Badi Mushkil Se Biwi Ko Teyar Kiya – Part 2

iloveall 2016-08-25 Comments

This story is part of a series:

Hindi Sex Stories

जब मैं वापस आया तो अनिल की पत्नी उसके पति को मेरी सुन्दर पत्नी के साथ करीब से डांस करते देख रही थी। मुझे अनीता बहुत सुन्दर लग रही थी। मैं अनिल की पत्नी अनीता की और बहुत आकर्षित था, पर अपने विचारों को मन में ही दबा कर रखता था।

अनीता का आकर्षण मुझे तीन कारणों से बहुत ज्यादा लगा। एक उसकी सेक्सी आँखें। मुझे हमेशा ऐसा लगता था जैसे वह मुझे अपने पास बुला रही है और चुनौती दे रही है की हिम्मत हो तो पास आओ। दूसरे उसके भरे और उफान मारते हुए स्तन (मम्मे ) जो उसके ब्लाउज और ब्रा का बंधन तोड़कर खुल जाने के लिए व्याकुल लग रहे थे।

जैसे ही वह चलती थी तो उसकी छाती के दोनों परिपक्व फल ऐसे हिलते थे जैसे बारिश के मौसम में हवा के तेज झांको पर डालियाँ हिलती हैं। और तीसरे उसके कूल्हे। उसके बदन के परिमाण में वह थोड़े बड़े थे। पर थे बड़े सुडौल और सुगठित। अक्सर औरतो के बड़े कूल्हे भद्दे लगते हैं। पर अनीता के कूल्हों को नंगा करके सहलाने का मेरा मन करता था।

मैंने आगे बढ़ कर उसको डांस करने के लिए आमंत्रित किया। वह मना कैसे करती? जिसकी पत्नी उसके पति के साथ डांस कर रही हो तो उसी के पति के साथ डांस करने से हिसाब बराबर हो जाता है न? अनिल की पत्नी तैयार हो गयी। वह बहुत सुन्दर थी। शायद नीना और अनीता में सुंदरता का मुकाबला हो तो यह कहना बड़ा मुश्किल होगा की कौन ज्यादा सुन्दर है। फर्क सिर्फ इतना ही था की अनीता थोड़ी सी ज्यादा भरे बदन की थी, जब की नीना थोड़ी सी पतली थी। ज्यादा फर्क नहींथा।

मैं डांस ख़त्म होने के बाद जब अपनी पत्नी से मिला तो मैंने उसको ये जताया की उनके डांस शुरू होने के तुरंत बाद मैं वाशरूम गया था और वहां कोई मिल गया था उससे बात कर रहा था। ये जाहिर होने नहीं दिया की मैंने उसको और अनिल को बदन रगड़ते हुए डांस करते देखा था।

जब हम वापस जा रहे थे तो मैंने नीना से कहा, “कहीं ऐसा न हो के बॉस नाराज हो जाए। तुमने तो आज उसे बड़ा झटका दे दिया।“

तब नीना ने मुझसे माफ़ी मांगी और कहा “यदि तुम्हारा बॉस मुझसे प्यार से धीरे से कहता तो शायद मैं उसके साथ डांस करने के लिए मना नहीं करती। परन्तु उसने जबरदस्ती करने की कोशिश की। अगर मेरे पति को कोई आपत्ति न हो तो भला मुझे किसीके साथ भी डांस करने में क्या आपत्ति हो सकती है? आखिरकार मैंने तुम्हारे दोस्त अनिल के साथ भी तो डांस किया ही था न? तुम बॉस से मेरी तरफ से मांफी मांग लेना।”

मैंने नीना से पूछा, “क्या अनिल के साथ डांस करने में तुम्हे मझा आया?”

नीना ने कहा, “इसमें मझे की क्या बात है? एक रस्म है डांस करने की तो मैंने निभाई, वर्ना डांस में क्या रखा है?”

तब मैंने अपनी भोली सी पत्नीसे कहा, “सारी कहानी डांस से ही तो शुरू होती है। पहले डांस, फिर एक दूसरे के बदन पर हाथ फेरना फिर और करीब से छूना, छेड़ खानी करना, बार बार मिलते रहना, मीठी मीठी बातें करके पटाते रहना और आखिर में सेक्स।”

नीना मेरी तरफ थोडासा घबराते हुए देखने लगी और बोली, “राज, क्या डांस इसी लिए करते है? फिर तो गड़बड़ हो गयी। मुझे क्या पता? अब अनिल क्या सोचेगा? वह सोचेगा नीना भाभी तो फिसल गयी। शायद इसी लिए वह मुझे दुबारा कब मिलेंगे ऐसे पूछने लगा। यह तो गलत हुआ। अब में क्या करूँ?”

मैंने हँसते हुए मेरी प्यारी पत्नी से कहा, “तुम ज़रा भी चिंता मत करो। मैं तो ऐसे ही मजाक कर रहा था। ऐसे कोई नहीं समझता। डांस करना तो आम बात है। पर हाँ, मैंने देखा था की अनिल तुम्हारे साथ डांस करते करते काफी गरम हो गया था। उसकी पतलून में उसका लण्ड खड़ा हो गया था। क्या तुमने अनुभव नहीं किया?” अनिल और नीना ने चिपककर जो डांस किया था उसके बारेमें ना तो मैंने नीना से पूछा था ना नीना ने मुझे बताया था ।

नीना झेंप सी गयी। उसके गाल लाल से हो गए। तब मैं समझ गया की नीना ने भी अनिल के लण्ड को महसूस किया था। शायद वह इसे नजर अंदाज़ कर गयी। मैंने उसे ढाढस देते हुए कहा, “ऐसे तो होता ही है। अगर उसका लण्ड कड़क हो गया तो उसमे उसका क्या दोष? तुम चीज़ ही ऐसी हो। तुम इतनी सेक्सी हो की तुम्हे देखकर ही अच्छे अच्छों का पानी निकल जाये।”

नीना थोड़ी देर चुप रही फिर बोली, “तुम भी तो अनीता से बड़े चिपक चिपक कर डांस कर रहे थे। क्या तुम्हारा खड़ा नहीं हुआ था?” अब चुप रहने की बारी मेरी थी।

मैंने धीरे से कहा, “चलो हिसाब बराबर हो गया।”

यह उस समय की बात है जब मैं जयपुर में एक मल्टीनेशनल कंपनी में सीनियर मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव था। उस समय जयपुर बड़ी ही शांत जगह हुआ करती थी। हम एक शांत अच्छी कॉलोनी में रहते थे। अनिल हमसे करीब ३ किलो मीटर दूर दूसरी कॉलोनी में रहता था।

उस पार्टी के कुछ ही समय के बाद अनिल ने मेरी कंपनी छोड़ दूसरी कंपनी में ज्वाइन कर लिया। उसे करीब एक साल हो चला था। इस बिच हमारी घनिष्ठता बढ़ी और हम एक दूसरे के घर जाने लगे। अनिल की पत्नी अनीता और मेरी पत्नी नीना दोनों एक दूसरे की ख़ास सहेलियां बन गयीं।

Comments

Scroll To Top