Badi Mushkil Se Biwi Ko Teyar Kiya – Part 22

iloveall 2017-03-02 Comments

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राज की बात सुनकर मेरी आँखें नम हो रही थी। तब राज ने एक हल्का धक्का देकर मेरी गीली चूत में अपना स्निग्ध, तना हुआ मोटा लंबा लन्ड घुसेड़ा। मेरी चूत की भग्न रेखा से अंदर जाते हुए मुझे पहली बार राज के लन्ड के स्पर्श और घर्षण से इतनी उत्तेजना और रोमांच का अनुभव हुआ जिसे वर्णन करना मेरे लिए संभव नहीं है। बस मैं इतना ही कहूँगी की मैं अपने आपको बड़ा भाग्यशाली मान रही थी की मुझे ऐसा अवसर प्राप्त हुआ जिसमें मुझे मेरे पति को किसी तरह के अँधेरे में रखने की जरुरत नहीं पड़ी और फिर भी मुझे ऐसा रोमांचक अनुभव हो रहा था।

जैसे राज ने मुझे चोदने की फुर्ती बढ़ाई वैसे ही मैं भी अपने चूतड़ को उठा उठा कर राज के धक्कों का जव्वाब दे रही थी जिससे मैं उसका लन्ड मेरे पुरे अंदरूनी सुरंग में ले पाऊं। मेरे पुरे बदन में राज की चुदाई से जैसे आग फ़ैल रही थी। मैं राज को और चोदने के लिए प्रोत्साहित कर रही थी। मैं बोल पड़ी, “राज आज मुझे खूब चोदो। मेरे पति और तुम्हारी पत्नी को भी आज हम दिखाएँगे की हम भी कुछ कम नहीं। तुम बे झिझक मेरी गर्म चूत में अपना सारा वीर्य उंडेल दो।”

मेरी उत्तेजना चरम सीमा पर पहुँचने वाली थी। अचानक मेरे पुरे बदन में एक झटका सा लगा और मेरी चूत में से जैसे फव्वारा निकल पड़ा। मैं ऐसे झड़ रही थी जैसे मैं पहली बार अनिल से उस जंगल में पेड़ के निचे चोदने पर झड़ी थी। मेरे बदन की हलचल देख राज भी तेजी से अपनी चुदाई की गति बढ़ाते हुए अकडने लगे और एक जोरदार धक्का देकर कराहते हुए उन्होंने अपना वीर्य मेरी चूत में एक फव्वारे की तरह छोड़ा। राज के गरमा गर्म वीर्य से मेरी चूत भर गयी और मेरी कोख जैसे संतृप्त हो गयी। मेरी और राज की चिकनाहट से भरा वीर्य मेरी चूत में से उभर कर गद्दे पर गिरने लगा।

तब मेरे पति अनिल और नीना मिलकर तालियां बजाने लगे। मैंने शर्माते हुए जब उनकी और देखा तो नीना बोली, “आज मेरी प्यारी अनीता भाभी, न सिर्फ मेरी भाभी रही बल्कि मेरी सौतन भी बन गयी। पर मैं अब तुम्हें मेरी बड़ी प्यारी मीठी और अपनी सौतन बहन कहूँगी और तुम भी मुझे ऐसे ही बुला सकती हो। पर हम एक दूसरे के पति को छिनने नहीं बल्कि अपने पति को एक दूसरे से बांटने के लिए ही अग्रसर रहेंगे और हमारे इस नए रिश्तों का आस्वादन करेंगे। हमारे पति तो हमारे ही रहेंगे।”

और फिर मेरे और राज के कहने पर मेरे पति अनिल और मेरी सौतन बहन नीना एक दूसरे पर ऐसे झपट कर चुदाई में लग गए की मैं और राज देखते ही रह गए।

हमारी कहानी करीब दो साल तक ऐसे ही चलती रही। कभी मैं मेरे दोनों पतियों से चुदती रही तो कभी नीना। तो कभी मैं और नीना पूरी रात एक दूसरे के आगोश में एक दूसरे के बदन का आनंद लेते रहे। आगे भी काफी कुछ हुआ। पर वो कभी और।

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