Badi Mushkil Se Biwi Ko Teyar Kiya – Part 20
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मेरे मन में बड़ी अजीब सी चहल पहल हो रही थी। राज से इतनी करीबी के कारण मेरे मनमें एक अजीबो गरीब सिहरन हो रही थी। मेरी छाती तेजी से धड़क रही थी। राज से इतनी करीबी मुझे अज्ञात भावावेश के तरंगों में झूला रही थी। मेरे मन में ऐसे हलचल मची थी के शायद मैं चाहती थी की राज मुझे जबरदस्ती खिंच कर मुझे चुम्बन करे और मुझे अपनी विशाल छाती से लगाले।
कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।
मुझे ऐसा लगा जैसे राज कुछ कहने की कोशिश कर रहे थे । ठीक से सुनने के लिए, मैं झुककर उनके मुंह के पास अपने कान ले गयी। तब राज ने मेरा चेहरा अपने हाथों में लिया और मेरी ठुड्डी ऊपर उठाकर मेरी आँखों में गहराई से झाँकने लगे। राज की आँखों में वासना भरी प्यास नजर आ रही थी। मैं जानती थी की राज मेरे लिए बहुत तड़पते थे। मैं मेरी छाती में मशीन की तरह धड़कती हुई तेज धड़कनों को जैसे सुन रही थी। मेरी छाती इतनी तेज धड़क रही थी की शायद राज को भी मेरी धड़कन सुनाई पड़ रही थी। मैं राज की आँखों में आँखें डाल न सकी।
राज मुझे पाना चाहते थे। मुझे काफी पक्का अंदेशा था की उस समय मेरे पति शायद उनकी पत्नी नीना से शारीरिक सम्बन्ध बना चुके थे। मेरे पति ने भी बात बात में मुझे यह इंगित तो किया ही था। नीना ने खुद ने यह बात इशारों इशारों में मुझे कह दी थी। शायद राज को भी यह पता था। शायद राज को अनिल और नीना के शारीरिक सम्बन्ध से कोई आपत्ति नहीं थी। कई बातें ऐसी थी जिसका मुझे काफी अच्छा अंदेशा तो था पर मैं मेरे पास कोई ठोस प्रमाण नहीं था और ना ही मैंने उस पर ज्यादा विचार किया था।
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