Kaamagni.. Ye Aag Kab Bujhegi – Part II
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वो हस के हमें थैंक्स कहकर मेम को बेस्ट जर्नी विश कर अपनी अपनी कार लेके चले गए। मेरे और तम्मना के कंधो के सहारे वो कोलेज गेट की और चल दी। उसके हाथ मेरे कंधे पे होने से उसकी नर्म मोटी चुचिया साइड से मेरी छाती से दब रही थी और मेरे तनबदन में एक सनसनी मचने लगी। मेरे पेट के अन्दर कुछ होने लगा और मेरे लंड के सुपाडे पे एक मीठी गुदगुदी के साथ सनसनाहट हुइ। हलाकि ये मुझे अपनी जिंदगी में पहलीबार महसूस हुआ!!!
अच्छा लग रहा था। हमलोग स्पोर्ट्स के लिबास में थे और मैंने जीन्स की बरमूडा और राउंड नैक टी शर्ट पहनी थी। जैसे जैसे वो चलती उसका मेरी तरफ वाला नर्म स्तन मुझसे जायदा चिपकता गया और में होश खोने लगा। बदन में एक ज़न्कृति, लंड पे सनसनाहट मुझे बड़ा बेचेन कर रही थी।
तमन्ना उसका बोजा नहीं उठा पा रही थी तो मेरी तरफ कुछ ज्यादा ही जुक के चल रही थी और मुझे पीठ के पीछे से हाथ डालके कमर को थाम पड़ा। जैसे ही मेरा हाथ उसके नर्म मुलायम बिना रोयेवाले चिकने पेट को छुआ उसको भी करंट लगा और उसने मेरी तरफ देखा, पहले तो मेरी गांड फटी, पर वो मुस्कुराई तो मुज में हिम्मत आई।
मैं: सॉरी मेम..
जयना: ओह्ह्ह इट्स ओके।
तमन्ना (जोके मुझे प्यार करती थी बस इज़हार करना ही बाकि था) ने मेरा हाथ उसकी कमर देखा तो वो गुस्साने लगी। उसने जोर से पीछेवाले हाथ से मुझे अपने नाख़ून चुभोके जोर से चिमटी भरी। मुझे बहोत दर्द हो रहा था फिर भी में उसे सहन करते हुए जैसे कुछ नहीं हुआ ऐसे चलता रहा।
तमन्ना: (कटाक्ष में, गुस्से से ज़ुन्ज़ुलाकर) बस साहिल अब छोड़ डो गेट आ गया है ना मेम…??
मेने मेम को वहा छोड़ मेर हाथ को देखा तो उसपे खून आ गया था। मेने आंखे निकाल में चोरी से उसकी और देख इशारा किया तुजे देख लूँगा..उसने अपनी जबान निकाल इशारे में में मुझे कुत्ता कहा..
बहरहाल मेरे निकर में मेरा लंड फनफनाने लगा था और जोर से सलामी दे रहा था। मेरी धड़कने बड़ी तेज हो गयी थी। जयना के बदन की खुशबू मेरे नाक के रास्ते लंड तक असर कर रही। उसकी रेशमी साडी से सेंट की भभक छुट रही थी। खेर मेरी हालत ख़राब करते हुए वो गेट तक आ गयी और हमें थैंक्स कहा।
पढ़ते रहिये क्योकि.. कहानी अभी जारी रहेगी।
दोस्तों मेरी ईमेल आई डी है “[email protected]”। कहानी पढने के बाद अपने विचार नीचे कमेंट्स में जरुर लिखे। ताकी हम आपके लिए रोज और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सकें। डी.के
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