Chudai Ki Pyaasi, Ek Andhi Ladki – Part 2

findfuckforget 2016-07-02 Comments

Hindi Sex Story

अब आगे की कहानी – तक़रीबन पांच मिनट के बाद आशु बिलकुल ढीली पड़ चुकी थी और मेरा हाथ पकड़ कर उसने अपने लहंगे के ऊपर से ही अपने चूत से सटा दिया। मैंने भी उसकी अनचुदी नई नवेली चूत ऊपर से ही रगड़ना शुरू कर दिया।

मेरे मज़बूत हाथो से उसकी नाज़ुक चूत मसली जा रही थी और वह पागलो की तरह अपनी चूचियों को रगड़ रही थी। मेरा हाथ पर उसके पानी लगना शुरू हो गया, वह इतनी गरम हो गयी की उसने अपने कपडे उतारने शुरू कर दिए।

पर मैं चाहता था की वह मेरे भी कपडे खुद उतारे, उसने जैसे ही अपनी कपडे उतारे मैं तो दंग रह गया वह नंगी सफ़ेद संगमरमर की मूरत लग रही थी और उसको देखकर मेरा लण्ड तो जैसे एक इंच और बढ़ गया।

मैंने भी झट से उसे उठा कर बेड पर पटक दिया, क्यों की मैं उसकी चूचियों को पीना चाह रहा था, मैंने एक हाथ से उसकी चूची और एक हाथ से उसकी गुलाबी अनचुदी चूत को मसलना शुरू कर दिया, तभी मैंने उसकी दूसरी चूची की घुंडी को जीभ से चाटा..और घुंडी पर जीभ घुमाने लगा।

ऐसे करते ही उसने एक सिसकारी मरी और अपनी गांड को उचका कर मेरे हाथ पर ज़ोर से रगड़ा, फिर मैंने उसकी चूची को चूसना शुरू किया तो उसकी सीत्कार से सारा कमरा गूंजने लगा आह मेरी जानन न न न प्लीज फ़क में नाउ प्लीज फ़क न प्लीज डाल दो अपना लण्ड मेरी कुंवारी चूत में प्लीज डार्लिंग, मुझे नहीं जानना की तुम कौन हो मुझे तो बस अपनी चूत का बैंड बजवाना है तुमसे। प्लीज राजा दिखाओ तुम्हारा लण्ड कहा है प्लीज.. इतना कहते ही वह मेरे लण्ड तो टटोलने लग गयी।

में एक दम से पीछे हट गया और बेड से उतर गया क्यों की में जानता था की आशु ने कभी लण्ड नहीं लिया था और मेरा लण्ड आठ इंच लंबा और साडे तीन इंच मोटा है, कहीं ऐसा न हो की आशु डर जाये और उसकी चूत चुदवाने की चाह कम हो जाये, वह सीत्कार करने लगी कहाँ हो तुम क्यों तड़पा रहे हो जान प्लीज अपना लण्ड मेरे हाथों में दे दो।

मैंने अपने कपडे खुद उतारे और आशु के पैरों की तरफ से जा कर में उसकी सफा चाट गुलाबी चूत के पास बैठ गया, मैंने देखा की उसकी गुलाबी चूत उत्तेजना में मॉल पूए की तरह फूल गयी है और उसकी गुलाबी चूत की पत्तियां भी कभी न चुदने के कारण अभी पूरी तरह फैली नहीं है।

मैंने बिना वक़्त गवाए उसकी गोरी चिकनी टांगो को चाटना शुरू कर दिया और धीरे धीरे ऊपर की तरफ जाने लगा। मेरे ऐसे करते ही उसने ज़ोर ज़ोर से अपनी चूतड़ों को उचकाना शुरू कर दिया।

और मैंने सीधा उसकी चूत की पत्तियो को फैला कर चूत के गुलाबी रास भरे छेद में अपनी जीभ डाल दी और बस फिर क्या था मेरी इस हरकत से उसने एक मिनट में पानी ही पानी छोड़ दिया और उह आह से सारा कमरा गूंजने लगा।

मैने अपना काम बंद न करते हुए उसकी कुंवारी चूत का आखरी पानी पी लिया क्यों आज के बाद उसकी चूत कुंवारी नहीं रहने वाली थी।

मेरे चाटते चाटते वह फिर से गरम होने लग गयी, ओर इस बार उसकी आग और भड़क गयी थी वह अपनी मुंह से मुझे गालियां निकल रही थी और बोल रही थी की अरे गांडू कुंवारी चूत तेरे सामने है और तू हरामी बस इसे चाट रहा है फाड़ डाल इसे हरामी।

मैंने देखा की अब लोहा गरम है और यही टाइम है हथौड़ा मारने का मैंने अपना आसन उसकी गुलाबी चूत के पास लगाया और उसकी टांगो को फैला कर ऊपर उठा दिया।

वैसलीन का इंतजाम मैंने पहले ही कर रखा था, मैंने दो ऊँगली से वैसलीन निकाली और उसकी चूत के छेद में भर दिया जो की उसकी नाजुक चूत की झिल्ली तक पहुंच गयी।

मैंने अपने लण्ड का सुपाड़ा जो की अंगारे की तरह लाल हो चुका था, उसकी चूत के छेद पर रखा और धीरे से दबाया और मेरा ऐसा करते ही वह बिदक गयी और बोली यह लण्ड है या कुछ और इतना मोटा मैं कुछ न बोला और अपनी काम में लगा रहा और लण्ड को धीरे धीरे चूत पर दबाना शुरू कर दियाऔर वह फिर बिदक गयी।

मुझे लगा की यह अब ऐसे नहीं मैनेगी। मैंने उसकी टांगों को ज़ोर से जकड़ा और एक झटका मर कर आधा लण्ड चूत के अंदर कर दिया, बस फिर क्या था उसकी चूत की झिल्ली फटते ही वह दर्द के मरे इधर उधर हाथ मरने लगी पर और मेरे लण्ड के नीचे से निकलने लगी।

पर अब मेरी बारी थी उसे चोदने की मैंने अपनी ताकतवर पकड़ से उसे कहीं नहीं जाने दिया और वैसे ही कुछ देर रुक रहा। जब मैंने देखा की उसने चिल्लाना बंद कर दिया है तो मैंने एक तगड़ा झटका दे कर उसके ऊपर लेट गया।

पर इस बार वह इतना चिल्लाई नहीं क्यों की झिल्ली तो पहले झटके में ही फट चुकी थी और अब तो चुदाई बाकी थी, मुझे आशु की हिम्मत की दाद देनी होगी क्यों की की उसने एक बार भी लण्ड को निकलने को नहीं कहा और दर्द बर्दाश्त करती रही उसको पता था की लण्ड उसको कितनी मन्नतों के बाद मिला था।

मैं कुछ देर वैसे ही लेटा रहा और मैंने ज़रा सा भी हिलने की कोशिश नहीं की, पर मैंने उसकी चूची को चूसना नहीं छोड़ा मेरा लण्ड उसकी गरम गरम चूत में और भी फूलता जा रहा था मैंने बहुत चुतो को जी भर के चोदा था पर इतनी गर्म चूत मैंने पहले कभी नहीं देखी।

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