगे मेरे तो होश ही उड़ गए, वो मेरी चुत को दबाने लगे मैं न जाने किस दुनिया में पहुंच गयी.
अब चाचा ने मेरी सलवार के अंदर हाथ डाला और पेंटी न होने पर बोले “मेरी रंडी बिना पैंटी के मेरे लोडे के लिए त्यार बैठी थी”
मुझे शर्म और डर दोनों हो रहे थे, उन्होंने मेरी चुत क ऊपर आये बालों को सहलाया जो मुझे अच्छा लगा, अब मेरी सलवार को निकल दिया चाचा ने, मैं मनो उनके सामने अपनी हार मान चुकी थी, अब बस मैं उनकी जीत का इनाम थी जिसका वो लुफ्त उठाने वाले थे.
चाचा ने मेरी चुत पर अपने होठ रखे और चूमना शुरू किया, मुझे बहुत मजा आ रहा था, अब मेरी चुत में उन्होंने अपनी जीभ घुसा दी, मुझे ऐसा अहसास कभी नहीं हुआ गरम गिला अहसास मेरी चुत को और उत्तेजित कर रहा था.
मैं चाचा जी का साथ देने लगी और “ममममममम आआह” की आवाज मेरे मुँह से अपने आप निकलने लगी! मेरे चाचा जी समझ गए की मैं अब इसका मजा ले रही हूँ, तभी उन्होंने अपनी जीभ हटा ली जिससे मैं तड़प रही थी.
और उनकी तरफ ऐसे देख रही थी की जीभ दुबारा डाल दो, वो मेरी तरफ देख कर बोले “अब तेरी बारी है मुझे मजा देने की” वो मेरे पास आये और अपना लोडा मेरे मुँह के पास ले आये और मेरे मुँह को आपने लोडे से छूने लगे, मुझसे कहने लगे “इस लोडे को अपने मुँह में ले”.
में नहीं लेना चाह रही थी तो उन्होंने मेरे मुँह पर एक जबरदस्त चांटा झड़ दिया जिससे मेरा तो सारा सर ही हिल गया और आँखों से आंसूं बहने लगे.
चाचा बोले “अब तूने दुबारा ना की तो तू देख लेना”.
मैंने अपना मुँह डरते हुए खोला ही था की चाचा ने लंड को झटके से अंदर कर दिया जो मेरे गले में जा कर लगा, और आखों से आंसू आ गए, मुझे साँस लेने में दिक्कत हो रही थी, अब चाचा मेरे मुँह में लोडा हिलाने लगे.
मैं जैसे कैसे उसे मुँह में सह रही थी पर चाचा जी कह रहे थे “अब तुझे असली दूध पिलाता हूँ” ये कह कर उन्होंने मेरा सर पकड़ा और जोर से अपने लोडे की तरफ धकेल दिया, लोडा मेरे गले से भी नीचे चला गया.
मेरी जान मानो निकल ही जाएगी और दो झटकों के साथ चाचा जी ने मेरे गले को और मुँह को अपने स्वादिष्ट वीर्य से बहर दिया.
मैं सांस भी नही ले पा रही थी पर इसके बाद उन्होंने मेरे मुँह से अपना लौड़ा निकाल दिया मेरी सांस में साँस आयी, मैं सोच रही थी की अब सब ख़तम हो गया, पर ये मेरी गलतफेहमी थी.
अब चाचा जी ने मुझे अपनी तरफ खिंचा और मेरे चुत के बालों को चूमा, मैंने कभी ऐसा सोचा नहीं था की वो कुछ ऐसा करेंगे जिसकी मुझे कल्पना भी नहीं होगी.
जब वो मेरी चुत को बालों को चुम रहे थे, उसके बाद उन्होंने मेरे चुत के बालों को खींचना शुरू कर दिया, जिससे मेरी हालत ख़राब हो गयी, मेरे बालों को फाड़ना शुरू कर दिया, मेरी चींख निकल निकल कर गला बैठ गया, मेरे बालों को फाड़ फाड़ कर उन्होंने मेरे चुत के बालों को साफ़ कर दिया.
इससे मेरी चुत क आस पास की जगह लाल हो गयी, अब वहां पर ऊँगली रखने पर भी दर्द हो रहा था, मैं बेसुध हो गयी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, मैं चाह रही थी बस जल्दी से ये सब ख़तम हो जाए.
अब मेरे चाचा ने एक सेक्स की गोली ली और उसके कुछ समय बाद उनका लोडा फिर खड़ा हो गया, अब उन्होंने मुझे अपने लोडे की तरफ सरकाया, जिससे मेरी चुत उनके लोडे के सामने हथियार डाले खड़ी थी.
उन्होंने मेरी चुत पर न कुछ चिकना लगाया ना ही कंडोम पहना रुखा रुखा ही मेरी चुत के दरवाजे पर रख दिया, मैं इस कदर टूट चुकी थी की कुछ करने लायक नहीं थी.
अब चाचा ने मेरी चुत पर अपना लोडा टिकाया और एक ऐसा झटका मारा जिससे मुझे ऐसा लगा मेरी जिंदगी इस लोडे पर ही ख़तम हो जाएगी, एक धका और उनका लोडा मेरी चुत को पर्दे को चीरता हुआ अन्दर चला गया, मेरी कमर तक दर्द से मूड गयी, दर्द इतना था की चींखने में भी जोर ना लगा पायी, पांच सेकंड के बाद “आह्ह्ह्हह आआआहहह म आ आए आ आह अहा अहा अहा मर गयी” की आवाज निकली मेरी.
चाचा भी आआअह कर रहे थे उनकों भी मेरे चुत की सील तुड़ाई में मजा आया, मैं बस मुँह खोले और आआह आह्ह्ह्ह की आवाज निकले पड़ी रही मेरी चुत से खून की धारा बह गयी, मैं जेसे अध् मरी सी हो गयी!
फिर चाचा ने धके लगाने शुरू किये “आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह आअह्ह्ह” की चींखों से सारा घर गूंजता रहा, लोडा मनो मेरी चुत को खोदता जा रहा था, हर धके के साथ गहराई बढ़ती जा रही थी, ऐसा लग रहा था की अगर लोडा बड़ा होता तो पेट में जा कर धका मरता.
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