Badi Mushkil Se Biwi Ko Teyar Kiya – Part 17
This story is part of a series:
परंतु राज के संपर्क में आनेसे पता चला की वह न सिर्फ इंजीनियर था बल्कि वास्तव में उसे घरके यांत्रिक उपकरणों के बारेमें अच्छा खासा ज्ञान था और वह टीवी, फ्रिज, धुलाई की मशीन इत्याद्दी की छोटी मोटी क्षतियों को रिपेयर भी कर लेता था। मुझे वास्तव में तब नीना की ईर्ष्या हुई। काश मेरा पति अनिल भी ऐसा होता।
पर जब राज ने यह सामने चल कर कहा की, “मुझे यदि कोई उपकरणों के विषय में परेशानी है तो आप मुझे कभी भी बुला सकती हैं; यहाँ तक की आप मुझे आधी रात को भी बुला सकती हैं।” तब मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा। घरमें इतने सारे उपकरण हैं। कभी न कभी कोई न कोई तो बिगड़ता ही है ना?
फिर तो राज का अकेले मेरे घर आना जाना बढ़ गया। अनिल राज को कई बार कुछ न कुछ ठीक करने के लिए बुला लेते। एक बार शाम को मैं जब टीवी की मेरी मन पसंद सीरियल देखने बैठी और मैंने टीवी चालु किया तो वह चालू हुआ ही नहीं। मैंने और अनिल ने बड़ी कोशिश की पर टीवी ऑन ही नहीं हुआ। उस रात को कोई ख़ास प्रसंग था और मैं अनिल के साथ बैठ कर वह प्रोग्राम देखना चाहती थी। मैंने अनिल को भी उसके लिए तैयार किया था। मैं बड़ी निराश हो गयी। तब अनिल ने राज को बुलाने के लिए कहा।
मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ की राज ने आते ही चन्द मिनटों में टीवी को ठीक कर दिया। जब मैंने पूछा की क्या हुआ था, तब उसने कहा टीवी की मुख्य तार प्लग के अंदर से टूटी हुई थी। यह बात मेरे पति की समझ मैं क्यों नहीं आयी यह मेरी समझ से बाहर था। खैर मैं उस रात राज की बड़ी ऋणी हो गयी। इतनी देर को आना और हमारा टीवी ठीक कर देना मेरे लिए एक अत्यंत सौहार्द पूर्ण चेष्टा थी। उस रात हम सब ने (अनिल ने और मैंने राज को आग्रह कर रोका और) साथ में बैठ कर वह प्रोग्राम देखा।
उस रात मेरे पति अनिल कुछ ज्यादा ही रोमांटिक मूड में लग रहे थे और उस रोमांचक टीवी प्रोग्राम देखते हुए राज के सामने ही मुझे अपने करीब बिठाकर कभी मेरा हाथ तो कभी मेरी गर्दन चूमने लगे। एक बार तो मेरे पीछे घूम कर मेरी पीठ को चूमने लगे। मुझे बहोत अच्छा तो लगा पर राज के सामने ऐसा करना थोड़ा सा अजीब सा लगा। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है..
राज के चले जाने के बाद जब मैंने मेरे पति से पूछा की उन्होंने राज के सामने ऐसा क्यों किया तो वह बोले इसमें कौनसी बड़ी बात थी। अरे भाई वह अपनी पत्नी से ही तो प्यार कर रहे थे। अनिल ने यह भी कहा की राज और नीना हमारे अंतरंग मित्र हो गए थे। उनसे पर्दा क्या करना। अनिल ने मुझे हिदायत दी की ऐसा करने पर मुझे ज़रा भी बुरा मानने का कोई कारण नहीं था। बल्कि मेरे पति चाहते थे की हम राज और उसकी पत्नी को भी यह हमेशा दिखाएं की हम पति पत्नी एक दूसरे से कितना प्यार करते थे। इससे राज को भी अपनी पत्नी से और प्यार करने की प्रेरणा मिलेगी। मुझे मेरे पति का तर्क सही लगा, क्योंकि कुछ सालों के बाद पति पत्नी के प्यार में कुछ कमी जरूर आ जाती है।
ऐसा सिलसिला चालु हो गया। मेरे घर में कभी टीवी तो कभी फ्रिज तो कभी वाशिंग मशीन जब भी बिगड़ते तो अनिल राज को बुला लेते और ज्यादातर यह रात को ही होता। मैं कई बार सोचती थी की पहले तो यह सब इतनी जल्दी खराब नहीं हुआ करते थे। अक्सर मेरे पति राज को बिठा लेते और हम इधर उधर की गप मारते या टीवी देखते। हर बार मेरे पति जरूर राज के सामने ही मुझसे प्यार करने लगते और राज को यह दिखाने की कोशिश करते की वह मुझे कितना प्यार करते थे। मैं भी उनका साथ देने लग गयी क्योंकि अनिल मुझे कहते थे की राज और उसकी पत्नी नीना के बिच कई बार घर्षण होता था और अनिल चाहते थे की राज हम से प्रेरणा ले और उसकी बीबी से ज्यादा प्यार करे।
एक दो बार राज नीना को लेकर आये। तब तो मेरे पति का मूड और भी उत्तेजना पूर्ण हो जाता। वह मुझे अपनी गोद में बिठा देते और कुछ ज्यादा ही बेतकल्लुफ हो जाते थे। वह राज को भी नीना से हमारे सामने ही प्यार करने के लिए प्रोत्साहित करने लगे और राज भी नीना के संग थोड़ी बहुत छूट लेने लग गए। शुरू शुरू में नीना अड़ जाती थी पर बादमें वह समझ गयी की पतियों को एक दूसरे के सामने प्यार करने में ज्यादा ही आनंद आता था तो वह भी साथ देने लगी।
एक रात तो मेरे पति अनिल ने हद ही कर दी। मैं रोज शाम को वाशिंग मशीन चलाती थी। रात को करीब दस बजे जब मैं मशीन चालु करने लगी तो पाया की हमारी वाशिंग मशीन चल नहीं रही थी। तुरंत अनिल ने राज को फ़ोन किया। नीना ने फ़ोन उठाया और राज को भेजा। हर बार की तरह राज ने कुछ ही समय में मशीन ठीक कर ली तब तक अनिल ने राज को थोड़ी व्हिस्की के लिए आग्रह किया। दोनों पीने बैठ गए। मैं उन्हें कुछ नाश्ता देकर अनिल के साथ जा बैठी। अनिल ने मुझे आग्रह किया की मैं भी उसकी गिलास मैं से कुछ घूंट पी लूँ। दोनों के आग्रह करने पर मैंने भी कुछ चुस्कीयाँ ली। उस रात अनिल ने राज के सामने ही मेरे बदन को सहलाना और एक बार तो मेरे स्तनों पर हाथ फिराना शुरू कर दिया।
Comments