Majburi Me Chud Gayi Sunita Bhabhi

Deep punjabi 2016-11-29 Comments

मैं – हाँ जी बिल्कुल तैयार हूँ।

वो बेड पे खड़ी होकर मेरे साथ सामने आकर लेट गयी और बोली,” ऐसा करो थोडा तुम भी मेरा मूड बनादो ताजो दोनों को खूब मज़ा आये।

मैं उसके कहने का इशारा समझ गया और उसके ऊपर आकर उसके होंट चूमने, मम्मे दबाने और चूत में ऊँगली करने लगा। जिस से वो बहुत गर्म हो गयी और बोली,” जल्दी से डाल दो अब और सब्र नही हो रहा दीप।

मैं उसकी बेकरारी को समझते हुए अपने लण्ड को हल्का सा थूक लगाया और उसकी टाँगे उपर उठाकर लण्ड को चूत के मुह पे सेट करके हल्का सा झटका दिया तो गीली चूत होने की वजह से थोडा सा लण्ड भाभी की चूत में समा गया।जिस से भाभी के चेहरे की बनावट ही बदल गयी और वो इशारे से धीरे धीरे करने का बोल रही थी।

मैं उसकी हालत को समझ गया और आहिस्ते आहिस्ते अपने लण्ड को सुनीता की शेव की हुई चूत में धीरे धीरे पेलने लगा। जब पूरा जड़ तक लण्ड घुस गया तो भाभी ने अपनी टांगो से मुझे भींच लिया और ऐसे ही कितना टाइम उसी हालत में रहने का इशारा दिया।

फेर थोड़ी देर बाद मुझे आगे बढ़ने का बोलकर अपनी टांगो की क़ैद से मुक्त कर दिया। मैं ऊपर लेटा कभी उसके होंठ, गाल, तो कभी उसके गोरे मम्मे चूस रहा था। इतने में ही भाभी का शरीर अकड़ने लगा और वो मेरी पीठ पे नाख़ून गाड़ने लगी और 2 मिनट बाद आह्ह्ह लेकर झड़ गयी और निर्जीव चीज़ की तरह बैड पे पसर गयी।

अब उसका काम तो हो गया था, परन्तु मेरा अभी भी बाकी था। भाभी बोली,” दीप जल्दी जल्दी करलो मुझे सुसू भी जाना है, ये सुनकर मेरा आराम से काम करने का मन बदल गया और मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी। करीब 5 मिनट बाद मैं भी लम्बी आःह्ह्ह लेकर भाभी के बदन पे ही ढेर हो गया और गर्म गर्म वीर्य की पिचकारियो से भाभी की चूत को भर दिया।

भाभी बोली,” तुम यहाँ बैड पे लेटकर आराम करलो और कपड़े पहनलो, मैं सुसू करने जा रही हूँ और देखकर आती हूँ कोई घर का मेंबर जाग तो नही रहा। तुम्हे वापिस घर जाना भी होगा।

मुझे उसकी बात जच गयी और जल्दी से कपड़े पहन लिए और उसके वापिस आने का इंतज़ार करने लगा। जब भाभी वापिस आई तब तक मैं कपड़े पहन चूका था।

मैंने मोबाइल जेब से निकालकर भाभी से सामने उसे बताकर उसी वक्त वो रिकॉर्डिंग डिलीट करदी और कहा,” यदि आपने अपना वादा पूरा किया तो लो हम भी अपने वादे के पक्के है।

जिसपे खुश होकर उसने मेरा धन्यवाद किया और गले लगाकर कहा के आगे से जब भी सेक्स को दिल करे बता देना, आज की तरह टाइम निकाल लेंगे और हाँ आइन्दा ऐसी डराने वाला सबूत न लेकर आना और खिलखिलाकर हंस पड़ी।

कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।

मैंने आइन्दा से ऐसा न करने का उसे भरोसा दिया और होंठो का रसपान करके धीरे से उनके घर से निकलकर अपने घर आकर सो गया।

दोस्तों ये थी मेरी एक और आप बीती। आपको जैसी भी लगी, अपने कीमती विचार मुझे निचे दी गए ईमेल पते पर भेजने की कृपालता करनी और मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.

अब आपसे आज्ञा चाहूँगा, फेर किसी दिन फेर एक नई कहानी लेकर हाज़िर होऊँगा। तब तक के लिए नमस्कार।

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