Meri Bhabhi Mere Dost Se Chudi – Part 2

raj67003 2017-11-02 Comments

आपने मेरी पहली कहानी पढ़ी शायद अच्छी लगी होगी। अब आगे की कहानी शुरू करता हु। मेरा दोस्त मनीष अब भाभी के साथ काफी समय व्यतीत करता था। भाभी भी अब उसके साथ खुल गयी थी। अब मेरे रहने पर भी मनीष उनके कमरे में चला जाता था और अपनी मनमानी करता था।

भाभी जब मेरे बारे में पूछती तो कह देता था की मै सो रहा हु। पर मै खिड़की से सारा खेल देखता था। एक दिन भाभी की एक दोस्त जो पड़ोस में रहती थी आयी हुई थी मै और मनीष अपने कमरे में थे। मनीष बोला भाभी की दोस्त क्या मस्त लग रही है यार। मने बोला क्या ख्याल है इसे भी चोदना है क्या। मनीष बोला इच्छा तो कुछ ऐसी ही हो रही है। अब मुझे मनीष की काबिलियत पर कोई शक नहीं था। मनीष बोला मै अभी आता हु और चला गया। भाभी और उनकी दोस्त कमरे में बातें कर रही थी।

मनीष उनके कमरे में चला गया और मै खिड़की पर। भाभी बेड पर बैठी थी और उनकी दोस्त लेटी हुई थी। खिड़की से उसका पीछे का हिसा दिख रहा था। मनीष जब कमरे में घुसा तो वो उठ कर बैठ गयी तो मनीष सॉरी सॉरी कहते हुए जाने लगा तो भाभी ने कहा कोई बात नहीं आजाओ और अपने दोस्त से बोली ये मनीष है मेरे देवर का दोस्त और मनीष से बोली ये मेरी दोस्त है कल्पना ये हमारी ही कॉलोनी में रहती है। मनीष ने नमस्ते करता हु बोला आपकी दोस्त बड़ी खूबसूरत है। कल्पना बोली क्या कह रहे हो रश्मि के सामने मै क्या हु। रश्मि मेरी भाभी का नाम है।

भाभी बोली हट पगली और कल्पना को धक्का दे दिया कल्पना बेड पर गिर गई। कल्पना के बारे में बता दू उसके पति किसी कंपनी में काम करते थे और कंपनी के काम से ३ महीने पहले २ साल केलिए बाहर गए थे। कल्पना ३२ ईयर की ५’३” की हाइट की भरी हुई महिला थी। उसके बूब्स भरे हुए थे। ३ साल पहले शादी हुई थी लेकिन अभी बच्चा नहीं था। इस समय वो साड़ी में थी। जब वो बेड पर गिरी तो उसकी पल्लू गिर गया और ब्लाउस में उसका बूब्स उछल के बाहर होने को हो रहे थे।

मनीष तब कमरे से बाहर चला गया और इधर भाभी कल्पना की बूब्स दबा कर बोली ये बाहर निकलना चाह रहे है कल्पना बोली अरे दरवाजा खुला है क्या कर रही है तो भाभी हट के दरवाजा बंद कर दी। फिर आके कल्पना के बूब्स दबाने लगी कल्पना बोली ये मनीष वही है जिसके बारे में तुम बता रही थी। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे हैं।

भाभी बोली हा वही है। कल्पना बोली तभी वो चांस मार रहा था। भाभी बोली तू भी मजे लेगी ,कल्पना ने कहा अरे यार डर लगता है कही किसी को पता चल गया तो बड़ी दिक्कत हो जायेग। भाभी ने कहा कुछ नहीं होगा तू यही आ जाना मै भी तो ८ महीने से कर रही हु और मजे ले रही हु।

तेरे पति भी २ साल के लिए बाहर गए है तो क्या तबतक तेरी इच्छा नहीं होगी। कल्पना ने बोला अब छोड़ मै चलती हु बाद में सोचूंगी। और अपने कपडे ठीक करके जाने लगी। जब वो कमरे से बाहर निकली तो मनीष ने कहा जा रही है क्या मै आपके लिए चाय बना रहा था।

कल्पना बोली आज देर होगया है चाय फिर कभी पी लुंगी। और वो चली गई। भाभी बोली राज कहा है वो बोला राज बाहर गया है तब भाभी उसे कमरे में ले गई उसे लेकर बेड पर लेट गई और बोली तुम कह रहे थे न की किसी दोस्त का दिलवादू तो ये है इसे सेट कर दूंगी आज तो चली गयी लेकिन कल जरूर आएगी। ये अपने सास ससुर के साथ रहती है इसके पति २ साल के लिए अमेरिका गए है और ये तड़पती रहती है जब मैंने तुम्हारे बारे में बताया तो बोली मै भी कोशिश करुँगी लेकिन आज शर्मा रही थी।

ये बातें सुन कर मनीष भाभी को मसल रहा था बूब्स दबा रहा था। भाभी बोली अरे ये मेरा है कल्पना का नहीं मनीष बोला अरे भाभी तुम तो मेरी जान हो और हमेसा रहोगी।तुम्हार बूब्स तुम्हारी चूत तुम्हारी गांड सब मेरे है और तुम्हारी इसी चूत से मै अपना एक बच्चा निकालना चाहता हु ये बातें करते करते मनीष ने भाभी के सरे कपडे उतार दिए भाभी भी अब गरम हो गई थी बोली मनीष मै भी तुम्हारी ही हु मेरी चूत ,बूब्स,गांड, बच्चेदानी सब तुम्हारे है।

इससे जो चाहे निकालो। मनीष अब हैवान की तरह भाभी के चूत को रगड़ रहा था भाभी आह आह कर रहीथी तभी फोन की घंटी बजी फोन कल्पना का था भाभी ने फोन को स्पीकर पर डाल दिया भाभी बोली हेलो, कल्पना ने कहा रस्मी तुमने जो कहा है मै वो करुँगी कब आऊं भाभी ने कहा जब मर्जी आजा। कल्पना बोली अच्छा एक बात बता मनीष का बहुत बड़ा है क्या , भाभी ने बोला अरे कल्पना बड़े में ही तो मजा है तू एक बार कर फिर कहना।

मनीष ये सब सुनते हुए भाभी की चूत में लैंड डाल कर धक्के लगाने लगा और धीरे से बोला भाभी बोलो अभी आजाये। भाभी बोली कल्पना तू रात भर तो रुक नहीं पायेगी तो ऐसा कर अभी आजा एक दो घंटे मजे करके चली जाना। कल्पना बोली अच्छा अभी आती हु।

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