Amrita Ek Chudakkad Salesgirl

Deep punjabi 2016-09-02 Comments

करीब 10 मिनट की इस जंग में उसने पानी छोड़ दिया और मेरी छाती पे सर रखकर लेट गयी। उसकी चूत की गर्मी से अगले 5 मिन्टो में मैं भी उसकी चूत में झड़ गया। पंखा चलने के बाव्जूद भी हम पसीने से नहा गए।

हमने उठकर खुद को साफ किया और बाथरूम में जाकर शावर के नीचे इकठे नहाये, मेरा तो इरादा उसकी गांड मारने का भी था, पर समय की नज़ाकत को देखते हुए सिर्फ उसके मम्मे और होंठ चूसकर मन बहलाना पडा। उसने नहाते वक़्त भी लण्ड चूसकर उसका पानी पिया।

बाद में हम कपड़े पहनकर बाहर आकर बेड पे बैठ गए। उसने मेरा मोबाइल नम्बर माँगा तो मेने दे दिया, उसने अपना भी नम्बर दिया। बाद में मेने उससे उसके सारे बचे हुए बर्तन खरीद लिए और उसको उसके बनते पैसे दे दिए। हमने एक इकठी सेल्फ़ी ली और हम दोनों ने एक एक कॉपी उसकी अपने पास रख ली।

कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार निचे कोममेंट सेक्शन में जरुर लिखे.. ताकि देसी कहानी पर कहानियों का ये दोर आपके लिए यूँ ही चलता रहे।

बाद में मेरे घर वालो की कॉल आ गयी के घर पर ही रहना और अहमदाबाद वाले रिश्तेदार आ रहे है। बाइक लेकर बस स्टैंड आ जाओ, वो वहां खड़े है। उनको घर का रास्ता पता नही है। क्योंके वो पहली बार आ रहे है । तो मेने फोन काटकर उसको सारी बात समझायी।

उसने भी बोला हाँ अब मुझे जाना चाहिये। बहुत मौज़ मस्ती करली हमने। उसने अपना बैग उठाया और मेरे साथ बस स्टैंड तक बाइक पे बैठकर आई। उसे उसके शहर वाली बस में चढ़ाया और अपने रिश्तेदारो को लेकर घर आ गया।

सो ये थी एक और हसीन लम्हे की दास्तान आपको केसी लगी अपने विचार ईमेल के जरिये जरूर भेजना.. मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.

अब अपने दीप पंजाबी को दो इज़ाज़त, फिर किसी दिन एक और नई दास्तान लेकर हाज़िर होऊंगा। तब तक के लिए नमस्कार !!!

Sex Stories In Hindi

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