Shaadi Me Mulakaat, Bed Par Suhagraat

rony123 2018-03-20 Comments

वो फिर से चिल्लाई – “रॉनी, फ़क मी, आअह्ह्ह्हह ,आअह्हह्ह्ह्ह ” मैं भी लंड से बुर की दोनों फांको को खोल के तेजी से जल्दी जल्दी बुर को सहलाने लगा और बूब्स चूसने लगा।

और वो आंखे बंद करके चिल्लाये जा रही थी आआह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह्ह आहहहहहहह आआह्ह्हह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह्ह आहहहहहहह। इसी बीच दोनों हाथो से उसकी कमर पकड़ कर जोर का धक्का मारा और पूरा लंड चूत के अंदर ठास दिया।

वो बहुत जोर चिल्ला उठी – ऊह्ह्हह्ह मर गयी, आहहहहह प्लीज निकाल लो, दर्द हो रहा आह्ह्ह्ह। पर मैंने नहीं निकला और चुप चाप उसके ऊपर चिपक के लेट गया और होठो को चूसने लगा। साथ में हाथो से बूब्स दबाने लगा तेज तेज जिसमे उसका ध्यान बट जाए।

कुछ ही देर में वो नार्मल हो गयी और फिर मैं आहिस्ता आहिस्ता लंड अंदर बाहर करना चालू कर दिया। उसकी बुर बहुत ही कसी हुई थी, लंड बहुत ही मुश्किल से अंदर बाहर हो रहा था। शायद उसका पहली बार रहा होगा जिस पर मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया।

२०-२५ धक्के बाद बुर ने पानी छोड़ दिया जिससे लंड आसानी से अंदर बाहर होने लगा। मैं भी धक्को की स्पीड बड़ा दिया और वो जोर जोर से आअह्ह्ह्हह्हह आअह्ह्ह्हह्हह आअह्हह्ह्ह्ह करने लगी। दोनों लोग को स्वर्गिक आनंद मिल रहा था।

१० मिनट ऐसे करते रहने के बाद मैं उसे अपने ऊपर कर लिया और वो कमर उछाल उछाल कर चुदने लगी। जब उसका मुँह मेरी तरफ था तो मैं उछलते हुए बूब्स देख के मस्त हो रहा था और उसके चुतरो को सहला के उसका मनोबल बढ़ा रहा था। और फिर थोड़ी देर दूसरी तरफ मुँह करा के उसकी चूत का आनंद लिया।

इस पोजीशन में साथ में उसके दाने को तेजी से सहलाने लगा, वो उछलते हुए आअह्ह्ह्हह आअह्ह्ह्ह कर रही थी और उसकी चूत और मेरे तटों के टकराने से चट चट चट चट चट चट चट चट की आवाज आ रही थी। फिर थोड़ी देर में वो झड़ गयी और ढीली पड़ गयी। फिर मैंने उसको डॉगी स्टाइल में करके पीछे से लंड बुर में घुसा दिया और सटा सट अंदर बाहर करने लगा।

वो सिसकारियां मारे जा रही थी आअह्ह्ह्ह और तेज आअह्ह्ह्हह्हह रॉनी तेज। पूरा कमरा फच्च फच्च पुच पुच फच्च फच्च पुच पुच फच्च फच्च पुच पुच की आवाजों से भरा हुआ तो, मैं तेजी से धक्के मार रहा था और साथ में थूक लगा के एक ऊगली गांड में घुसा दिया और ऊगली अंदर बाहर करने लगा। उसको बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी।

गांड में ऊगली की जगह अंगूठा डाल दिया तो वो चिहुँक गयी पर, लंड -बुर के आनंदमय मिलन में उसकी बोलने की कुछ हिम्मत नहीं हुई। मैं उसको धका धक् तेजी से चोदने लगा आअह्ह्ह्हह आअह्हह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्हह फच्च फच्च पुच पुच फच्च फच्च पुच पुच फच्च फच्च पुच पुच और उसकी बुर में ही झड़ गया।

कुछ देर ऐसे ही रहा फिर पक्क की आवाज से लंड बाहर निकल आया। उसकी बुर मेरे वीर्य से लबा लब भर गयी और फिर हम दोनों साथ चिपक के लेट गए। लगभग ४५-५० मिनट की मस्त चुदाई से आनंद आ गया और एक दूसरे के जिस्म से खेलते रहे।

थोड़ी देर बाद उठे मैं उसको i -पिल दिया और फिर कपडे पहनाएँ। पैंटी पहनाने से पहले मैंने उसकी बुर को किस करके धन्यवाद् दिया और उसको गले लगा के प्यार किया। फिर इस तरह वो अक्सर आने लगी और जब घर में कोई नहीं होता था तो हमारी चुदाई क्रिया होती हैं।

आशा करता हूँ आपको कहानी पसंद आयी होगी। आप अपने विचार मुझे मेल करे। लड़कियों, और औरतों से अनुरोध है की आप भी मेल करके अपने विचार दे इस कहानी पर मेरी मेल आई डी है “[email protected]”, जिन्हे मुझसे दोस्ती करना हो वो भी संपर्क करे, गोपनीयता का मैं विश्वास दिलाता हूँ आप सभी को, इसलिए सेवा का अवसर प्रदान करके अनुग्रहित करे, धन्यवाद्।

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