Sonia, Meri Sexy Saali Sahiba – Part 2
अब हम दोनों जीजू साली अस्पताल में राज की माँ की देखभाल के लिए रुक गए। माजी और सोनिया को खाना खिलाया। इतने में रात हो गयी। हम दोनों हाल में ही एक बेंच पर..
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अब हम दोनों जीजू साली अस्पताल में राज की माँ की देखभाल के लिए रुक गए। माजी और सोनिया को खाना खिलाया। इतने में रात हो गयी। हम दोनों हाल में ही एक बेंच पर..
हलो मित्रो मेरा नाम शिवम् है और मैं पंजाब से हूँ। मेरी उम्र 30 साल है। मेरी शादी किरण (28) से हुई को 2 साल हो गए है। मेरा सुसराल हरियाणा में पड़ता है। किरण..
ये बात 2013 के जून महीने की है । जब हर साल की तरह इन दिनों में स्कूलों में गर्मियों की छुटियाँ होती है। मैं अपने घर पे अपने कमरे जो के एक चुबारा है..
अब मैं कब तक सब्र करता। आग से पास आकर घी पिघल ही जाता है। सो उसके चुम्बन ने मेरे शरीर में कामवासना जगा दी और मैं भी उसे चूमने लगा। उसके मम्मे दबाने लगा..
जब मैंने पढ़ाई पूरी करके छोड़ी थी और घर पे ही रहकर काम धंधा खोज रहा था। एक दिन मैं काम काज के सिलसिले से पास वाले शहर गया हुआ था। जब दोपहर को घर वापिस आया तो..
एक साल के भीतर ही मेरा उनसे तलाक़ हो गया। घर वालो ने दुबारा शादी करने का सोचा पर मेरा दिल नही माना और मेने नौकरी करने की ठान ली। इस लिए आपके पास उस दिन नौकरी..
ये कहानी शुरू होती है कोलकाता के मिस्टर सुनील गुलाटी के परिवार से जिसमे खुद सुनील, उसकी पत्नी स्वाति गुलाटी और उसका छोटा भाई विवेक गुलाटी रहता है..
ये कहानी थोड़ी पुरानी है। जब हमारे गांव में इतना मोबाइल का क्रेज़ नही था। मतलब जैसे आज हर परिवार में 3-4 मोबाइल होना आम बात है। तब ऐसा नही था। लोग फोन पे बात..
ये कहानी करीब 5 साल पुरानी है जब मेने पढ़ाई खत्म करके काम ढूँढना शुरु किया, हमारा गांव शहर से 10 किलोमीटर दूर है और जरा सी चीज़ लेने भी शहर जाना पड़ता है..
मैंने सुसराल छोड़ दिया और मायके में जाकर रहने लगी, वहाँ किसी भली औरत के सम्पर्क में आई उसने मेरी यहाँ इस शहर में नौकरी लगवादी और एक कमरा जिसमें अब हम बैठे..
उसकी उम्र यही कोई 30 के करीब होगी, रंग गोरा, पतली सी कमर, ऊपर मॉडर्न कपड़े आह क्या बोलू एक दम भारतीय अभिनेत्रियों को भी मात देती नखरीले स्टाइल की मालकिन है।
उस दिन से आशा के मन में उस रोहित के प्रति नफरत सी हो गयी। उसने घर में तो किसी को कुछ नही बताया पर अब जहाँ भी रोहित मिलता, उससे किनारा कर लेती।
ये बात आज से 7 साल पहले की है। जब मध्यप्रदेश के दो अलग अलग गांवो के राहुल और उसकी बुआ का लड़का रोहित दोनों एक ही क्लास में पढते थे। अब दोनों का परिचय भी..
बात थोड़ी सी पुरानी है। मेने जब स्कूल में 12वीं की परीक्षा दी थी। तो बोर्ड की कक्षा होने के कारण नतीजा आने में कुछ वक्त लगना था। तो मैं घर पे ही फ्री रहता..
उस दिन की चुदाई के बाद मेरी हालत थोड़ी ख़राब हो गयी और चूत सूज के ब्रेड जैसी हो गयी फूली-फूली सी, ये देखके उसके चेहरे पर शैतानी हँसी आयी और मुझसे बोला की..
मुझे उसका नेचर अच्छा लगा, फिर इसे कुछ दिनों बाद मैं फिर से दवाई लेने वहाँ गयी, इस बार मैं अकेली गयी थी, उसने फायदा उठा कर मुझे बोल दिया की आप बहुत खूबसूरत..
कहानी शुरू होती है साल 2009 की गर्मियों के दिनों से , जब मैं पढ़ाई से फ्री होकर काम काज की तलाश में इधर उधर भटक रहा था। तो हमारे गांव से बाहर छोटी सी नहर..
मैंने भी झट से उसे उठा कर बेड पर पटक दिया, क्यों की मैं उसकी चूचियों को पीना चाह रहा था, मैंने एक हाथ से उसकी चूची और एक हाथ से उसकी गुलाबी अनचुदी चूत को..
दोस्तों मैंने अपनी जिंदगी में सेक्स बहुत जियादा किया है पर में जब भी सेक्स करता हूँ, मेरी हमेशा कोशिश होती है कि लड़की की बदनामी न हो और उसे मुझसे चूत..
वह फिर मेरी गांड की तरफ गया और मे्रे चूतड़ों को खोल कर छेद को चाटा मैं तो पहले ही मरी जा रही थी. उसने मेरी गुलाबी गांड के छेद पर बहुत सारा थूक लगा दिया..