Meri Shaadi Shuda Darji Padosan
मेने पास से गुज़रते ही उनको नमस्ते बोला और माँ के साथ बरामदे में ही पड़े खाट पे बैठ गया। माँ उठकर मेरे लिए पानी लेने चली गयी। अब मैं, पूजा और उसके दोनों बच्चे
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मेने पास से गुज़रते ही उनको नमस्ते बोला और माँ के साथ बरामदे में ही पड़े खाट पे बैठ गया। माँ उठकर मेरे लिए पानी लेने चली गयी। अब मैं, पूजा और उसके दोनों बच्चे
मेरे पति की बात सुनकर मेरी आखें नम हो गयीं। भला ऐसा पति किसी को मिलेगा क्या? मैंने कहा, "जानूं, मैं नहीं जानती तुम क्या सोच रहे हो। पर तुम निश्चिन्त रहो..
राज फ़ोन पर थे। वह मेरे स्वास्थ्य के बारे में पूछ रहे थे, पर मुझे बुरी तरह से छींकें आ रही थी। उन्होंने टीवी में मुंबई में भारी वर्षा के बारे में सुना था।
मेर पति ने हाथ का झटका देते हुए कहा, "तुम बकवास कर रही हो। न तो तुमने और न तो समीर ने कुछ भी ऐसा किया की जो पश्चाताप या डाँट के काबिल था। तुमने समीर को ब्लाउज में हाथ..
तभी मेरी नजर सामने वाले घर मे परी जहा सोनू जो मेरा परोसी है मेरी बहन अंतरा को देखे जा रहा है और मेरी बहन भी चुपके से उसे देख रही थी अंतरा ने अपनी पेंटी उतारी ओर अपने चुत..
मैं जानती थी की मेरे लिए वह काम करना नामुमकिन था। एक तो मैं थकी हुई भी थी। मैंने बॉस को समझाने की बड़ी कोशिश की पर उसका कोई असर नहीं पड़ा। बॉस ने कह दिया की..
जब मैं हारी तब मैं बड़े ही असमंजस में पड़ गयी की मुझे क्या सजा मिलेगी। समीर ने मुझे फैशन परेड मैं जैसे लडकियां कैट वाक करती हैं, ऐसे चलने के लिए कहा।
समीर के बारे में मेरे पति राज की बात सुनकर मुझे बड़ा सदमा लगा। राज की बात सौ फीसदी सही थी। मुझे समझ नहीं आ रहाथा की मैं क्या बोलूं। आखिरमें राज जुंझला कर..
कुछ दिनों के बाद समीर सर ने मुझसे आग्रह किया की मैं उन्हें ‘समीर सर’ न कहूँ। मैं उन्हें मात्र समीर ही कहूँ। शुरू में थोड़ा मुश्किल लगा पर धीरे धीरे मैं उनको..
मैं एक करारी 32 साल की शादीशुदा औरत थी। राज एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी में व्यवस्थापक के ओहदे पर काम करता था। उसे मुम्बई और पुणे कार्यालय देखने पड़ते थे। एक हफ्ता वह मुम्बई..
आज से सही 4 महीने पहले उसके पति का देहांत हमारे ही घर में हो गया जिससे वह काफी अकेली हो गयी और उसकी चुदाई जो थी वह बंद हो गई थी और उसके पति के देहांत के 1 महीने..
एक दिन वो अपनी दोस्त सुहानी से बात करते हुवे बता रहीं थीं की अब उनकी याद बहुत आने लगी है। तड़प बढ़ती जा रही है तो सुहानी ने कहा “तेरा देवर आया तो है उसी सेे..
उसकी मम्मी कही रिश्तेदारी में गयी हुई थी और पापा दुकान पर रहते हैं! वो घर पर बिल्कुल अकेली थी पर वो मुझे कभी सेक्स करने का मौका नहीं देना चाहती थी इसलिए..
यह कहानी तब शुरू होती है जब मैं अपनी फेसबुक यूज कर रहा था और तब मेरे को एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई वह मोहाली पंजाब में जॉब करती थी कॉल सेंटर में और..
यह कहानी एक नाजायज सबंध पे आधारित जिसमे थोड़ी शिख भी है खास कर वह पुरुष और औरतों के लिए जो कभी कबार बहकने की सीमा पे पहोच जाते है जो बहक गये है उसके लिए साफ..
मैंने देखा तो मेरे पति अनिल और राज दोनों के मुंह पर हवाइयां उड़ रही थीं। इनके मुंह खुले के खुले रह गए। वह कुछ बोल न पाए। तब मैंने मेरे पति को कोहनी मार कर..
उस समय तो मैं अपने बदन की आग में झुलस रही थी और देख रही थी की राज भी उसी आग में तड़प रहा था। मैं भी राज की और आकर्षित थी और शायद मेरे मन में भी राज को पाने..
मैं आश्चर्य से स्तंभित सी हो गयी। क्या नीना का मतलब वही था जो मैंने सूना और समझा था? नीना जैसे मेरे भावों और मेरी आतंरिक मनोदशा को पढ़ रही थी। उसने कहा...
वह ब्लू फिल्म से ज्यादा एक कहानी आधरित सेक्सी फिल्म थी। एक भारतीय युगल पति नयन और पत्नी नयना अपने दूसरे हनीमून में विदेश जाता है। वहां उनका परिचय एक दूसरे..
राज ने कस के मुझे अपनी बाँहों में जकड़ लिया। सकड़ी जगह में राज की और मेरी कमर जैसे ही एक दूसरे से सट गयी की उसका खड़ा कड़ा लन्ड मेरे पाँव के बिच टक्कर मारने..