Khul Gaya Darwaja – Part 3

iloveall 2017-06-01 Comments

देव का सर अपने हाथों में पकड़ कर मंजू देव के काले घने घुंघराले बालों को जैसे अपनी उँगलियों से कंघा करने लगी। मंजू देव के बालों द्वारा देव का सर अपने हाथों में पकड़ कर जैसे अपनी चूत में और अंदर घुसेड़ रही थी और अपनी चूत को चटवाने की देव की प्रक्रिया पर अपने उत्तेजित बदन का हाल बयाँ कर रही थी। जैसे देव ने अपनी जीभ और ज्यादा घुसेड़ी और और फुर्ती से चाटना शुरू किया की मंजू कांपने लगी और उत्तेजना के शिखर पर जैसे पहुँचने वाली ही थी। तब शायद देव थोड़ा सा थका सा लगा। उसने थोड़ा पीछे हट कर अपनी दो उंगलियां मंजू की चूत में डाली।

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जैसे ही देव की दो उंगलियां मंजू की चूत की अंतर्त्वचा को स्पर्श करने लगी की मंजू उछल पड़ी। शायद मंजू की चूत से उसके पूर्व रस का प्रवाह ऐसा बहने लगा की मैंने देखा की देव ने उसमें से डूबी हुई उंगलियां को मुंह में रखकर उन्हें ऐसे चाटने लगा जैसे वह शहद हो। जब मंजू ने देव को उंगलियां चाटते देखा तो वह अनायास ही हँस पड़ी। उसे तब एहसास हुआ की देव उसे सिर्फ चोदने के लिए ही इच्छुक नहीं है, वह वास्तव मैं मंजू को चाहता है। तब मंजू ने देव के होंठ से अपने होंठ मिलाये और देव की बाँहों में समा गयी। अब उसे देव से चुदने में कोई भी आपत्ति नजर नहीं आ रही थी। बल्कि वह देव से चुदवाने के लिए बड़ी आतुर लग रही थी।

एक हाथ की दो उँगलियों से देव मंजू को चोद रहा था तो उसका दुसरा हाथ मंजू के स्तनों को जोर से पकडे हुए था। बार बार वह उन उन्मत्त स्तनों को कस कर भींचे जा रहा था। तो कभी वह झुक कर उनमें से एक स्तन को अपने मुंह में लेकर उन्हें चूसता था। जैसे जैसे देव की मंजू को उँगलियों से चोदने की रफ़्तार बढ़ने लगी, वैसे वैसे मंजू अपने कूल्हे उठाकर देव को और जोर से उंगली चोदन करने का आह्वान कर रही थी।

उन दोनों प्रेमियों की हालत देखकर मेरा बुरा हाल हो रहा था। पहले मैं जब भी मंजू को देखता था तो मेरी नजर सबसे पहले उसकी चूचियों पर ही जाती थी। उसकी चोली के पीछे उसकी चूचियां इतनी मदमस्त लगती थीं की क्या बताऊँ? मुझे बचपन से ही लडकियां और बड़ी औरतों के मम्मे बहुत भाते थे। जब कोई औरत के भरे हुए स्तनों का उभार ऊपर से अगर नजर आ जाता था तो उन स्तनों का उभार देख कर ही मेरे लण्ड में से पानी झर ने लगता था। जैसे जैसे मैं बड़ा होने लगा तो यह पागल पन बढ़ता ही गया।

पढ़ते रहिये.. क्योकि ये सेक्स स्टोरीज इन हिंदी चुदाई कहानी अभी जारी रहेगी और अपने अभिप्राय मुझे जरुर लिखें, मेरा ईमेल पता है “[email protected]”.

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