Ek Aashik Anjaana – Part 1
10 मिनट की घमासान मुंह-चुदाई के बाद फिर उसने तेल की बोटल ली और अपने लण्ड पर मसलने लगा, फिर मेरी चूत पर मसलने लगा, अब उसने लण्ड मेरी चूत के छेद पर टिकाया और दबाव बनाया तो मेरी सांसे तेज चलने लगी और हाथ-पैर कांपने लगे, मेने बोला प्लीज ये सब बाद में कर लेना तो बोला अब तो तेरा बाप भी मुझे नहीं रोक सकता.
उसने मेरे हाथ अपने हाथों से दबा दिए और कमर के नीचे एक तकिया लगा दिया, मैं चाह कर भी नहीं हिल सकती थी या भाग सकती थी, वो वक़्त आ गया जिसका मुझे डर था उसके अपना लण्ड सेट करके एक धक्का जो मारा तो उसका टोपा लण्ड का अंदर गया बस और मेरी चीख निकली फिर उसने लगातार दो धक्के मारे उसका 4 इंच लण्ड अंदर जाके फंस गया तो ऐसा लगा जैसे कोई मोटा पाइप मेरी चूत में फंस गया हो..
और मैं 1 फुट ऊपर उछल पड़ी जोर से चीख मारती हुई उइईईई माँ दीपेश मार डाला ये क्या डाल दिया मेरे अंदर बहुत दर्द हो रहा है निकालो इसे बाहर मैं मर जाउंगी, आआआआ आआआआ माँ मम्मी मैं कहा फंस गई ये, फिर उसने मेरे होठ पर अपने होंठ रख दिए जिससे मेरी चीख दब गई, अब उसने अपना लण्ड बहार खिंचा और पूरी ताकत से मेरी चूत में धक्का मारा जिससे मेरी आँखे बहार आने को हो गयी और आंसू आ गए, मैं बहुत जोर से चीखना चाहती थी मगर मेरी आवाज दबी हुई थी.
अब उसका 1.5 इंच लण्ड बहार था फिर से उसने अपना लण्ड बहार खिंचा और दुगनी ताकत के साथ धक्का लगाया तो मैं जैसे बेहोश होते-होते बची उसने मुझे 2 थप्पड़ मारे होश में लाने के लिए, अब उसका पूरा लण्ड मेरी चूत में समा चुका था और मैं रोये जा रही एक मछली तरह तड़प रही थी.
उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे अपनी कमर ऊपर नीचे करने लगा, मूझे अब थोड़ा आराम मिला ही था कि उसने फिर एक जोर का धक्का मारा जिससे उसका लण्ड मेरी बच्चेदानी पे जा लगा और मैने अपने होंठ हटा के जोर से चीख मारी उइईईई मैं गयी, फाड़ दी मेरी चूत कितना जालिम आदमी है रे जरा भी रहम नही करता.
माँ मैं आज कहा फंस गई किसका मुंह देख के निकली थी सुबह-सुबह, अब उसके कमर हिलाने से मुझे थोड़ा मज़ा आने लगा और मैं भी कमर ऊपर नीचे करके उसका साथ देने लगी, ये देखके उसको जोश आया और मशीन की तरह चूत में धक्के मारने लगा और मैं एक कुतिया की तरह चिल्लाने और बड़बड़ाने लगी.
हां हां हां हहहह मेरे राजा ऐसे ही मार मेरी चूत आज फाड़ दे रे इसे अब तुझसे रोज चुड़वाऊंगी रे दीपेश मेरे पति मेरे मालिक तू मुझे छोड़ना मत कभी अपनी रखैल बना के रख लेना भले ही, अआहाहा हहहह ऊऊ म मम्म माँ दे दे जोर से पेल अपनी चाहत को मेरे राजा निचोड़ दे इसका सब पानी आज, और वो पागलो की तरह धक्के लगा रहा था हम दोनों पसीने में लथपथ हो गए और पूरे कमरे में फच-फच की और मेरी सीत्कार की आवाज गूंजने लगी.
करीब 30 मिनट की घमासान चुदाई में मैं 3 बार झड़ गयी उसके लण्ड पर ही मगर वो तो अपने घोड़े जैसे लण्ड से मेरी चूत की चटनी कूटे ही जा रहा था, 45 मिनट बाद वो बोला की मैं झड़ने वाला हु तो मैं बोली की अंदर ही झड़ जा मेरे राजा मुझे तेरे बच्चे की माँ बनना है, इतना कहते ही धक्के और तेज कर दिए और में चिल्लाने लगी एआईईईई माँ जी रेरेरेरेर गयी रीरेरे मर गयी रे और लंबी सी पिचकारी मारते हुए मेरे ऊपर निढाल हो गया और मैं निहाल हो गयी.
कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।
दोस्तों ये थी मेरी पहली चुदाई आपने यार दीपेश के साथ, आप सब को कैसी लगी ये आप मुझे मेल करके बता सकते है, आप लोगो के रिस्पांस पर ही मैं अपनी अगली कहानी लिखूंगी.
आपकी रानी नमिता, आगे आप पढ़ेंगे कैसे दीपेश ने मुझे वियाग्रा खा के दिन भर चौदा और चलने फिरने लायक भी न छोड़ा, मेरी गांड भी चीर दी जिससे मेरी चाल भी बिगड़ गयी, उसने मुझे धोका भी दिया और मैं उसके बाद कई लोड़ो से चुदी ये सब आपको अगली कहानी में बताउंगी.
आपके मेल का इंतज़ार रहेगा, आप अपने मेल यहाँ भेज सकते है मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.
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