Chandigarh Me Papa Ke Dost Se Chudi – Part 2

Arashdeep Kaur 2018-03-03 Comments

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उसने पीछे से मेरे बूब्ज़ पकड़ लिए और मेरी गांड पर लंड सैट करने लगा लेकिन लंड सैट नहीं आ रहा था तो मैंने अपने हाथ से उसका लंड पकड़ कर अपनी गांड पर सैट किया तथा दबाने को कहा।

थोडा़ दबाने से ही उहके लंड का टोप्पा मेरी गांड में घुस गया। उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और झटका मारा तो आधा लंड मेरी गांड में चला गया। उहके बाद उसने मुझे कंधों से पकड़ कर एक और शॉट मारा और पूरा लंड मेरी गांड की गहराई में समा गया।

अब उसर ने मेरे बूब्ज़ पकड़ लिए और पीछे से मेरी गर्दन को चूमते हुए मेरी गांड में लंड अंदर-बाहर करने लगा। मेरी गांड चोदते चोदते बोला तेरे नर्म नर्म चूतडो़ का स्पर्श पाकर दिल करता है तेरी गांड ही चोदता रहूं। तो मैंने कहा तो क्या चूत की आग बुझाने के लिए कोई बहार से मर्द लेकर आऊं।

वो बोला बाहर से क्यों मैं ही तेरी गांड और चूत की आग शांत करूंगा, मैं तो ये बोल रहा था तेरी गांड चोदने में इतना मजा आ रहा है कि आज तक जितनी चूत चोदी हैं उससे कहीं ज्यादा। कुछ देर की गांड चुदाई के बाद उसने मेरा मुंह अपनी तरफ किया और मेरा एक पैर कुर्सी पर रख दिया।

उसने अपना लंड मेरी चूत पर रखा तो मैंने कहा झटका इतनी जोर से मारना कि लंड एक बार में ही चूत में समा जाए। उसने चूत पर लंड टिका कर जोरदार झटका मारा और लंड मेरी चूत को खोलता हुआ सीधा मेरी बच्चेदानी के मुख से टकरा गया और मेरे मुंह से जोरदार मस्ती भरी चीख निकल गई।

मैंने उसके गंजे सिर को सहलाते हुए कहा ये हुई न दमदार मर्दों वाली बात। ये बात सुनकर उसको भी जोश आ गया और लगा दे दना दन मेरी चूत मे लंड पेलने। मैं तो मस्ती में सुध बुध खोकर मस्ती में चीखने लगी। शुक्र था कि रूम ऊपर था और कोई नहीं था वरना पकड़े जाते।

अब उसने मुझे बैड के सहारे झुका कर खड़ी कर लिया और फिर से मेरी गांड के छेद तथा अपने लंड पर थूक लगा लिया। उसके अंदाज से लग रहा था कि वो बहुत जोर से शॉट मारेगा और मैं भी तैयार थी, मैंने कस कर बैड को पकड़ लिया।

उसने मुझे कसकर मेरी कमर से पकड़ लिया और गांड पर लंड टिका कर जोरदार शॉट मारा। उसका लंबा मोटा लंड मेरी गांड की दीवारों को खोलता हुआ गांड में जड़ तक बैठ गया।

वो अपनी कमर चला कर मेरी गांड चोदने लगा और मैं भी अपनी गांड गोल गोल घुमा कर गांड चुदाई का मजा लेने लगी। गांड चोदते चोदते वो मेरे मोटे एवं नर्म चूतडो़ पर चपत भी लगा रहा था जिससे मुझे चुदाई का और भी आनंद आ रहा था।

ब उसने अपना लंड मेरी गांड से निकाल लिया और पीछे से ही लंड को मेरी चूत में डाल दिया। वो तेजी से मेरी चूत चोदने लगा और मैं भी अपना बदन आगे पीछे करके उसका लंड अपनी चूत की गहराई में लेने लगी और साथ ही मस्ती में चीख चिल्ला रही थी।

मुझे लगा वो झड़ने वाला है लेकिन वो रुक गया और मुझे बैड पर लेटा दिया। उसने मेरी टांगें खोली शर चूत पर लंड टिका कर चूत चोदना चालू कर दिया। मैं भी नीचे से अपनी गांड उचका उचका कर उसका साथ देने लगी।

अब वो नीचे लेट गया और मुझे ऊपर आने को कहा। मुझे पता चल गया था कि वो गांड चोदने का ज्यादा शौकीन है तो मैंने अपनी गांड का छेद उसके लंड पर टिका कर गांड तेजी से नीचे धकेल दी।

मैं गांड में लंड लिए उछलने लगी और वो नीचे से गांड ऊपर-नीचे करके मेरी गांड चोदने लगा। कुछ देर बाद मैंने गांड से लंड निकाल कर चूत में ले लिया और लंड पर उछलने लगी।

इसी बीच मेरे बड़े बड़े बूब्ज़ हवा में डांस कर रहे थे। उसने मेरे उछल रहे बूब्ज़ को हाथों में पकड़ लिया और नीचे से जोरदार झटकों से चूत चोदने लगा। तभी बोला वीर्य कहां निकालूं मैंने कहा यहां दिल करे। उसने मुंह में छोड़ने की बात कही।

मैं बैड से उतर कर नीचे घुटनों के बल बैठ गई और उसका लंड मुंह में भर लिया। वो मेरे सिर को पकड़ कर मेरे मुंह में झटके मारने लगा। कुछ ही पल में उसके गाढे़ वीर्य से मेरा मुंह भर गया और होंठों से टपकने लगा। फिर हमने एक-दूसरे को साफ किया और नंगे ही लेट गए और सो गए।

सुबह उठ कर हमने चुदाई का एक और राऊंड खेला और अपने अपने काम निकल गए। शाम को आते टाईम रास्ते में एक सुंनसान जंगलनुमा इलाके में फिर चुदाई की और इस बार वीर्य मेरी गांड में छोडा़। उसके बाद वो मुझे घर छोड़कर चला गया।

अगली कहानी में उसने मुझे और मम्मी को एक साथ कैसे चोदा। तब तक सभी को सलाम।

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