Meri Bhabhi Mere Dost Se Chudi – Part 2

raj67003 2017-11-02 Comments

मनीष अब भाभी को जल्दी जल्दी चोदने लगा भाभी बोली अरे अभी कल्पना को चोदना है ताकत बचा के रखो। मनीष बोला अरे भाभी कोई और चुदे न चुदे तुम्हे मै बिच में नहीं छोड़ सकता। तुम्हारी चूत में मेरा मॉल गिरगा ही गिरेगा और तेजी से करते हुय्र पूरा लण्ड अंदर डाल कर झड़ने लगा। भाभी भी आंखे बंद करके मनीष के वीर्य का पूरा आनंद ले रही थी थोड़ीदेर ऐसे ही रहने के बाद भाभी बोली अब निकालो भी कल्पना आनेवाली होगी मनीष बोला मै तुम दोनों को एक साथ चोदुंगा।

भाभी बोली आज नहीं आज वो शर्माएगी आज प्यार से चोदना उसके बाद तो वो खुद ही बोलेगी। तभी मुझे ख्याल आया जब मनीष कल्पना को चोदेगा तो भाभी कमरे बाहर होंगी तो मै कैसे देखूंगा। तभी देखा भाभी बाथरूम में चली गई और मनीष बाहर आ गया। मै मनीष के पास जाकर बोला अबे तेरी तो लॉटरी लग गई।

लेकिन ये बता मै कैसे देखूंगा तो मनीष बोला ऐसा कर तू भाभी के कमरे में अलमारी के पीछे छुप जा। मैंने कहा अबे १ घंटा छुपना क्या आसान है तो बोला अरे बीच में जब कल्पना बाथरूम में जाएगी तो बाहर आ जाना। मैंने सोचा बड़ा मुश्किल है लेकिन मन कह रहा था की कोशिश करते है बाद में पता नहीं चांस मिले न मिले। और मै अपने को तैयार कर लिया। भाभी के कमरे में एक अलमारी की जगह थी वह पर्दा लगा हुआ था और अंदर कपडे रखे थे।

एयर कंडीशन चल रहा था तो मैंने सोचा ठण्ड है चलो देखा जायेगा कोशिश करते है। मैंने बोला ठीक है मनीष मै छुप जाऊंगा। फिर तभी भाभी की आवाज आयी मनीष राज आया की नहीं। मनीष बोला हा आगया टॉयलेट में है। मनीष भाभी के कमरे में चला गया तो भाभी बोली मैंने कल्पना को बोला है ११ बजे तक आओ तब तक राज फैक्टरी चला जायेगा। मनीष बोला हा भाभी ये ठीक है। अभी ९ बज रहे थे।

मनीष वापस कमरे में आया और एक गोली खाली सेक्स पावर की क्यों की आज कल्पना को स्वर्ग दिखाना था। हम लोग खाना खाने लगे मै सोच रहा था भाभी कैसी भोली दिख रही है और वास्तव में कैसी है फिर सोचा चलो मजे लेने दो। भाभो बोली राज फैक्टरी कब जाओगे मै बोला १० बजे। भाभी बोली बोली अच्छा तुम लोग खाना खा लो मै टहल के आती हु। और भाभी बाहर चली गई।

थोड़ी देर बाद मनीष ने फोन करके पूछा भाभी कहा चली गयी तो वो बोली कल्पना के पास आयी हु उसे तैयार कर रही हु।मै भी अपने छुपने का स्थान सेट कर रहा था जब सेट हो गया तो लगा अरे यहाँ तो पूरी रात बिताई जा सकती है वहां काफी जगह थी। करीब १० बजके १० मिनट पर बेल बजी तो मै जाके अपने जगह पर छिप गया।

मनीष की आवाज आयी आइये कल्पना जी आपका स्वागत है लेकिन कल्पना की आवाज नहीं आई और कल्पना अंदर आगई अंदर आके दरवाजा बंद कर दिया और बेड पर बैठ गई तभी दरवाजा खटखटाने की आवाज आई और भाभी बोली कल्पना क्या कर रही हो दरवाजा खोलो कल्पना ने दरवाजा खोला तो भाभी अंदर आई और बोली क्या हुआ कल्पना बोली शर्म आ रही है भाभी बोली तुम कुछ मत करना मनीष अपनेआप कर लेगा तभी मनीष अंदर आया और बोला भाभी क्या हुआ तो भाभी बोली कल्पना शर्मा रही है।

मनीष आके कल्पना के बगल में बैठ गया और बोला कल्पना जी आप आंखे बंद कर लीजिये और मुझे करने दीजिये। कल्पना ने आंखे बंद कर ली और मनीष ने उसके माथे पर किस किया और बेड पर लिटा दिया फिर किस किया फिर आँखों पर किस किया फिर गलो पर किश किया भाभी वही बैठी देख रही थी फिर वो वहां से चली गई।

मनीष अब कल्पना के ओठो को किश कर रहा था और हाथो से कल्पना के बूब्स को सहला रहा था मनीष कल्पना के बूब्स दबाते हुए साडी ऊपर करने की कोशिश कर रहा था पर कल्पना करने नहीं दे रही थी। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे हैं।

मनीष ने पूछा क्या हुआ तो वो बोली शर्म आ रही है लाइट बंद कर दो। मनीष ने लाइट बंद कर दी। अब मुझे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था पर सुनाई दे रहा था। मनीष बोला अब ठीक है कल्पना बोली हा। फिर कल्पना बोली मैं खुद उतार देती हु नहीं तो फट जाएगी। और थोड़ी देर शांति रही। मनीष की आवाज आयी तुम कितनी चिकनी तो कल्पना। कल्पना बोली धीरे से करो लगता है।

मनीष के किस करने और चूसने के आवाज आ रही थी। तभी लाइट ओन हो गई। कल्पना अपने को छुपाते हुए बोली क्या कर रहे हो मुझे शर्म आ रही है। मनीष बोला कल्पना तुम आंख बंद कर लो फिर अच्छा लगेगा। मनीष कल्पना के बूब्स चूस रहा था और एक हाथ से दूसरे निप्पल को सहला रहा था। कल्पना की टंगे फ़ैल गई थी उसकी चूत मस्त लग रही थी कुछ गीली गीली लग रही थी। मनीष बूब्स के बाद पेट पैर चूमता हुआ चूत पर पहुंच गया। चूत को जीभ से सहला रहा था।

कल्पना को बहुत मजा आ रहा था वो अपने ओठ दबा रही थी। मनीष ने चूत को फैला कर जीभ से अंदर गुलाबी पंखुड़ियों को चाट रहा था। अब कल्पना गर्म हो रही थी उसके मुँह से आह आह निकल रहा था। मनीष ने पूछा क्या हुआ कल्पना तो कल्पना ने कहा अब रहा नहीं जा रहा है अब करो जल्दी। अब मनीष का लंड अपनी पोजीशन लेने के लिए तैयार था मनीष ने कल्पना की दोनों टांगे फैला कर चूत पर लंड रगड़ रहा था।

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