Badi Mushkil Se Biwi Ko Teyar Kiya – Part 6

iloveall 2016-08-29 Comments

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मैंने कहा, “हाँ भाई। मैंने नीना को बताया, और उसकी सम्मति से ही मैं तुमको आमंत्रित कर रहा हूँ।” मैं कल्पना कर रहा था की फ़ोन लाइन की दूसरे छौर पर यह सुनकर अनिल कितनी राहत का अनुभव कर रहा होगा।  यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे हैं।

मैंने अनिल को एक गहरी साँस लेते हुए सुना। फिर अनिल ने धीमी आवाज में बोला, ‘यार एक बात बुरा न मानो तो कहूँ। क्या मैं नीना भाभी के साथ थोड़ी छेड़छाड़ कर सकता हूँ? और मुझे तुम दोनों से एक बहुत जरुरी बात भी करनी है, पर वह थोड़ी बोरिंग है।”

तब मैंने अनिल को कहा, “तुम कमाल हो यार। दुपहर को तुमने जब मेरी बीबी को इतना छेड़ा था तो क्या मुझसे पूछा था? आज होली है। आज तो तुम्हारे पास छेड़ने का पूरा लाइसेंस है। तुम नीना को छेड़ो उसमें मुझे कोई आपत्ति नहीं है। बल्कि मैं भी आज तुम्हारे साथ उसको जरूर छेडूंगा और जीतनी हो सके उतनी तुम्हारी सहायता भी करूँगा। पर तुम्हारी भाभी आज तुम्हारी दोपहर की हरकत से नाराज थी। खैर, मैंने उसे समझाया की होली में सब लोग एक दूसरे की बीबियोँ से थोड़ी सेक्सुअल छेड़छाड़ करते ही हैं..

ऐसा करके वह अपने मन की छुपी हुई इच्छाओं का प्रदर्शन करके कुछ संतुष्टि लेते हैं।, ऐसा मौक़ा उन्हें कोई और दिन नहीं मिलता। पर अगर तुम्हारी छेड़छाड़ की वजह से उसका हैंडल छटक गया तो फिर उसको मैं कण्ट्रोल नहीं कर पाउँगा। वह फिर तुम सम्हालना। जहाँ तक तुम्हारी बोरिंग बात का सवाल है तो अगर बहुत जरुरी है तो वह तुम आखिर में सुनाना। आज होली है और मस्ती का माहौल है। माहौल बिगड़ना नहीं चाहिए। आगे तुम जानो। माहौल बनाने का काम तुम्हारा है।”

अनिल ने कहा, “वह तुम मेरे पर छोड़ दो। बस तुम मुझे सपोर्ट करते रहना बाकी मैं देख लूंगा।“

मैंने फ़ोन रखा और नीना से कहा, “अनीता अपने मायके गयी है। अनिल अकेला है। उसने चलने के लिए हाँ कही है। वह अपनी गाडी में रात दस बजे आएगा और हम उसकी गाडी में ही चलेंगे। हम फिर सुबह ही वापस आएंगे।”

नीना ने अपने कंधे हिला कर सहमति दे दी। तब मैंने नीना से कहा, “डार्लिंग आज आप मेरे लिए कुछ ऐसे भड़कीले सेक्सी कपडे पहनो की होली का मझा आ जाए। सारे लोग देखते रह जाए की मेरी बीबी लाखों में एक है।”

तब मेरी बीबी ने पूछा, “क्यों, क्या बात है? सब लोगों में मेरी नुमाईश करवाना चाहते हो क्या? या फिर अनिल को मुझे और छेड़ने के लिए प्रोत्साहन देना चाहते हो?”

मैंने तपाक से जवाब देते हुए कहा, “तुम्हारी बात सच है। मैं सब लोगों के बिच में मेरी बीबी की नुमाइश करना चाहता हूँ। मैं सब को दिखाना चाहता हूँ की मेरी बीबी उन सब की बीबीयों से ज्यादा सुन्दर है। अब बात रही अनिल की, तो वह तुम्हारे मम्मों को पहले भी दो तीन बार तो सेहला ही चूका है। वह तुमको और क्या छेड़ेगा? उसने जो देखना था वह देख लिया, जो कुछ करना था वह तो कर लिया। उससे ज्यादा और वह क्या देख सकता है और क्या कर सकता है भला? अब उससे क्या छुपाना? पर मेरी आँखें तो तुम्हे देखते कभी नहीं थकती। मैं तो तुम्हें अपने लिए तैयार होने को कह रहा हूँ।”

इतना कहना ही मेरी पत्नी के लिए काफी था। थोड़ा सोच कर उसने मेरी बात मानी। शायद नीना अनिल को भीअपने सौंदर्य का दर्शन कराना चाहती थी। उस रात वह ऐसे सेक्स की रानी की तरह सज कर तैयार हुई जैसे मैंने उसे पहले कभी नहीं देखा। कई सालों के बाद पहली बार मेरी बीबी को उस ब्लाउज में देखा जो वह शर्म के मारे कभी न पहनती थी।

कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।

वह डीप कट ब्लाउज था जिसमें मेरी रूढ़िवादी पत्नी के भरे और तने हुए मम्मों (स्तनों) का उभार काफी ज्यादा नजर आता था। उसने स्लीवलेस ब्लाउज पहना था। उसका ब्लाउज चौड़ाई में छोटा था और जैसे वह उसके उरोज को बस ढके हुए था। नीना के स्तन ब्लाउज में बड़ी कठिनाई से समाये हुए थे।उसने आपनी साड़ी भी अपनी कमर से काफी निचे तक बाँधी थी। ऐसा लगता था की कहीं वह पूरी निचे उतर न जाय और उसे नंगी न करदे।

नीना का ब्लाउज पीछे से एकदम खुला हुआ था। सिर्फ दो धागे उसके ब्लाउज को पकड़ रखे हुए थे। नीना की पीठ एकदम खुली थी और ब्रा की पतली पट्टी उसमें दिख रही थी। ब्रा भी तो उसने जाली वाली पहनी थी। ब्लाउज खुलने पर उसके स्तन आधे तो वैसे ही दिखने लगेंगे यह मैं जानता था। नीना की कमर में उसकी नाभि खूब सुन्दर लग रही थी।

पढ़ते रहिये.. क्योकि ये कहानी अभी जारी रहेगी.. और मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.

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