Party Me Buddhon Ne Mera Band Bajaya
अपनी गांड उछाल उछाल कर चूत में पापा का लंड ले रही थी और सिर को ऊपर-नीचे करके ताऊ का लंड अपने गले की गहराई में उतार रही थी। मुझे लग रहा था मैं रंडी हूं और रंडी जैसे चुदने का मजा लूट रही थी। सब बारी बारी मेरी चूत एवं मुंह चोद रहे थे और मेरे हाथ में लंड देकर मेरे बूब्ज़ पर रगड़ रहे थे। मुझे उनसे ऐसी चुदाई कई उम्मीद नहीं थी और मैं मस्त होकर इस जबर्दस्त चुदाई का आनंद लूट रही थी।
तीनों बूढ़े बैॅड से नीचे उतर गए और ताऊ सोफे पर बैठ गया। मैंने घुटने मोड़कर सोफे पर रखे और चूत को ताऊ के लंड पर टिका कर गांड को नीचे धकेल दिया। ताऊ का लंड सीधा मेरी बच्चेदानी के मुंह पर टकराया और मेरे मुंह से कामुक आहह निकल गई।
पापा सोफे के पीछे आया और मेरे मुंह में लंड पेल दिया। पीछे से चाचू ने मेरी गांड ऊपर उठाई और मेरी गांड पर ढेर सारा थूक लगा दिया। चाचू ने मेरी गांड के छेद पर लंड लगाया और जोर से धक्का मारा। चाचू का लंड मेरी गांड को खोलता हुआ अंदर तक बैठ गया। ताऊ मेरे बूब्ज़ को चूसता हुआ मेरी चूत में लंड पेलने लगा।
बाप मुझे सिर से पकड़ कर मेरे गले के अंदर तक लंड घुसा कर मुंह चोदने लगा और चाचू पीछे से मेरी कमर पकड़ कर जबर्दस्त शाॅट मारकर मेरी गांड पेलने लगा। चाचू मेरी गांड के अंदर-बाहर लंड करते हुए मेरी गांड पर चपत लगाने लगा और मेरे गोरे गोरे चूतड़ लाल हो गए। मेरे तीनों छेदों की जबरदस्त ठुकाई हो रही थी।
मैं गांड हिला हिला कर चूत एवं गांड और सिर हिला कर मुंह चुदाई के मजे ले रही थी। मैं किसी और दुनिया में पहुंच चुकी थी यहां काम देव के दर्शन हो रहे थे। चाचू मेरी कसी हुई गांड को ज्यादा देर झेल नहीं पाया और ठंडी आहह भरता हुआ मेरी गांड में झड़ गया। उसने अपना लंड मेरी गांड से निकाला और साफ करके दारू पीने लगा। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है..
तभी मेरा थोड़ी देर पहले बना बाप मेरे पीछे आ गया और मेरी गांड के छेद पर लंड लगा कर धक्का मारा। उसका लंड मेरी गीली गांड में फटाच से घुस गया और वो पीछे से मेरी गर्दन को चूसता हुआ मेरी गांड में जबरदस्त शाॅट मारने लगा। चूत में ताऊ का लंबा मोटा लंड और गांड में बाप का शानदार लंड मुझे पेलने लगे और मैं एक साथ आगे-पीछे से चुदने लगी।
मैंने उनको रुकने का इशारा किया और वो रुक गए। मैंने अपने हाथों से ताऊ के कंधों को कस के पकड़ लिया और गांड को तेज़ी से हिलाने लगी। जब मैं अपनी गांड पीछे करती तो ताऊ का लंड मेरी चूत में पीछे आ जाता और बाप का लंड मेरी गांड की गहराई में उतर जाता।
जब मैं गांड को आगे करती तो बाप का लंड गांड के छेद में पीछे हो जाता और ताऊ का लंड मेरी बच्चेदानी के मुंह पर टकराता। ताऊ मेरे बूब्ज़ को मसलते हुए और बाप मेरे नाजुक पेट को सहलाते हुए मेरे शाॅटस का मजा लेने लगे। मैं गांड हिला हिला कर दोनों छेदों में लंबे मोटे लंड लेते हुए मस्त होकर चिल्ला रही थी।
उन्होंने मुझे टेबल पर एक टांग रखा कर खड़ी कर दिया और पापा सामने आ गया। मैंने अपनी गोरी बांहें उसके गले में डाल दीं कान को काट लिया। उसने खड़े खड़े मेरी चूत में लंड डाल दिया और चूत चोदने लगा। ताऊ पीछे आ गया और उसने मेरे मोटे चूतडो़ं की फांकें खोल कर गांड में लंड डाल दिया।
आगे से पापा मेरी चूत पीछे से ताऊ मेरी गांड ठोकने लगे और मैं मजे से चूत एवं गांड ठुकवाने लगी। मैंने पापा की पीठ को अपनी बाहों में कस कर जकड़ लिया और दोनों टांगें उसकी कमर पर लपेट दीं। मैंने अपने होंठ पापा के होंठों पर रख दिए और चूसने लगी। ताऊ पीछे से मेरी पीठ और गर्दन चूमने लगा। दोनों खड़े-खड़े मुझे आगे-पीछे से चोदने लगे।
कुछ देर बाद पापा मेरी चूत में झड़ गया और हांफने लगा लेकिन ताऊ में अभी दम बाकी था। अब दो खिलाड़ी आऊट हो चुके थे। ताऊ ने मुझे बैॅड पर उल्टा लेटा दिया और मेरी टांगें खोल कर खड़े-खड़े चूत में लंड दे दिया और मुझे चोदने लगा।
वो मुझे बहुत जबरदस्त तरीके से पेलने लगा और मेरे मुंह से कामुक धुनें निकल रही थीं। अचानक उसने मेरी चूत से लंड निकाला और मुझे बैठा कर मेरे मुंह में लंड दे दिया। ताऊ मेरे मुंह में झटके देने लगा और मैं भी सिर को आगे-पीछे करके साथ देने लगी। ताऊ के लंड का वीर्य मेरे मुंह में फूट पड़ा और मेरे होंठों से टपकने लगा।
कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।
इसके बाद उन्होंने मुझे दो बार एक एक करके चोदा और मेरे मुंह, चूत एवं गांड का बाजा बजाया। इस चुदाई की धुनों पर डांस करते-करते सुबह के 6 बज गए। जब मैं घर आने लगी तो एक बार फिर उनके लंड चूसे और उनके टेस्टी वीर्य को गले के नीचे उतार लिया।
मेरे मना करने पर भी उन्होंने मुझे 15000 रुपए दिए। उनका पैसे देने का स्टाइल भी सेक्सी था। पापा ने पैसे मेरे बूब्ज़ के बीच रखे, ताऊ ने मेरी पैंटी में हाथ डालकर चूत के नीचे रखे और चाचू ने मेरे चूतडो़ं की दरार में पैसे फंसा कर रखे। मैंने सब के होंठों पर जोर जोर से चुम्मा लिया और वहां से निकल आई।
इसके बाद किसके साथ मजे लूटे वो अगली कहानी में, तब तक सब के लंड चूसते हुए चुद्दकड़ अर्श का सलाम। और मेरी मेल आई डी है “[email protected]”. sex stories in hindi
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