Sonia, Meri Sexy Saali Sahiba – Part 2
सोनिया — तो जीजू क्या सोचा आपने ?
मैं — मेरी इस हरकत से भी आपको कोई जवाब की उमीद है।
सोनिया — हाँ जीजू क्योंके ऐसा मज़ाक जीजा साली में आम बात है।
मैंने उसका हाथ पकड़कर उसे अपने पास बैड पे बिठाते हुये कहा,” मुझे तुम्हारा यह न्योता कबूल है सोनिया ।
उसने ख़ुशी से मुझे गले लगा लिया और बोलो थैंक यु जीजू एंड लव यु सो मच, आपका यह एहसान मरते दम तक याद रखूंगी।
फ़िलहाल अभी छोडो माँ बापू को चाय देकर बाद में आती हूँ।
सोनिया अपने माँ बापू को चाय देंने चली गयी तब तक मेने भी अपनी चाय खत्म करली और दुबारा लेटकर सोनिया का इंतज़ार करने लगा।
करीब 10 मिनट बाद सोनिया मेरे कमरे में आई और आते ही दरवाजा अंदर से लॉक कर आई और सारी खिड़कियों को बन्द करके उनपे पर्दे डाल आई तांजो अंदर की कोई भी प्रतिकिर्या बाहर न दिखाई दे ।
बैड पर आते ही सोनिया मुझसे लिप्ट गयी ओर मेरे होंठो पे अपने होंठ सटाकर उनका रसपान करने लगी और काम के आगोश में बहने लगी,” जीजू आप कितने अच्छे हो,
आई लव् यू आलवेज़ माय डिअर जानूू म्मम्मआआह् ।
मैं भी उसके लिप किस का जवाब देने लगा। उसको बैड पे लिटाकर उसके होंठ चूमने लगा।
वो बोली, जीजू जो करना है जलदी से करलो । हमारे पास टाइम बहुत ही कम है । मुझे माँ बापू कभी भी आवाज़ लगा सकते है। मेने उसकी कमीज़ ऊपर करके उसके सुडोल मम्मो को मुँह में लेकर चूसने लगा और हल्का हल्का निप्पलस को काटने लगा।
वो निचे लेटी उफ्फ्फ….. आआआआअह…. सीईईईई… उई माँ की कामुक आवाज़े निकालकर मौन करने लगी और मेरे बाल सहलाने लगी। करीब 10 मिनट मम्मे चूसवाने के बाद सोनिया बोली” जीजू अब और न तड़पाओ प्लीज़, अब मुझसे रहा नही जा रहा।
प्लीज़ अपना मोटा लण्ड मेरी चूत में डाल दो बस। कितने दिनों से आपके साथ सहवास के लिय तड़प रही हूँ।
मैंने भी उसकी व्याकुलता को समझते हुए उसकी सलवार को टाँगो से निकाल कर बैड पे रख दी और हाथ से बाल रहित चूत का जायजा लिया। चूत उसके चूतरस ने सनी हुई थी। मेने भी अपना निकर निकाल दिया।
मेरा 5 इंची लम्बा 3 इंची मोटा लण्ड देख कर उसकी आँखों में तो जैसे चमक आ गयी और बोली, जीजू किस्मत वाली है किरण दीदी जो उसकी किस्मत में इतना मोटा लण्ड लेना लिखा है। आज अपनी लाड़ली साली की किस्मत में इसकी स्याही से माँ बनने का सुख लिखदो ना ।
मेने भी एक हाथ उठाकर देवताओ
की तरह बोला तथास्तु और हम दोनों हंसने लगें ।
वो बोली लाओ जीजू पहले आपके मोटेे लण्ड को चूत में लेने के लायक तो बना लू। वो बैड से उठकर मुझे लेटने का इशारा करते हुए बोली,” आप लेट जाओ पहले आगे का काम मेरा है।
उसका हुक्म मानकर मैं पीठ के बल लेट गया वह मेरे ऊपर आई और मेरे होंठो से होंट सटाकर लिपकिस करने लग गयी। फेर मेरे छाती पे बालो को सहलाते सहलाते नीचे की और जाती हुई लण्ड को पकड़ कर चूसने लगी।
आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्या नजारा था जो शब्दों में बयान नही कर सकता। मैं तो जेसे जन्नत की सैर कर रहा था। आँखे बन्द करके वो मेरे लण्ड को बड़े प्यार से चाट रही थी।
वो कभी मुह में लेकर मुह आगे पीछे कर रही थी। तो कभी मेरे आंडों को होंठो में लेकर चूस रही थी। हम दोनों इतना मज़े में खोये हुए थे के मेरा माल कब उसके मुह में निकल गया मुझे पता नही चला, उसने सारा माल पी लिया और बोली” आपका पानी बहुत स्वादिष्ट है जीजू,
करीब 5 मिनट आराम के बाद वो फेर मेरे लण्ड को चूसने लगी। अब सोये हुए लण्ड की भी नींद खुल गयी। जब उसका मुह लण्ड चूसते चूसते दुखने लगा तो दूर हटकर सोनिया बोली,” अब ठीक है जीजू अब तैयार हो गया है घोडा अपनी रेस के लिए। उसने अपने थूक से गीले किये खड़े लण्ड को हाथ में लेकर अपनी कमीज़ की अगली साइड मुह में लेकर अपनी चूत को लण्ड पे सेट करखे ऊपर बैठ गयी।
लण्ड उसकी डबलरोटी जैसी चूत की फांको में कील की तरह घुसता चला गया। उसके चेहरे के हाव भाव बदल गए। जैसे एक तीखा दर्द हो रहा हो उसको। करीब 5 मिनट वैसे हो बैठी रहने के बाद उसने अपना मोर्चा सम्भाला और उठक बैठक करने लगी। चूतरस और थूक लगने की वजह से लण्ड अब आसानी से अंदर बाहर हो रहा था।
पहले धीरे धीरे चलते उसके कूल्हे अब एक बुलेट ट्रेन की तरह हरकत करने लगे। करीब 7 मिनट उसकी साँस चढ़ गयी और ज़ोरदार चीख के साथ वह मेरी छाती के ऊपर लेट गयी
उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया था। जो के गर्म गर्म मुझे लण्ड पे महसूस हो रहा था। उसका काम तो हो गया था जब के मेरा होना अभी बाकी था।
हांफती हुई सोनिया बोली,” जीजू आपके मोटे लण्ड ने मेरी तो बैंड बज़ादी, पता नही किरण दीदी कैसे झेल लेती है इसे। अब आप ऊपर आ जाओ मुझसे नही होगा बहुत थक गयी हूँ मैं तो आज, हम सेक्स तो करते है पर इतना वाइल्ड नही।
उसके हालात को देखते हुए उसकी चूत में लण्ड निकाले बिना ही उसे लिटाकर ऊपर आकर मैं अपनी कमर हिलाने लगा। वो भी नीचे से अपनी कमर हिला हिलाकर मज़े ले रही थी। कभी मैं उसके होंठ तो कभी उसके मम्मे चूसता।
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