Maa Aur Behan Ka Chudakkad Roop

AlexPrince 2017-06-10 Comments

पहली बार किसीका हात उनकी नंगी गांड के ऊपर पड़ रहा था वो तो अभी जंनत मैं थी. वेसेही मेरा हात पकड़ कर वो उनके गांड के ऊपर फिरा रही थी. पर सीता दीदी की निक्कर टाइट होने के कारन मेरा हात उनके गांड के ऊपर ठीक से नहीं पोहंच पा रहा था. तब सीता दीदी ने एक हात से फ्रॉक को ऊपर पकड़ा और दुसरे हात से वो निक्कर निकलने लगी. उनकी चूत गुलाबी रंग की थी और उसपर एक भी बल नहीं था.

उन्होंने पूरी निक्कर उतार कर जमीन पर फेकदी. अभी सीता दीदी सिर्फ फ्रॉक मैं मेरे सामने खडी थी. उधर मम्मी की आवाजे जोर जोर से आरही थी. सीता दीदी को लगा अब मम्मी झड़ने वाली हे तो उन्होंने जल्दीसे मेरा हात पकड़ कर उनके चिकने. थोड़े मोटे पर मुलायम गांड के ऊपर फिरने लगी.

सीता दीदी को बहुत मजा आ रहा था. सीता दीदी ने मेरे हात के उँगलियाँ उनके दोनों गांड के बिच मैं डाल दिए और मेरा हात थोडा अंदर की और ढकेल दिया. आभी वो आपने गांड से मेरे उंगलियाँ और मेरा हात दबा रही थी. सीता दीदी ने फिर उनके पैर थोड़े फेलाए और मेरी एक ऊँगली उनके गांड के छेड़ के उपर फिरा रही थी. सीता दीदी अब जंनतमें जा चुकी थी.

अभी तो वो और गरम हो रही थी. उनके चूत से निकला हुवा पानी उनके जाघों से लेकर उनके घुटनो तक आ पंहुचा था. थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरा हात उनकी गांड पर से निकल कर उनकी चूत पर रख दिया. पहली बार दीदी ने किसीका हात उनकी गरम चूत पर रख दिया था.

जेसे ही मेरा हात उनके नंगे चूत पर पड़ा वो झड़ने लगी और मेरे हात पर पानी छोड़ने लगी. जिंदगीमे पहली बार सीता दीदी की चूत पानी छोड़ रही थी. उस समय की उनकी feeling कुछ ऐसी थी के दुनियाके सारे सुख एक तरफ और उनका चूत से पानी निकलने का सुख एक तरफ सीता दीदी की चूत 15 सेकंड तक पानी छोड़ रही थी.

उनके चूत का पानी फर्श पर. उनके फ्रॉक पर और मेरे हात पर बिखरा पड़ा था. उनके चूत के पानी की वजहसे मैं बेड पर लेटे लेटे हलचल करने लगा उस बिच मेरा मुह सीता दीदी की तरफ हो गया. तब सीता दीदी थोड़ी डर गयी ये सोचके के शायद मैं जाग चूका हु पर मैं अभी भी सो रहा था.

सीता दीदी फ्रॉक उपर करके चूत का बिखरा हुवा पानी देख रही थी. तभी मेने सोते सोते सीता दीदी के उपर सुसु करना चालू कर दिया. सीता दीदी पहले तो हडबडाई पर मेरे सुसु के गरम पानी ने उनको फिर से गरम कर दिया.

सीता दीदी ने मेरा सुसु का पानी उनके चूत पर लेने के लिए उनका फ्रॉक उपर उठा लिया और एक जगह खड़े होकर वो मेरा सुसु का पानी उनकी चूत पर लेने लगी. जेसे ही मेरा सुसु का पानी उनके गरम चूत पर पड़ा सीता दीदी फिर से झड़ने लगी. उसके बाद 30 सेकंड मैं मेरा सुसु बंद हुवा तब तक दीदी भी झड चुकी थी.

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उधर मम्मी पापा भी झड चुके थे. हमारे घरमे एक ही बाथरूम और टॉयलेट हे. बथरूम बिलकुल हमारे रूम के सामने ही हे. मम्मी पापा को बाथरूम जाने के लिए हमारे रूम के सामने से जाना पड़ता.

सीता दीदी को अब समज मैं नहीं आ रहा था के जो मेने सुसु किया था. सीता दीदी का पानी झडा था उसका और उनकी फ्रॉक गिली हो चुकी थी उसका क्या किया जाये ये सोचते वो एक हात मैं फ्रॉक को पकडे खडी थी. तभी मम्मी बथरूम जाने के लिए हमारे कमरे के पास आ पहुची.

मम्मी पापा से अभी चुदवा कर आ रही थी तो वो पूरी नंगी थी और उनके पेट पर. चूत पे और मुह पर पापा के लंड का पानी था. हमारे कमरे की लाइट चालू देख मम्मी ने हमारे रूम मैं देखा तो देखते ही वो दंग रहगई क्यूँ की सीता दीदी फ्रॉक उपर करके नंगी खडी थी और मम्मी तो पूरी नंगी थी. तभी सीता दीदी ने और मम्मी ने एक दुसरे को देखा

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