Punjaban Bhabhi Ko Pregnant Kiya

abhey275 2017-06-21 Comments

मैं अभय जालंधर से हूँ. मैं दिखने में गोरा और 5’10” गठीला और छरहरा शरीर का हूँ। स्मार्ट और डैशिंग हूँ. पंजाबी सेक्स स्टोरीज हिंदी चुदाई कहानी

ये मेरी पहली कहानी है, ये दो साल पहले की बात है. मैं ट्रेनिंग के लिए 3 महीने चंडीगढ़ पीजी मैं रहा था, जो माकन मालकिन थी, उसका नाम संजना (बदला हुआ नाम) था. मैं उनको भाभी कहता था.

वो बहुत हॉट थी, उसकी उम्र 32 थी, पर इस उम्र मैं भी वो गजब लगती थी, रंग उसका बिलकुल गोरा था, 36 साइज के टाइट मम्मे थे, जब पहली बार देखा तो देखता ही रह गया.

उसने पंजाबी सूट पहना था, और पंजाबन तो होती ही हॉट है. उस दिन तो ज्यादा बात बात नहीं हुई. अब मैं रोज उसको देखता और उसके नाम की मुठ मरता था, मेरे कमरे मैं पीने का पानी नहीं होता था, तो रोज उनसे लेने जाता था. और फिर इस बहाने से बात करना शुरू हो गया. अब जब भी समय मिलता तो मैं भाभी के पास चला जाता. यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।

शायद उसको मेरा आना पसंद था. पर वो कुछ उदास सी लगती थी. मैं रोज रात को देर से ही सोता था, रोज मुझे कुछ अजीब सी आवाज़े सुनाई देती थी. एक दिन मैंने गोर से सुना तो देखा की ये तो भैया और भाभी की आवाज़ थी. ऐसे लग रहा था की भैया गुस्से में भाभी को डांट रहे थे. उस दिन मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया.

और अगले दिन भाभी से बातों बातों में पूछा की भैया से झगड़ा हुआ है क्या. तो वो काम करते करते अचानक रुक गयी और घबरा के बोली नहीं तो, तुझे ऐसे क्यों लगा. मैंने कहा ऐसे ही कल रात आवाज़ आ रही थी. इस लिए पूछा. उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया. उसके बाद वो मुझे ज्यादा बात नहीं करती थी. मैंने कारण पूछा पर बताया नहीं.

रविवार को छुट्टी थी, तो में कमरे में अकेला था. पोर्न फिल्म देख कर मुठ मार कर सो गया. में चड्डी पहन के लेट गया कब आँख लगी पता ही नहीं चला. थोड़ी देर बाद मेरा लंड टाइट होने लगा. मुझे ऐसे लगा जैसे कोई मेरे लंड को हिला रहा हो. मेरी आँख खुल गयी. मैंने देखा तो भाभी मेरे लंड से खेल रही थी.

मैंने फिर से आँखें बंद कर ली. जैसे में सोया हुआ हूँ. भाभी ने देखा की अभी भी सोया हु तो उनका होंसला और बढ़ गया. और वो लंड को जीभ से चाटने लगी. मैं बता नहीं सकता की कितना अच्छा लग रहा था.

पहली बार मेरे लंड को कोई लड़की चूस रही थी. मैं तो किसी ओर ही दुनिया मैं पहुँच गया था. भाभी के होंठो से लिपस्टिक मेरे लंड पर लग गयी थी. अब मुझसे बर्दाश नहीं हो रहा था. मैंने अपने हाथ भाभी के सर पर रख कर अपने लंड पे दबाने लगा.

अब भाभी भी ओर जोर से चूसने लगी. कुछ देर मैं मेरे लंड से वीर्य की पिचकारी निकली. पहले कभी भी इतना वीर्य नहीं निकल था. भाभी पूरा वीर्य पी गयी ओर मेरे लंड को मुह मैं ले कर साफ़ करने लगी. इस से पहले की मैं कुछ ओर करता. दरवाजे पे घंटी बज गयी.

भाभी ने जल्दी से अपने कपडे ठीक किये ओर मेरे होंठो पे किस करके चली गयी. थोड़ी देर के बाद जब मैं उनके पास गया तो उदास बैठी थी. मैंने उनसे कारन पूछा तो वो रोने लगी. मैंने उनको संभाला. ओर सीने से लगा लिया. उन्होंने ने कुछ नहीं कहा. मेरे बार बार पूछने पर उन्होंने बताया की उनके पति का शादी के 1 साल बाद एक्सीडेंट हो गया था.

जिसकी वजह से वो नपुंसक हो गए है और बाप नहीं बन सकते, ये बात मैंने अपने पति और घर में किसी को नहीं बताई. अब घरवाले पूछते है बच्चे के बारे में, मैं हर बार टाल देती हु. इस बार मेरी सासु माँ और ननंद ने बहुत बुरा भला कहा, और ये भी कहा की अगर बचा नहीं कर सकती तो तलाक दे देंगे. मेरी और मेरे पति के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा होता है. इस लिए ही मैं काफी दिनों से परेशान हूँ.

जब दिन में तुम मुठ मार रहे थे, तब मैं तुम्हे देख रही थी. और मुझे एक उम्मीद की किरण दिखी. अब तुम मेरी शादी बचा सकते हो. इतनी देर मैं भैया आ गए तो भाभी मेरी पढाई के बारे मैं पूछने लगी. मैंने भी बात घुमा दी. भैया को शक नहीं होने दिया. फिर मैं अपने कमरे में आ गया और भाभी के ख़यालों में खोने लगा.

वो भाभी के नरम नरम होंठों का स्पर्श अभी भी में महसूस कर रहा था. मैं तो बस अब अगले दिन का इंतज़ार कर रहा था. की कब भईया काम पे जाये और मैं भाभी की चुदाई करू. आज रात बहुत लम्बी लग रही थी. भाभी के बारे मैं सोचते सोचते कब आँख लग गयी पता ही नहीं चला. सुबह होते ही मैं भाभी के पास पानी लेने गया तो देखा की भाभी आज खुश दिख रह थी.

और आज मैं उनकी ख़ुशी की वजह जनता था. फिर मैं पानी लेकर वापिस आ गया और भईया के जाने की राह देख रहा था. मैं देखा की भईया काम पे जा रहे थे जैसे ही भईया गए मैं भाग के भाभी के पास पहुँच गया. और भाभी को गले से लगा लिया. भाभी के बोबे बिलकुल सख्त और तने हुए थे. भाभी ने मुझे हटाया और कहा की अभी घर का काम करना है.

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